Attempt To TI Digital Arrest: इंदौर। इन दिनों डिजिटल अरेस्ट नाम का साइबर फ्रॉड काफी सुनने-देखने को मिल रहा है।
इस अपराध के शिकार होने वालों में पढ़े-लिखे लोगों के साथ-साथ पुलिस वाले भी हो रहे हैं।
साइबर अपराध करने वाले अपराधी पुलिस वालों को भी नहीं बख्श रहे हैं।
ताजा मामला मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से सामने आया है, जहां एक पुलिस थाने के थाना इंचार्ज को ही डिजिटल अरेस्ट करने की नाकाम कोशिश की गई।
वो तो टीआई साहब अलर्ट थे और उन्होंने अपने साथ होने वाले धोखे को समय रहते भांप लिया और इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी कर ली।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि कॉल करने वाले बदमाश की डीपी पर पुलिस की वर्दी वाली तस्वीर लगी थी।
Attempt To TI Digital Arrest: परदेसीपुरा थाना प्रभारी के पास आया फर्जी कॉल –
दरअसल, इंदौर के परदेसीपुरा थाना प्रभारी पंकज द्विवेदी के पास एक बदमाश का फर्जी कॉल आया था।
बदमाश किसी तरह से उनसे उनके बेटे की जानकारी मांग रहा था।
थाना प्रभारी द्विवेदी ने बदमाश को बेटे के बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया।
रेप या ड्रग्स केस के नाम पर करते हैं पैसों की मांग –
बता दें कि साइबर ठग फर्जी कॉल कर बच्चों को रेप केस या नशे के केस में फंसाने के नाम पर पैसों की मांग करते हैं।
बीते दिनों इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं जिनमें बार रह रहे बच्चों के माता-पिता से इस तरह की धोखाधड़ी की गई है।
इसके अलावा कई बुजुर्गों को भी डिजिटल अरेस्ट कर पैसे साइबर ठगों द्वारा अपने-अपने अकाउंट में डलवाए गए हैं।
Attempt To TI Digital Arrest: एडिशनल डीसीपी को भी आ चुका है फर्जी कॉल –
परदेसीपुरा थाना प्रभारी से पहले एडिशनल डीसीपी क्राइम राजेश दांडोतिया के पास भी डिजिटल अरेस्ट करने के लिए फर्जी कॉल आ चुका है।
चूंकि दोनों पुलिस अफसर हैं इसलिए सावधानी के कारण बदमाशों के चंगुल में आने से बच गए।
यदि कोई आम आदमी होता तो वह पुलिस वर्दी वाली डीपी और रौबदार आवाज में बात करने वाले ऐसे कॉल के झांसे में जरूर आ जाता है।
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