Jhansi Medical College Fire: झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 नवजात जिंदा जल गए।
वार्ड की खिड़की तोड़कर 39 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
इस दिल दहलाने वाली घटना के पीछे कई लापरवाही रही, जिसके कारण मासूमों की जान चली गई है।
बच्चों के वार्ड में फैली आग और जल गए मासूम
झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई सरकारी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात करीब साढ़े 10 बजे भीषण आग लग गई थी।
ये आग SNCU (Special New Born Care Unit) यानि बच्चों के वार्ड में लगी, जिसमें करीब 50 बच्चे भर्ती थे।
वार्ड में ज्यादातर बच्चे ऑक्सीजन स्पोर्ट पर थे और आग तेजी से फैल रही थी।
पहले आग अंदर लगी थी, लेकिन जब आग की लपटें तेज हुईं तो स्टाफ को पता चला।
Dangerous visuals ⚠️⚠️
आख़िर ज़िम्मेदारी किसकी? क्या इसपर भी राजनीति होगी?#Jhansi pic.twitter.com/rPgVG1Rq8G
— Sudha Yadav (@Sudha6644) November 16, 2024
बच्चा वार्ड में आग की खबर मिलते ही परिजनों की चीख-पुकार मच गई।
लोग इधर-उधर दौड़ने लगे, अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया और हर कोई आग बुझाने की कोशिश करने लगा।
सूचना पर फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां पहुंचीं, मौके पर DM-SP भी मौजूद थे।
भीषण आग को देखते हुए सेना को बुलाया गया, फिर करीब 2 घंटे में आग पर काबू पाया गया।
लेकिन, इस भीषण अग्निकांड में 10 नवजात जिंदा जल गए, जिस कारण इन मासूमों की जान चली गई।
झांसी मेडिकल कॉलेज में बड़ा हादसा
महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत
परिजनों का रो रो कर बुरा हाल
बचाव कार्य में एक स्टाफ भी झुलस गया,जो इमरजेंसी वार्ड में भर्ती हैं
Jhansi। कन्हैया कुमार #AshneerGrover Mike Tyson #BhairathiRanagal ARRESTED pic.twitter.com/r1VcvgNQVg
— political voices (@politicvoices_) November 16, 2024
वार्ड की खिड़की तोड़कर 39 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, इनमें से कई बच्चों की हालत गंभीर है।
वहीं अभी तक 8 बच्चों की सूचना नहीं मिल पाई है।
शनिवार सुबह बच्चों के परिजन मेडिकल कॉलेज पहुंच गए और हंगामा कर दिया।
PMO-CMO ने किया आर्थिक मदद का ऐलान
जानकारी लगते ही तड़के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मेडिकल कॉलेज पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
डिप्टी सीएम ने कहा है कि घटना की जांच में चूक पाई गई तो जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा।
आज झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एसएनसीयू वार्ड) में अग्निकाण्ड की हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए। इस दौरान प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री पार्थसारथी सेन शर्मा जी… pic.twitter.com/DcIz1HQBbF
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) November 16, 2024
झांसी अग्निकांड पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दुख जताया है।
उत्तर प्रदेश में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज, झांसी में हुई दुर्घटना में कई नवजात शिशुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत हृदय विदारक है। ईश्वर, शोक संतप्त माता-पिता और परिवारजनों को, यह क्रूर आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करें। मैं घायल हुए शिशुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना…
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 16, 2024
वहीं हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया और पीएमओ की तरफ से मृतक बच्चों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार की आर्थिक मदद का ऐलान किया है।
PM @narendramodi has announced an ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF for the next of kin of each deceased in the mishap in the fire accident at Jhansi Medical College in Uttar Pradesh. The injured would be given Rs. 50,000. https://t.co/V8VVQqBb6M
— PMO India (@PMOIndia) November 16, 2024
यूपी की योगी सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
#UPCM @myogiadityanath ने झांसी मेडिकल कॉलेज के NICU में हुई दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री जी ने घटना में असमय काल कवलित नवजात बच्चों के माता-पिता को ₹05-05 लाख तथा घायलों के परिजनों को ₹50-50 हजार की सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से उपलब्ध कराने के निर्देश…
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 16, 2024
CM ने 12 घंटे में मांगी जांच रिपोर्ट, 3 कमेटियां करेंगी जांच
झांसी मेडिकल कॉलेज हादसे में 10 बच्चों की मौत के बाद योगी सरकार सख्त है।
हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाईलेवल मीटिंग की।
सीएम ने कमिश्नर और DIG को 12 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट देने के आदेश दिए।
सूत्रों की मानें तो मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल पर गाज गिर सकती है और उन्हें हटाया जा सकता है।
वहीं हादसे की 3 जांच होगी।
पहली जांच शासन स्तर पर स्वास्थ्य विभाग करेगा, इसमें फायर ब्रिगेड के अधिकारी भी शामिल होंगे,
दूसरी जांच जिला स्तर पर प्रशासन कराएगा और तीसरी मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी।
कई साल से एक्सपायर था आग बुझाने का यंत्र
झांसी मेडिकल कॉलेज में लगी आग के मामले की शुरुआती जांच में बड़ा खुलासा हुआ है।
यहां मिले आग बुझाने वाले सिलिंडर आग काबू पाने में नाकाम साबित हुए।
वार्ड ब्वॉय ने आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र चलाया।
मगर वह 4 साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था।
एक सिलिंडर पर 2019 की फिलिंग डेट है, एक्सपायरी डेट 2020 की है।
झांसी मेडिकल कॉलेज में आग से बचाव के लिए लगे फायर इंस्टीग्यूशर गवाही दे रहे हैं कि इन्हें एक्सपायर हुए कई साल हो चुके हैं ।
यह खाली फायर सिलिंडिर बस दिखावे के लिए यहां रखे हुए थे।
माचिस की तीली से वार्ड में भभक पड़ी आग
अग्निकांड के दौरान मौजूद एक चश्मदीद के मुताबिक बच्चों के वार्ड में एक ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को लगाने के लिए नर्स ने माचिस की तीली जलाई।
जैसे ही उसकी तीली जली पूरे वार्ड में आग लग गई।
आग लगते ही व्यक्ति ने अपने गले में पड़े कपड़े से 3 से 4 बच्चों को लपेटकर बचाया।
जिस वार्ड में बच्चे रखे गए थे, उसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं।
बच्चों को रखने वाली मशीनें पूरी तरह जलकर खाक हो गई हैं। पूरा वार्ड तहस-नहस हो गया है।
हादसे के लिए विपक्ष ने BJP को बताया जिम्मेदार
इस हादसे को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने भी दुख जताया है।
उन्होंने X पर लिखा कि ऐसी घातक लापरवाही के लिए दोषियों को सख्त कानूनी सजा जरूरी है।
यूपी, झाँसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत की अति-दुखद घटना से कोहराम व आक्रोश स्वाभाविक। ऐसी घातक लापरवाही के लिए दोषियों को सख्त कानूनी सजा जरूरी। ऐसी घटनाओं की भरपाई असंभव फिर भी सरकार पीड़ित परिवारों की हर प्रकार से मदद जरूर करे।
— Mayawati (@Mayawati) November 16, 2024
वहीं कांग्रेस ने हादसे के लिए यूपी सरकार जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उत्तर प्रदेश में ये पहला हादसा नहीं हुआ।
ये भाजपा की सामूहिक नाकामी की निशानी है। कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और दोषियों को सजा दी जाए।
झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए दर्दनाक हादसे में कई नवजात बच्चों की मृत्यु और घायल होने की ख़बर से बेहद दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक हो रही इस तरह की दुखद घटनाएं सरकार और प्रशासन की लापरवाही को लेकर कई गंभीर… https://t.co/laOgOvK2Js
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 16, 2024
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