Double Murder Case: दृश्यम फिल्म जैसी मिलती-जुलती एक कहानी ने पुलिस को हैरान-परेशान कर रखा था।
भोपाल के कोलार थाने के टीआई ने अपना पैंतरा लगाकर इस डबल मर्डर का खुलासा कर दिया।
भारत सरकार ने इस केस को सुलझाने वाले टीआई चंद्रकांत पटेल को पुरस्कार से नवाजा है।
टीआई के माइंडगेम से हुआ डबल मर्डर का खुलासा
दरअसल ये मामला मई 2021 का है, जहां एक मर्डर केस ट्रेस करने पर डबल मर्डर का खुलासा हो गया।
यह हत्याकांड दृश्यम फिल्म से काफी मिलता-जुलता था।
इस कहानी में खास बात ये रही कि आरोपी महिला और उसके बच्चे पुलिस को भ्रमित करने के लिए एक जैसे बयान दे रहे थे।
हालांकि टीआई चंद्रकांत पटेल के माइंडगेम के आगे आरोपियों का बस नहीं चला और इस हत्याकांड का खुलासा कर पुलिस ने आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
इस उलझी हुई गुत्थी को सुलझाने पर टीआई को भारत सरकार द्वारा “केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक” मिला हैं।
भाभी ने किया सिर पर हथौड़ी और डंडे से वार
कोलार थाने में पदस्थ थाना प्रभारी चंद्रकांत पटेल को सूचना मिली कि नाले किनारे अज्ञात शव पड़ा है।
टीआई पुलिस जवानों के साथ मौके पर पहुंचे और छानबीन की तो शव की पहचान मोहन मीणा के रूप में हुई है।
पुलिस ने हर बिंदु पर जांच करते हुए सीसीटीवी खंगाले तो मोहन आखिरी बार अपने घर के पास दिखा था।
जब आसपास के लोगों से पता किया तो घर में विवाद की बात सामने आई।
इसके बाद पुलिस ने उसकी भाभी उर्मिला और बच्चों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की।
आरोपी महिला ने बताया कि पति के जाने के बाद वो मोहन के साथ रहने लगी थी।
मोहन आए दिन विवाद करता था, उसके दूसरी महिला से अवैध संबंध थे।
मई 2021 को भी घर में विवाद हुआ था तो महिला ने मोहन के सिर पर हथौड़ी और डंडे से वार कर दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई।
फिर शव को ठेले पर रखकर कलियासोत नदी किनारे स्थित अमरनाथ कॉलोनी के पास फेंक दिया था।
पति 5 साल पहले कहीं गया, फिर वापस नहीं लौटा
ये तो हो गई देवर की बात लेकिन पुलिस ने जब आरोपी उर्मिला के पति के बारे में पूछा तो उसने बताया कि वो 5 साल पहले तीज पर गए थे और फिर वापस नहीं लौटे।
यही जवाब 12 साल के बेटे और 14 साल की बेटी ने भी अपने पिता को लेकर दिया।
तीनों के एक जैसे बयान होने पर टीआई चंद्रकांत पटेल को फिल्म दृश्यम की तरह कहानी उलझी हुई लगी।
पुलिस ने आसपास पता किया लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा।
पुलिस को हत्या की आशंका हुई तो आरोपी महिला और उसके बेटे को अलग-अलग कमरे में ले जाकर पूछताछ की गई, लेकिन इसका भी कोई फायदा नहीं हुआ।
देवर के साथ मिलकर की थी पति की हत्या
टीआई चंद्रकांत पटेल ने सच उगलवाने के लिए अपना तरीका अपनाया।
महिला और बच्चों के सामने मोबाइल पर बात करते हुए उन्होंने झूठ कहा
क्या बॉडी मिल गई है…अच्छा कंकाल है…कोई बात नहीं शव सीधे अस्पताल ले जाओ…
ये बात सुन आरोपी महिला घबरा गई और इसके बाद उसने जो सच बताया वह सुनकर पुलिस के भी होश उड़ गए।
महिला ने बताया कि करीब 5 साल पहले उसने देवर मोहन के साथ मिलकर पति रणजीत मीणा की हत्या कर दी थी।
पति के शव को घर में सेफ्टीटैंक में गड्ढा खोदकर गाड़ दिया था।
पुलिस ने एसडीएम से अनुमति लेकर नगर निगम कर्मचारियों से उर्मिला के बताए स्थान की खुदाई कराई तो वहां से एक मानव नर कंकाल मिला।
देवर के साथ अवैध संबंध, महिला ने रची थी कई कहानी
आरोपी महिला ने बताया कि उसका पति विकलांग था, इस कारण वह उसे पसंद नहीं करती थी।
देवर मोहन के साथ उसके अवैध संबंध बन गए थे और यह बात पति को पता चल गई।
पति को रास्ते से हटाने के लिए उसने मोहन के साथ मिलकर पति के सिर पर पत्थर मार कर उसकी हत्या कर दी।
इसके बाद दोनों ने मिलकर शव को घर में ही दफना दिया।
घटना के बाद दोनों बच्चों के साथ महिला उसी घर में रहने लगी और लोगों से कह दिया कि पति कहीं बाहर चले गए हैं।
बच्चों को भी महिला ने यही समझाया था कि कोई पूछे तो कहना कि पापा तीज पर गए थे तो वापस नहीं लौटे।
वहीं आरोपी उर्मिला ने पुलिस के लिए एक और कहानी तैयार कर रखी थी।
यदि पुलिस उससे मोहन पर हमले की बात पूछेगी, तो वो कह देगी कि उसकी बेटी पर देवर गलत नजर रखता है।
घटना वाले दिन उसकी बेटी को अकेला देखकर देवर जबरदस्ती करने की कोशिश कर रहा था।
बीच बचाव के दौरान उसने मोहन को पीछे से डंडा दे मारा, जिससे वह मर गया।
लेकिन, पुलिस को पहले से ही शक था, जिसके आधार पर जांच की गई तो डबल मर्डर का खुलासा हुआ।
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