BJYM Leader Rape Case: आजकल शादी से पहले अफेयर होना कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन कई बार लड़का-लड़की का अफेयर शादी तक नहीं पहुंच पाता और दोनों के रास्ते अलग हो जाते हैं।
ज्यादातर लोग पुरानी बाते भुलाकर जिंदगी में आगे बढ़ जाते हैं लेकिन कई बार ऐसा नहीं होता और लड़का या लड़की अपने प्यार को पाने के लिए सारी हदें पार कर जाते हैं।
कुछ ऐसा ही मामला बालाघाट में देखने को मिला जहां एक भाजयुमो नेता की सगाई के दौरान उनकी एक्स गर्लफ्रेंड पहुंच गई और हंगामा शुरू कर दिया।
लेकिन बात तब बढ़ गई जब एक्स गर्लफ्रेंड ने नेता पर रेप का आरोप लगा दिया और वो वहां से फरार हो गया।
आइए जानते हैं क्या है ये पूरा मामला…
पीड़ित लड़की ने FIR में बताई पूरी कहानी
ये कहानी 17 साल पहले 2008 में शुरू हुई थी। जब भूपेंद्र सोहागपुरे और आशा (काल्पनिक नाम) प्राइवेट कॉलेज में साथ में बीएड कर रहे थे।
भूपेंद्र आशा से एकतरफा प्यार करने लगा और उसे प्रपोज भी किया लेकिन आशा उसे इग्नोर करती रही।
3 साल बाद एक्सेप्ट किया प्रपोजल
भूपेंद्र करीब तीन साल तक आशा के पीछे पड़ा रहा। उसका ये जज्बा देख आशा ने 7 दिसंबर 2012 को उसका प्रपोजल एक्सेप्ट कर लिया।
भूपेंद्र ने आशा से वादा किया था कि जॉब लगने के बाद शादी कर लेंगे। दोनों में बातचीत शुरू हो गई।
साल 2013 में आशा की सिंगरौली मिडिल स्कूल में जॉब लग गई और 2020 तक वो यही रही। छुट्टियों में वो बालाघाट आती थी।
2015 में किया दुष्कर्म
5 जून 2015 की शाम भूपेंद्र ने आशा को दोस्त के कमरे पर बुलाया और कहा कि अब हम शादी करने वाले हैं। उसके बाद उसने आशा के साथ दुष्कर्म किया।
जब भी आशा छुट्टियों में बालाघाट आती थी, तब वह उसे कमरे पर बुलाता था।
वो कई बार आशा से मिलने के लिए सिंगरौली भी जाता था।
आशा ने कई बार उसे शादी के लिए बोला, पर उसने हर बार बेरोजगार होने का बहाना बनाकर टाल दिया और कहा सेटल होने के बाद ही शादी करेंगे।’
दूसरे अफेयर का खुलासा, 1 साल तक बंद थी बातचीत
अक्टूबर 2016 में पता चला कि भूपेंद्र का दूसरी लड़की से अफेयर है। तो आशा ने उससे बातचीत बंद कर दी। करीब एक साल तक दोनों की बात बंद रही।
फिर भूपेंद्र ने उसे मनाया और कहा- मैं तुमसे ही शादी करूंगा। जिसके बाद साल 2017 में दोनों के बीच फिर बातचीत शुरू हो गई।
अगस्त 2020 में आशा का ट्रांसफर बालाघाट में हो गया जहां वो किराए से रहती थी। भूपेंद्र वहां भी उससे मिलने आने लगा।
दूसरी लड़की को बताया बहन
दिसंबर 2021 में भूपेंद्र भारतीय जनता युवा मोर्चा का अध्यक्ष बना।
भूपेंद्र और आशा के बीच आखिरी बार 8 अप्रैल 2022 को संबंध बने थे।
इसी बीच आशा को पता चला कि उसने दूसरी लड़की से रिश्ता खत्म नहीं किया है। जब उसने इस बारे में पूछा तो भूपेंद्र ने कहा कि- वो तो मेरी बहन है।
शादी की बात पर कहा- तू छोटी जाति की है
इसके बाद आशा ने जब फिर से शादी के लिए कहा तो वो टालने लगा और कहा- तू छोटी जाति की है। मेरे घरवाले इस रिश्ते के लिए नहीं मानेंगे।
वो तेरी जाति वालों के हाथ से पानी तक नहीं पीते। अब मैं युवा मोर्चा का अध्यक्ष हूं। तुझसे शादी करूंगा तो बदनामी होगी।
जब आशा ने पुलिस कंप्लेन करने की बात कही तो भूपेंद्र ने कहा- तुझे जो करना है, कर ले।
घर आकर धमकाया
इसके बाद भूपेंद्र ने 20 अप्रैल 2022 को आशा के साथ फोन पर गाली-गलौज और धमकाते हुए कहा कि अगर पुलिस में रिपोर्ट की तो तुझे और तेरे परिवार को खत्म कर दूंगा। इसके बाद बात करना बंद कर दिया।
लेकिन आशा के मन में अब भी उम्मीद थी तो उसने फिर से उसे मनाने की कोशिश की। इस पर भूपेंद्र ने फिर शादी का आश्वासन दिया और कहा- तुम अपने घरवालों को मना लो।
क्योंकि आशा के घरवालों को भी भूपेंद्र की हरकतें पसंद नहीं थी। लेकिन फिर भी आशा ने जैसे-तैसे अपने घरवालों को शादी के लिए मना लिया।
4 फरवरी 2024 को भूपेंद्र फिर आशा के घर गया और उसके चरित्र पर लांछन लगाते हुए शादी से इंकार कर दिया।
सगाई की बात पता चलते ही फंक्शन में पहुंची
16 नवंबर को आशा को पता चला कि 18 नवंबर को भूपेंद्र शादी करने वाला है। 17 नवंबर की दोपहर 12 बजे वो सगाई स्थल पर पहुंची जहां फंक्शन चल रहा था।
आशा अकेली थी इसलिए उसने डायल 100 कर पुलिस बुलाई।
लड़की पक्ष ने किया हंगामा, फरार हुआ दूल्हा
जैसे ही आशा ने भूपेंद्र की सच्चाई बताई तो लड़की पक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। मामला बढ़ता देख भूपेंद्र सगाई छोड़कर भाग निकला।
पुलिसवालों ने 12 घंटे बैठाया
आशा के मुताबिक पुलिसवालों ने उसे करीब 12 घंटे तक थाने में बिठाकर रखा फिर 17 नवंबर की रात 11:30 बजे करीब उसकी रिपोर्ट लिखी।
रात में ही उसे मेडिकल के लिए ले जाया गया जहां से वो रात डेढ़ बजे अकेले घर लौटी।
FIR के बाद भूपेंद्र ने दिया इस्तीफा
FIR होने के बाद भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष भूपेंद्र सोहागपुरे ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए त्यागपत्र में लिखा- मेरी वजह से संगठन की छवि खराब न हो, इसलिए इस्तीफा दे रहा हूं।
फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है लेकिन ये मुद्दा राजनीति के गलियारों में काफी खलबली मचा रहा है।
डिस्क्लेमर- खबर में आशा नाम काल्पनिक है।