Fake Police Exposed: इन दिनों डिजिटल माध्यम से ठगी की घटनाएं काफी बढ़ गई।
फर्जी पुलिस, सीबीआई अधिकारी या बैंक अधिकारी बनकर लोगों को वीडियो कॉल के जरिए डराया-धमकाया जा रहा है।
ऐसी ही एक घटना इंदौर में हुई, जहां एडिशनल डीसीपी को डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश की गई।
इस मौके पर नकली पुलिस का सामना जब असली पुलिस से हुआ तो ठगों के होश गए और उनके चाल उन्हीं पर उल्टी पड़ गई।
इस घटना का अवेयरनेस के लिए वीडियो भी बनाया गया है।
असली वर्दी देख उड़े होश, कॉल डिस्कनेक्ट कर भागे ठग
वीडियो कॉल करके डिजिटल अरेस्ट करने की धमकी देना और फिर गिरफ्तारी के नाम पर डराकर लोगों से ठगी करना, इस तरह की घटनाएं आए दिन सामने आ रही है।
इंदौर शहर में भी एक ठगी हुई जिसका वीडियो अब लोगों जागरूक करने का काम आ रहा है।
दरअसल इस बार ठगों का पाला किसी आम व्यक्ति से नहीं बल्कि असली पुलिस से पड़ गया।
साइबर अपराधियों ने ठगी करने की नीयत से वीडियो तो कॉल किया था।
लेकिन, जब कॉल अटैंड हुआ तो मोबाइल स्क्रीन पर सामने वाले शख्स को देखकर बदमाशों के होश उड़ गए।
सामने खाकी वर्दी में एक पुलिस अधिकारी बैठा था, जिसके बाद ठगों ने तुरंत कॉल कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया।
साइबर क्राइम की यह घटना इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के साथ हुई।
फेक मुंबई पुलिस कमिश्नर ने दी कानूनी कार्रवाई की धमकी
यह मामला बुधवार दोपहर करीब 2 बजे का है, जब एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया अपने दफ्तर में मीडिया को प्रेस ब्रीफिंग दे रहे थे।
उसी दौरान उन्हें एक अनजान नंबर से वॉइस कॉल आया।
कॉलर ने खुद को बैंक कस्टमर केयर अधिकारी बताते हुए कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड से गलत तरीके से 1 लाख 11 हजार रुपए 930 रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ है।
क्रेडिट कार्ड का मिसयूज हो रहा है और इसकी एफआईआर दर्ज की गई है।
अधिकारी समझ गए थे कि ये फ्रॉड का कॉल है और वह ठगों से बात करते रहे।
एडिशनल डीसीपी ने जब दावा खारिज किया तो कॉलर ने दबाव डालते हुए कहा कि यह मामला मुंबई पुलिस को ट्रांसफर किया जाएगा।
थोड़ी देर बाद स्टेटमेंट लेने के लिए राजेश दंडोतिया को वीडियो कॉल आता है।
इस बार कॉलर ने खुद को मुंबई पुलिस कमिश्नर बताते हुए दंडोतिया पर कानूनी कार्रवाई की धमकी दी।
ठग ने पूछा आप मुंबई कब आए थे, तो दंडोतिया ने जवाब दिया कि मैं तो 10 साल से मुबंई आया ही नहीं हूं।
फिर उन्होंने कहा कि 2 घंटे में आपको थाने आना पड़ेगा।
तो दंडोतिया ने कहा मैं इंदौर में रहता हूं, 2 घंटे में आना संभव नहीं है।
अवेयरनेस के लिए राजेश दंडोतिया ने बनाया वीडियो
वीडियो कॉल के दौरान राजेश दंडोतिया पुलिस की वर्दी में थे।
जब उन्होंने कॉलर से पूछा कि वह असली पुलिस अधिकारी से बात कर रहा है और यह सब रिकॉर्ड हो रहा है तो ठग के होश उड़ गए।
एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि मुझे एक ऑटोमैटेड कॉल आया।
जिसमें बताया गया कि आपके क्रेडिट कार्ड का मिस यूज हुआ है।
2 घंटे के अंदर आपका बैंक अकाउंट बंद हो जाएगा।
इसके बाद मुझे वर्दी में देखकर उन्होंने कहा कि आपके साथ कौन है।
तो मैंने कहा कि मैं ही हूं, मैं एक पुलिस अफसर हूं, इसके बाद उन्होंने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया।
एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने लोगों को अवेयर करने के लिए इस घटना वीडियो रिकॉर्ड कर लिया।
कई लोग ऐसे ठगों की चाल में फंसकर अपने लाखों रुपए गंवा चुके हैं, यह घटना लोगों के लिए एक उदाहरण है।
साथ ही पुलिस ने अपील की कि सतर्कता और जागरूकता से किसी भी धोखाधड़ी से बचा जा सकता है।
अगर आपको किसी अनजान नंबर से वीडियो कॉल या धमकी भरा फोन आए, तो उसकी तुरंत सूचना स्थानीय पुलिस या साइबर सेल को दें।
किसी भी बैंक या सरकारी अधिकारी से संबंधित कॉल की जानकारी को सत्यापित करें।