Shaadi Ka Joda On Karva Chauth: करवा चौथ पर हर सुहागन महिला पूरे साजो-श्रृंगार के साथ तैयार होती है। इस दिन के लिए महिलाएं महीनों पहले से तैयारियां शुरू कर देती हैं।
नई चूड़ियां, नई साड़ी यहां तक की कई महिलाएं तो इस मौके पर नए गहने भी पहनना पसंद करती हैं।
लेकिन अगर कोई नई नवेली दुल्हन शादी के बाद अपना पहला करवा चौथ मना रही हो तो उसे इस मौके पर अपनी शादी का जोड़ा ही पहनना पड़ता है।
आखिर ऐसा रिवाज क्यों है, आइए जानते हैं…
क्यों पहना जाता है शादी का जोड़ा?
पहले करवाचौथ पर शादी का जोड़ा दोबारा पहनने को लेकर मान्यता है कि, जब कोई लड़की शादी के दौरान जोड़ा पहनती है तब वह और भी पवित्र हो जाता है।
माना जाता है कि, जब लड़की इस जोड़े को पहनकर अग्नि के चारों ओर फेरे लगाती है तो उसके प्रभाव से यह जोड़ा शुद्ध हो जाता है।
करवाचौथ पर जब लड़की दोबारा शादी का जोड़ा पहनकर पूजा करती है तो इस जोड़े की शुद्धता पूजा की पवित्रता को औैर बढ़ा देती है।
शादीशुदा जीवन पर असर
ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में शुभ प्रभाव पड़ता है। दांपत्य जीवन में खुशियां आती हैं और पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत होता है।
कटा-फटा या गंदा न हो जोड़ा
करवाचौथ पर शादी का जोड़ा पहनने से शुभ परिणाम तो मिलते ही हैं लेकिन इसे पहनने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है।
शादी का जोड़ा पहनने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि ये गंदा ना हो और न ही कही से कटा-फटा हो।
क्योंकि, ऐसे जोड़े को पहनकर पूजा करने से दोष लग सकता है और ये अशुभ माना जाता हैं।
16 श्रृंगार भी है जरूरी
शादी के जोड़े के अलावा नई नवेली और सभी सुहागन महिलाओं को अपने श्रृंगार का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।
इस दिन सभी व्रत करने वाली महिलाओं को पूरा 16 श्रृंगार करना चाहिए और हाथों में मेहंदी भी जरूर लगाना चाहिए।
लाल रंग का महत्व
सुहागिन महिलाओं के लिए लाल रंग बहुत ही शुभ माना जाता है, इसलिए करवा चौथ के दिन महिलाओं को लाल रंग की साड़ी, लहंगा या सूट पहनना चाहिए।
इस दिन भूलकर भी काले और सफेद रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
(All Image Credit FreePiK)
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