Homeन्यूजजनकल्याण अभियान और जनकल्याण पर्व की शुरुआत, जनता के लिए सौगातों की...

जनकल्याण अभियान और जनकल्याण पर्व की शुरुआत, जनता के लिए सौगातों की बौछार

और पढ़ें

Jan Kalyan Parv And Abhiyan: मध्यप्रदेश में मोहन सरकार के गठन के एक साल पूरे हो गए हैं।

इन 12 महीनों के भीतर सरकार ने कई बड़ी घोषणाएं की और प्रदेश वासियों को लिए अपना पिटारा खोला।

वहीं अब मुख्यमंत्री प्रदेशवासियों को 16 दिन में 16 हजार करोड़ के विकास कार्यों की सौगात देकर इस खुशी को दोगुना करेंगे।

11 दिसंबर से 26 जनवरी 2025 तक जनकल्याण अभियान और 11 से 26 दिसंबर तक जनकल्याण पर्व मनाया जाएगा।

इस दौरान नए कार्यों को स्वीकृति देने के साथ ही सरकार का फोकस गरीब, युवा, किसान और महिलाओं पर रहेगा।

जनकल्याण पर्व: 16 दिन में 16 हजार करोड़ की सौगात

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कार्यकाल के एक साल पूरे पर 11 से 26 दिसंबर तक जनकल्याण पर्व मनाया जाएगा।

प्रदेशवासियों को इन 16 दिनों में 16 हजार करोड़ के विकास कार्यों की सौगात मिलेगी।

सीएम डॉ मोहन यादव अलग-अलग संभाग में जाएंगे और करोड़े के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे।

सरकार के आदेश के मुताबिक प्रदेश के मंत्रीगण अपने प्रभार और गृह जिलों में विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लेंगे।

जिलों में लगने वाले शिविरों में भी आवश्यक व्यवस्थाएं मंत्रीगण द्वारा सुनिश्चित की जाएं।

सांसद और अन्य जनप्रतिनिधि भी जनकल्याण जनकल्याण पर्व की गतिविधियों से जुड़ेंगे।

जनकल्याण अभियान: जनता के लिए बड़े तोहफों की घोषणा

मध्यप्रदेश सरकार ने युवाओं, महिलाओं, किसानों और वंचितों के लिए कल्याणकारी अभियान की घोषणा की है।

मोहन सरकार के गठन के 1 वर्ष पूर्ण होने पर 11 दिसंबर से 26 जनवरी 2025 तक जनकल्याण अभियान मनाया जाएगा।

इस लोक कल्याण महोत्सव के दौरान सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को लाभ मिलेगा और विकास कार्यों का उद्घाटन होगा।

इसमें 34 लाभार्थीपरक योजनाएं, 11 लक्ष्य आधारित योजनाएं एवं 63 अन्य सेवाएं शामिल होंगी।

हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मंगलवार को नई दिल्ली में भेंट हुई।

इस दौरान सीएम ने प्रधानमंत्री मोदी को मध्यप्रदेश आने का आमंत्रण दिया गया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने आगामी 24 फरवरी 2025 को भोपाल में हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में आने की सहमति दी है।

वहीं पीएम मोदी को मध्यप्रदेश में अन्य कार्यक्रमों के लिए भी आमंत्रित किया गया है।

सरकार का मकसद जनता के हित में चलाई जा रही योजनाओं को धरातल पर क्रियान्वित करना है।

विभिन्न जिलों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

जन-कल्याण पर्व में ग्वालियर, जबलपुर, शहडोल, सागर, पचमढ़ी में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

नदी जोड़ो अभियान, वन मेले, पुलिस बैंड की प्रस्तुति, ग्वालियर में तानसेन समारोह और कन्वेशन सेंटर का लोकार्पण समेत कई कार्यक्रमों का आयोजन होगी।

इन कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य सरकार की एक वर्ष की उपलब्धियों को प्रदेशवासियों के साथ साझा किया जाएगा।

वहीं जन-कल्याण अभियान का मुख्य उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के युवा, महिला, किसान और गरीब वर्ग के विकास के लिए दृढ़ संकल्पित होकर कार्य करना है।

अभियान अवधि में शहरी और ग्रामीण अंचलों में शिविर लगाकर आमजन की समस्याओं का निराकरण और पात्र हितग्राहियों को चिन्हांकित कर योजनाओं का लाभ दिया जायेगा।

आयुष्मान योजना में 70 वर्ष और इससे अधिक आयु वर्ग के नागरिकों के कार्ड बनाये जाएंगे।

अभियान की गतिविधियों की निगरानी सीएम हेल्पलाइन डैशबोर्ड के माध्यम से की जाएगी, इस पर मुख्यमंत्री, कलेक्टर और विभागीय अधिकारी पहुंच सकेंगे।

साथ ही मुख्यमंत्री ने वर्तमान में चल रहे राजस्व महाअभियान-3 की अवधि को 26 जनवरी 2025 तक बढ़ाने के निर्देश दिए।

मोहन सरकार ने अपनी तरफ खींचा सबका ध्यान

मध्य प्रदेश में 11 दिसंबर 2023 की तारीख अहम मानी जाती है, क्योंकि इसी दिन बीजेपी ने डॉ. मोहन यादव को मध्य प्रदेश की कमान सौंपने का ऐलान किया था।

भाजपा दफ्तर में जब सीएम मोहन यादव के नाम का ऐलान हुआ तो हर कोई हैरान रह गया।

लेकिन, 13 दिसंबर को बनी सरकार के एक साल के कार्यकाल ने कई मायनों में यह साबित कर दिया कि डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाने का बीजेपी का फैसला दूरदर्शी था।

एक साल के अंदर ही सरकार के फैसलों ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा हैं।

महिलाओं 35 प्रतिशत आरक्षण देना, निवेश पर सबसे ज्यादा फोकस करना, अफसरशाही पर लगाम लगाना, मध्य प्रदेश-राजस्थान के बीच चल रहे जल बंटवारे के मुद्दे को सुलझाना सीएम मोहन के नेतृत्व में सरकार ने ऐसे कई बड़े फैसले किए, जो प्रदेश में एक नई ऊर्जा का संचार कर रहे हैं।

- Advertisement -spot_img