Selfie With Toilet: स्वच्छता में देशभर में अपनी पहचान बना चुके इंदौर ने विश्व शौचालय दिवस के अवसर इतिहास रच दिया।
नगर निगम द्वारा चलाए गए ‘सेल्फी विद टॉयलेट’ अभियान को शहर के नागरिकों ने सफल बनाया।
शौचालय सुपर स्पॉट अभियान के तहत शौचालयों के सामने 1 लाख सेल्फी लेने का टारगेट 16 घंटे में पूरा हो गया।
इससे इंदौर शहर को वाटर प्लस और सेवन स्टार सर्टिफिकेट मिल सकते हैं।
स्वच्छता में बड़ी छलांग, इंदौर ने बनाया नया रिकॉर्ड
इंदौर ने विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर एक और अनोखा रिकॉर्ड बनाया।
700 शौचालयों को केंद्र बनाकर शौचालय सुपरस्पॉट नामक अभियान की शुरुआत की गई।
मेयर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला और निगमायुक्त शिवम वर्मा ने शारदा मठ स्थित सुलभ शौचालय परिसर में इसका उद्घाटन किया।
कार्यक्रम में जुम्बा डांस और नुक्कड़ नाटक जैसे आयोजनों के साथ स्वच्छता संदेश दिया गया।
नगर निगम ने इस अभियान के तहत एक लाख सेल्फी का लक्ष्य रखा।
जिसके लिए शौचालयों को रंगोली, फूल और गुब्बारों से सजाया गया और सेल्फी पाइंट भी बनाए गए।
मंगलवार सुबह 5 बजे से ही लोगों का सेल्फी लेने का सिलसिला शुरू हो गया जो रात करीब 9 बजे तक चला।
अभियान को लेकर जनता की जागरूकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 3 घंटे के अंदर ही 30 हजार से ज्यादा फोटो अपलोड हो चुके थे।
इस महाअभियान को सफल बनाने की तैयारी 7 दिन पहले से शुरू कर दी गई थी, जिसके लिए एनजीओ की मदद भी ली गई।
बता दें कि मानव स्वच्छता को ध्यान में रखकर 2001 में इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई थी।
यह अभियान स्वच्छता के प्रति जनभागीदारी को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था।
मेयर ने ली सेल्फी, केयरटेकर और हेल्पर का सम्मान
इस मौके पर शौचालय के केयरटेकर और हेल्पर को सम्मानित किया गया।
इस दौरान मेयर पुष्य मित्र भार्गव ने भी सेल्फी ली और कहा कि लोग सफाई का स्वच्छता का पर्सनल हाइजिन का ध्यान रखें।
अभियान की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए मेयर ने कहा कि यह नागरिकों की स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इंदौर ने पूरे भारत के सामने एक बार फिर स्वच्छता की नई चुनौती पेश की है।
यह अभियान स्वच्छता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
वहीं नगर निगम के स्वास्थ्य प्रभारी अश्विनी शुक्ल ने कहा कि इंदौर की जनता की जागरूकता और भागीदारी ने ही इस बड़े लक्ष्य को संभव बनाया।
नगर निगम ने इस उपलब्धि को शहर की वाटर प्लस और सेवन स्टार सर्टिफिकेट प्राप्ति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया है।
इन सर्टिफिकेट्स के लिए स्वच्छता, शौचालय सुविधाओं और जल प्रबंधन में उत्कृष्टता आवश्यक है।
बता दें जिस शहरों के पास वाटर प्लस सर्टिफिकेट होता है, उन्हें ही सेवन स्टार सर्टिफिकेट मिल सकता है।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में इन दोनों सर्टिफिकेट के लिए अतिरिक्त अंक निर्धारित किए गए हैं।
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