Hi-tech Entry In Mahakal Temple: उज्जैन के महाकाल मंदिर में अब से श्रद्धालुओं का प्रवेश हाईटेक तरीके से होगा।
रोज सुबह होने वाली भस्म आरती में शामिल होने वाले भक्तों को RFID बैंड पहनना जरूरी है।
महाकाल मंदिर समिति ने शुक्रवार 15 नवंबर से इसकी शुरुआत कर दी है।
भस्म आरती में हाईटेक RFID बैंड से एंट्री
महाकाल मंदिर में रोजाना सुबह होने वाली भस्म आरती में प्रवेश हाईटेक तरीके से होगा।
ये ठीक वैसा ही होगा जैसे किसी बड़े कनसर्ट, पब और बड़े स्टेज शो में होता है।
शुक्रवार सुबह भस्म आरती के दौरान कलेक्टर नीरज सिंह ने नवीन व्यवस्था का निरीक्षण कर इसकी शुरुआत की।
सुबह आने वाले सभी भक्तों की कलाई पर RFID बैंड बांधने के बाद ही प्रवेश दिया गया।
इस सुविधा से महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान अनधिकृत प्रवेश पर रोक लग सकेगा।
साथ ही ये भी पता चल पाएगा कि असल में कितने भक्तों को अनुमति दी गई है और कितने भक्तों ने प्रवेश किया है।
मंदिर में प्रवेश लेने के बाद चेक होगा RFID बैंड
महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि श्रद्धालुओं को अब आधुनिक तरीके से मंदिर में प्रवेश मिलेगा।
महाकाल मंदिर के सभी भस्म आरती काउंटर से इसकी शुरुआत कर दी गई।
मंदिर में प्रवेश लेने के बाद RFID बैंड चेक होगा। बैंड की चेकिंग से फर्जी और अनधिकृत प्रवेश पर रोक लग सकेगी।
सभी भक्तों को भस्म आरती के दौरान इसे पहनना अनिवार्य होगा।
महाकाल महालोक, मानसरोवर भवन से जनरल और अवंतिका द्वार क्रमांक 1 पर श्रद्धालुओं द्वारा मोबाइल नंबर बताने के बाद रिस्ट बैंड पर QR कोड प्रिंट कर तत्काल श्रद्धालुओं को दिया जाएगा।
इससे ये फायदा होगा कि एक घंटे में हजार भक्तों की स्कैनिंग हो सकेगी।
बार-बार स्कैनर या अनुमति दिखाने के झंझट से मुक्ति मिलेगी।
वहीं श्रद्धालुओं को ज्यादा देर तक लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा।
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