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राजस्थान के देवली-उनियारा में बवाल, निर्दलीय प्रत्याशी ने इस बात पर जड़ा SDM को तमाचा

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Rajasthan SDM Thappar Kand: राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव की वोटिंग के दौरान एक निर्दलीय प्रत्याशी ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया।

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया था।

जिसके बाद उसके समर्थकों ने रातभर जमकर बवाल मचाया।

पुलिस और ग्रामीणों में जमकर पथराव हुआ।

इस मामले में अब तक 60 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

इस बात से नाराज होकर SDM को मारा थप्पड़

बुधवार 13 नवंबर को राजस्थान की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग चल रही थी।

इस दौरान समरावता में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम अमित कुमार चौधरी को थप्पड जड़ दिया था।

निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे थे कि ईवीएम मशीन पर उनका चुनाव चिन्ह ठीक से नजर नहीं आ रहा है।

नरेश मीणा ने इसके पीछे साजिश का भी आरोप लगाया।

अपनी नाराजगी जाहिर करने जब वह समरावता बूथ पर पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें मतदान केंद्र परिसर से बाहर निकाल दिया।

इस मुद्दे को लेकर उनकी टोंक जिले के मालपुरा में पदस्थ एसडीएम से तीखी कहासुनी हुई।

नाराज होकर नरेश मीणा ने बहसबाजी करते हुए एसडीएम को जोरदार तमाचा मार दिया।

जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है।

मामले में नरेश मीणा का कहना है कि उन्हें फंसाया जा रहा है।

मैं भागने वालों में से नहीं हूं, गिरफ्तारी देने को तैयार हूं।

मीणा के समर्थकों ने मचाया बवाल, फूंकी गाड़ियां

पुलिस मतदान खत्म होने के बाद रात को 8 बजे करीब नरेश मीणा को गिरफ्तार करने पहुंची थी।

इस दौरान नरेश मीणा अपने समर्थकों के साथ धरना प्रदर्शन की तैयारी कर रहे थे।

पुलिस जब नरेश मीणा को लेकर जाने लगी तो उनके समर्थकों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी।

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नरेश मीणा की गिरफ्तार के समर्थकों ने जमकर बवाल मचाया और पुलिस की गाड़ियां फूंक दी।

इसके बाद पुलिस और ग्रामीणों में जमकर झड़प हुई।

उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज, हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले भी दागे।

टोंक में रात भर हुई आगजनी और पत्थरबाजी के सबूत जगह-जगह नजर आ रहे हैं।

इस घटनाक्रम में 50 से ज्यादा ग्रामीण और पुलिसवाले घायल हुए हैं।

बुधवार रातभर पुलिस ने समरावता गांव और आसपास के इलाके में दबिश दी।

अब तक पुलिस ने 60 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

फिलहाल, समरावता गांव में तनावपूर्ण माहौल और हालत बिगड़ते देख भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस वालों ने गांव में कई गाड़ियों में आग लगा दी और उनके बच्चों को उठा ले गए।

पुलिस से बचने के लिए कई ग्रामीण तालाब में कूद गए।

रातभर पुलिस की दबिश के कारण 100 से ज्यादा लोग गांव छोड़कर भाग गए।

नरेश मीणा के आरोप पर रिटर्निंग अफसर ने सौंपी रिपोर्ट

निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा का आरोप है पर देवली-उनियारा के रिटर्निंग अफसर ने अपनी रिपोर्ट टोंक के जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंप दी है।

इस रिपोर्ट में बताया गया कि जब चुनाव चिन्ह जयपुर से प्रिंट होकर आए, तब EVM तैयार करने से पहले वो हर उम्मीदवार को दिखाए गए थे।

नरेश मीणा ने भी अपना चिन्ह देखा था, लेकिन उस वक्त हल्का होने जैसी कोई शिकायत उन्होंने नहीं की थी।

मॉक पोल में भी उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई।

यह स्पष्ट है कि पूरी चुनाव प्रक्रिया इलेक्शन कमीशन के नियमानुसार की गई है।

फिलहाल इस थप्पड़ कांड के बाद राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ गया है।

सचिवालय में बैठकों का दौर जारी है।

नरेश मीणा को करणी सेना का समर्थन भी मिल रहा है।

Independent candidate Naresh Meena
Independent candidate Naresh Meena

करणी सेना की तरफ से चेतावनी दी गई है कि अगर नरेश मीणा के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की गई तो वे इसका विरोध करेंगे, उनके समर्थन में सड़कों पर उतरेंगे।

इधर दूसरी तरफ राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) एसोसिएशन ने नरेश मीणा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हड़ताल शुरू कर दी है।

यह मुद्दा अब जातीय संघर्ष का रूप भी ले रहा है, जिसमें जाट बनाम मीणा की लड़ाई की बात कही जा रही है।

23 नवंबर को आएंगे उपचुनाव के नतीजे

इनमें देवली-उनियारा सीट पर सबसे ज्यादा 3.02 लाख वोटर्स हैं।

उपचुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।

सातों सीटों पर हो रहे उपचुनाव में 69 कैंडिडेट मैदान में है।

उपचुनाव के नतीजे सरकार और विपक्ष दोनों के सियासी नरेटिव को तय करेगा।

पांच सीट खींवसर, सलूंबर,चौरासी, देवली-उनियारा और झुंझुनूं सीट पर कांटे की टक्कर है।

इन चुनावों में हनुमान बेनीवाल और किरोड़ीलाल मीणा जैसे राजनीतिक दिग्गजों की भी सियासी प्रतिष्ठा दांव पर है।

क्योंकि खींवसर से हनुमान बेनीवाल की पत्नी और दौसा से किरोड़ीलाल के भाई चुनावी मैदान में हैं।

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