Ujjain Mahakal Donation: मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर का भंडार भक्तों ने भर दिया है।
मंदिर को 11 माह 15 दिनों में 165 करोड़ रुपये से अधिक का दान मिला है।
इसमे 1533 ग्राम सोना के साथ 399 किलो चांदी ओर नगद रुपए भी मिले है।
इस साल करीब 6 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए हैं।
53 करोड़ 50 लाख की लड्डू प्रसादी ले गए भक्त
इतना ही नहीं महाकाल के भक्त 53 करोड़ 50 लाख से अधिक लड्डू प्रसादी ले गए है।
साथ ही 64 किलो आभूषण दान पेटी से प्राप्त हुए है।
हालांकि फिर भी ये चढ़ावा पिछले साल की तुलना में कम है क्योंकि महाकाल गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश बंद होने से आय प्रभावित हुई है।
महाकाल लोक बनने के बाद बढ़े भक्त
उज्जैन में महाकाल लोक बनने के बाद से ही श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है।
इसके पहले मंदिर में रोजाना दर्शन के लिए 50 हजार के करीब श्रद्धालु पहुंचते थे। लेकिन अब यह आंकड़ा बढ़कर डेढ़ से दो लाख श्रद्धालु प्रतिदिन पर पहुंच गया है।
यहां महाकाल दर्शन को आने वाले भक्त दिल खोलकर महाकाल मंदिर में दान और भेंट देते हैं, इससे मंदिर की आय भी तीन गुना बढ़ी है।
मंदिर समिति ने जारी किया 13 माह का आंकड़ा
बताया जा रहा है कि पिछले साल 13 माह का आंकड़ा मंदिर समिति ने जारी किया था।
उस समय करीब 6 माह तक गर्भगृह में भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित नहीं था।
इस कारण से प्रति श्रद्धालु के रूप में मंदिर समिति को 750 रुपए प्रवेश के रूप में मिलते थे। जिससे मंदिर की 13 माह की आय 1अरब 69 करोड़ 73 लाख के करीब बताई गई थी।
हालांकि अभी साल 2024 समाप्त नही हुआ है। इसके पहले 2023 में मंदिर को 112 करोड़ 31 लाख 85 हजार नौ सो अठासी रुपए का चढ़ावा आया था।
मंदिर समिति को अभी 17 दिन का दान और अन्य आय की गणना करना बाकी है।
11 माह, 13 दिन में मिला अपार दान
महाकाल मंदिर समिति को जनवरी 2024 से लेकर 13 दिसंबर 2024 तक महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आए भक्तों ने सिर्फ नकद ही दान नहीं दिया, बल्कि बड़ी संख्या में सोना-चांदी भी दान किया है।
1 जनवरी 2024 से 13 दिसंबर 2024 तक एक वर्ष में 399 किलो चांदी जिसकी अनुमानित कीमत 2 करोड़ 42 लाख 803 रुपए के करीब बताई जा रही है।
इसके साथ डेढ़ किलो सोना जिसकी कीमत 95 लाख 29 हजार 556 रुपए है।
इस बार वर्ष 2024 में मंदिर की आय बिना गर्भगृह खुले ही 12 माह से पहले 165 करोड़ रुपए से अधिक पहुंच गई है
महाकाल मंदिर को भेंट पेटी, भस्म आरती ओर शीघ्र दर्शन से हुई आय
मंदिर से मिली जानकारी के अनुसार महाकाल मंदिर को भेंट पेटियों से 43 करोड़ 85 लाख 20 हज़ार 718 रुपए की आई हुई है।
वहीं भक्तों द्वारा शीघ्र दर्शन करने से 48 करोड़ और 99 लाख 80 551 रुपए की आई हुई है।
शीघ्र दर्शन का शुल्क 250 रुपये प्रति श्रद्धालु है।
वहीं महाकाल भस्म आरती से 9 करोड़ 90 लाख 2 हज़ार 600 रुपए की आय हुई है।
मंदिर समिति को अभिषेक भेंट अन्य क्षेत्र धर्मशाला बुकिंग के साथ मांग और ध्वज बुकिंग से भी आय प्राप्त हुई है। जिसकी अनुमानित आय करोड़ से अधिक है।
विकास-सुविधाओं पर खर्च होगी राशि
बाबा महाकाल को मिले दान को लेकर उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि दान में मिली इस राशि का इस्तेमाल विकास सुविधाओं पर किया जाएगा।
बता दें, साल 2021 में 22.13 करोड़ रुपये मिले थे।
साल 2022 में 46.39 करोड़ रुपये मिले थे।
साल 2023 में 183.98 करोड़ रुपये दान में मिले थे।