MP C Ilaiyaraaja: भारत भले ही विकास की नई ऊंचाईयों को छू रहा है, लेकिन देश में जाति के आधार पर भेदभाव खत्म नहीं हुआ है।
इस बार जातिगत भेदभाव का सामना राज्यसभा सांसद इलैयाराजा को करना पड़ा है।
तमिलनाडु में एक मंदिर के पुजारी ने सांसद को दलित होने के कारण अंदर जाने नहीं दिया, जिसका वीडियो भी सामने आया है।
सांसद को पुजारी ने गर्भगृह में जाने से रोका
भारत का नाम विकासित देशों में आता है, बावजूद इसके यहां लोगों के साथ जाति के आधार भेदभाव किया जाता है।
राज्यसभा सांसद सी इलैयाराजा जातिगत भेदभाव का शिकार हो गए।
ये घटना तमिलनाडु के श्रीविल्लिपुथुर के आंदल मंदिर में हुई।
दलित होने के कारण पुजारी ने उन्हें मंदिर के गर्भगृह में जाने से रोक दिया।
इसके बाद सांसद इलैयाराजा वहां से बाहर निकाल दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
Tamil Nadu: Legendry Music composer C. Ilaiyaraja was stopped by a priest at the Srivilliputhur Andal Temple in Virudhunagar district, Ilaiyaraaja had arrived to attend a dance performance based on his music composition, 'Divya Prabandham' at the temple. The priest asked… pic.twitter.com/xRKch74DMu
— IANS (@ians_india) December 16, 2024
अंतरराष्ट्रीय संगीतकार दलित परिवार में जन्मे
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संगीतकार सांसद सी इलैयाराजा दलित परिवार में जन्मे हैं।
साल 1943 को उनका जन्म तमिलनाडु के थेनि जिले में तमिल परिवार में ज्ञानथेसिगन के रूप में हुआ था।
उनकी और डीएमके नेता एम. करुणानिधि दोनों की जन्मतिथि एक ही तारीख (3 जून) को है।
इसी वजह से उन्होंने अपनी जन्मतिथि 2 जून को मनाने का फैसला किया था, ताकि लोग केवल करुणानिधि की जन्मतिथि 3 जून को मना सकें।
इसके बाद उन्हें “इसाइगनानी” की उपाधि दी गई थी।
इसके अलावा उन्हें “इसैज्ञानी” (संगीत ज्ञानी) के उपनाम से भी जाना जाता है।
7000 से ज्यादा गीतों की रचना, मिले कई बड़े अवार्ड
इलैयाराजा अपने संगीत के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं, उन्होंने 7 हजार से ज्यादा गीतों की रचना की है।
इलैयाराजा ने मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय भाषाओं में बनी फ़िल्मों में संगीत दिया है।
इसके अलावा उन्होंने 20 हजार से अधिक कान्सर्ट में हिस्सा लिया हैं।
इलैयाराजा को शताब्दी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है और उन्हें पांच नेशनल अवार्ड भी मिले हैं।
भारत ने उन्हें 2010 में पद्मभूषण से और 2018 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया था।
2012 में उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
इलैयाराजा लंदन के ट्रिनिटी संगीत महाविद्यालय से क्लासिकल गिटार वादन में स्वर्ण पदक विजेता भी हैं।