What Is Catfishing: कैटफिशिंग सुनने में ऐसा लग रहा है जैसे किसी मछली की प्रजाति हो लेकिन असल में ये एक तरह का साइबर क्राइम है।
नेटफ्लिक्स पर हाल ही में रिलीज हुई एक डॉक्यूमेंट्री इसी पर आधारित है।
चलिए जानतें हैं कि आखिर ये कैटफिशिंग क्या है और इससे आप खुद को कैसे बचा सकते हैं?
रेडियो प्रेजेंटर के साथ 9 साल तक हुआ ये स्कैम
इन दिनों नेटफ्लिक्स पर रिलीज Sweet Bobby: My Catfish Nightmare काफी चर्चा में है।
इस डॉक्यूमेंट्री में लंदन की एक रेडियो प्रेजेंटर किरत अस्सी की कहानी दिखाई गई है।
9 सालों तक किरत जिसे अपना बॉयफ्रेंड समझकर कर रही थी वो कोई और था।
ये यूके का सबसे लंबे समय तक चला कैटफिशिंग का मामला है।
किरत को आइडेंटी थेफ्ट के जरिए कैटफिशिंग का शिकार बनाया गया और ये काम उसकी ही कजिन सिस्टर सिमरन भोगाल ने किया।
जानें क्या होती है कैटफिशिंग (Catfishing)
कैटफिशिंग कुछ और नहीं दरअसल एक ऑनलाइन धोखाधड़ी है।
एक समय पर फेसबुक पर मशहूर एंजल प्रिया इसका सबसे सटीक उदाहरण है।
कैटफिशिंग में कोई व्यक्ति नकली प्रोफाइल बनाकर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ इमोशनल कनेक्शन बनाने की कोशिश करता है।
मसलन किसी लड़के का लड़की बनकर बात करना।
इसे आमतौर पर सोशल मीडिया, डेटिंग ऐप्स या अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जाता है।
खासकर किसी का फायदा उठाने या मजाक बनाने के उद्देश्य से लोग ऐसा करते हैं।
ऐसे करते हैं लोग कैटफिशिंग (Catfishing)
कैटफिशिंग करने वाले लोगों को कैटफिशर कहा जाता है।
ये लोग अपनी असली पहचान छुपाकर किसी और की तस्वीरें, नाम या जानकारी का इस्तेमाल करते हैं, ताकि वे दूसरों को धोखा दे सकें।
ऐसे लोग झूठी कहानियां बनाकर या नकली तस्वीरें शेयर कर सामने वाले व्यक्ति को जाल में फंसाते हैं।
कैटफिशिंग का मकसद अक्सर किसी के इमोशन से खेलना, पैसे ऐंठना या किसी और तरह का पर्सनल फायदा उठाना होता है।
इसके शिकार हुए व्यक्ति को तब गहरा झटका लगता है जब उसे पता चलता है कि जिस व्यक्ति पर वह भरोसा कर रहा था वह असल में कोई और है।
जानें लोग क्यों करते हैं कैटफिशिंग (Catfishing)
- अकेलापन या ध्यान आकर्षित करना: कुछ लोग अकेलापन महसूस करते हैं और ऑनलाइन झूठी पहचान बनाकर दूसरों से अटेंशन पाने की चाहत में ऐसा करते हैं।
- इमोशनल कंट्रोल: कुछ लोग दूसरों की इमोशंस को कंट्रोल करने के लिए कैटफिशिंग करते हैं, इसके लिए वे दूसरों के साथ झूठे रिश्ते बनाकर उन्हें मेंटली टॉर्चर करने की कोशिश करते हैं।
- धोखाधड़ी या पैसे हड़पना: कई बार लोग पैसों के लालच में कैटफिशिंग करते हैं, वे नकली पहचान बनाकर सामने वाले से पैसे मांगने या आर्थिक फायदा उठाने की कोशिश करते हैं।
- अपनी असली पहचान छुपाना: कुछ लोग अपनी असली पहचान छुपाने के लिए कैटफिशिंग करते हैं क्योंकि वे अपनी रियल लाइफ की समस्याओं से भागना चाहते हैं या खुद को बेहतर दिखाना चाहते हैं।
- मजाक या बदला लेने के लिए: कभी-कभी लोग मजाक करने या किसी से बदला लेने के इरादे से भी कैटफिशिंग करते हैं।
कैसे पता करें कि आपके साथ हो रही है कैटफिशिंग ?
- जल्दी इमोशनल कनेक्शन: अगर कोई व्यक्ति बहुत जल्दी आपसे इमोशनली अटैच हो जाए और बातें करने लगे या प्यार करने का दावा करे, तो सावधान हो जाएं।
- मिलने से बचना: अगर वह व्यक्ति मिलने के लिए हमेशा बहाने बनाता है या वीडियो कॉल से मना करता है, तो यह कैटफिशिंग का संकेत हो सकता है।
- फर्जी फोटो या प्रोफाइल: अगर किसी की प्रोफाइल तस्वीरें बहुत ज़्यादा परफेक्ट या मॉडल जैसी लगती हैं, तो उसकी जांच करें। ऐसे लोगों को तुरंत अपनी फ्रेंड लिस्ट से बाहर करें।
- लिमिटेड जानकारी देना: अगर वह व्यक्ति अपने बारे में बहुत कम जानकारी देता है या उसके जवाब सही नहीं लगते हैं, तो सतर्क हो जाएं।
- पैसे मांगना: अगर वह व्यक्ति किसी भी वजह से पैसे मांगता है, तो यह एक बड़ा संकेत है कि वह कैटफिशिंग कर रहा हो या आपसे फायदा उठाने की कोशिश में बात कर रहा हो।
इन तरीकों को अपनाएं और कैटफिशिंग से बचें
- अगर कोई आपको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता है तो उसकी प्रोफाइल की जांच करें।
- इस तरह की प्रोफाइल पर लगी तस्वीरें गूगल इमेज पर सर्च करें।
- किसी भी ऑनलाइन रिश्ते में बहुत जल्दी किसी पर भरोसा न करें।
- अगर कोई व्यक्ति जल्दी इमोशनल बातें करने लगे या आपसे आपकी पर्सनल जानकारी मांगे तो उससे कुछ भी शेयर ना करें।
- ऑनलाइन बातचीत के दौरान, वीडियो कॉल करने की कोशिश करें।
- अगर वह व्यक्ति वीडियो कॉल करने से मना करता है या बहाने बनाता है, तो बातचीत बंद कर दें।
- अपनी पर्सनल जानकारी, जैसे पता, फोन नंबर या बैंक की जानकारी, किसी को न बताएं।
- अगर बातचीत लंबी हो गई है, तो उससे असल जिंदगी में मिलने की बात करें।
- अगर वह व्यक्ति मिलने से टालता है, तो सतर्क हो जाएं।
- ऑनलाइन बातचीत में कभी भी पैसे न भेजें, चाहे उसका बहाना कितना भी सही क्यों न लगे.
- सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन अकाउंट्स के लिए मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें और अपनी सुरक्षा सेटिंग्स को प्राइवेट ही रखें।
- यदि आपको किसी पर शक है तो अपने दोस्तों या परिवार से सलाह लें।
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