Cancer Vaccine Russia: कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनकर ही लोग घबरा जाते हैं क्योंकि इस बीमारी में इंसान का बचना बेहद मुश्किल होता है।
मगर 17 दिसंबर को दुनियाभर के कैंसर मरीजों के लिए रूस से एक अच्छी खबर आई है।
दरअसल, रूस ने कैंसर वैक्सीन बनाने का दावा किया है और ये भी कहा है कि जनवरी 2025 से रशिया में कैंसर मरीजों को यह वैक्सीन मुफ्त में लगाई जाएगी।
2025 से नागरिकों को फ्री में लगेगा टीका
इस बात की जानकारी रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के रेडियोलॉजी मेडिकल रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर आंद्रेई कप्रीन ने रेडियो पर दी।
डायरेक्टर आंद्रेई ने बताया कि रूस ने कैंसर के खिलाफ अपनी mRNA वैक्सीन विकसित कर ली है।
रूस की इस खोज को सदी की सबसे बड़ी खोज माना जा रहा है।
🇷🇺 #Russia announces a breakthrough: a therapeutic #mRNA #cancerVaccine set to be distributed free to patients by 2025. Pre-clinical trials show it suppresses tumor growth and limits metastasis—a step forward in personalized medicine. #RT pic.twitter.com/DEqPGBVcrZ
— Ivan Kircanski (@KircanskiIvan) December 18, 2024
कैंसर के ट्यूमर को फैलने से रोकेगा (Prevents cancer tumors)
वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल से पता चला है कि इससे ट्यूमर के विकास को रोककर कैंसर को फैलने से रोका जा सकता है।
यह टीका कैंसर रोगियों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाएगा और हर तरह के कैंसर रोगी को दिया जा सकता है।
क्या होती mRNA वैक्सीन (What is mRNA Vaccine)
mRNA या मैसेंजर-RNA इंसानों के जेनेटिक कोड का एक छोटा सा हिस्सा है, जो हमारी सेल्स (कोशिकाओं) में प्रोटीन बनाती है।
आसान भाषा में समझे तो जब हमारे शरीर पर कोई वायरस या बैक्टीरिया हमला करता है तो mRNA टेक्नोलॉजी हमारी सेल्स को उस वायरस या बैक्टीरिया से लड़ने के लिए प्रोटीन बनाने का संदेश भेजती है।
इससे हमारे इम्यून सिस्टम को जो जरूरी प्रोटीन चाहिए होता है। वह प्रोटीन मिल जाता है और हमारे शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है।
इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि इससे कन्वेंशनल वैक्सीन के मुकाबले ज्यादा जल्दी वैक्सीन बन सकती है।
इसके साथ ही इससे शरीर की इम्युनिटी भी मजबूत होती है।
mRNA टेक्नोलॉजी पर आधारित यह कैंसर की वैक्सीन पहली वैक्सीन है।
मॉस्को में गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के निदेशक, अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने साल 2024 के शुरूआत में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बताया था कि रूस कैंसर की वैक्सीन बनाने के बेहद करीब है।
AI से तेजी से बनेगी पर्सनलाइज्ड वैक्सीन
रूस के वैक्सीन विशेषज्ञ गिन्ट्सबर्ग ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से पर्सनलाइज्ड कैंसर वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया को घंटों में पूरा किया जा सकेगा।
मौजूदा समय में यह प्रक्रिया लंबी और जटिल होती है, क्योंकि इसमें गणित के मैथड का इस्तेमाल होता है।
लेकिन AI और न्यूरल नेटवर्क कंप्यूटिंग की मदद से इसे महज 30 मिनट से 1 घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
भारत में जानलेवा कैंसर
बात करें भारत की तो ग्लोबल कैंसर ऑब्जरवेटरी के आंकड़ों के अनुसार, 50 साल की उम्र से पहले ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और थायराइड कैंसर सबसे ज्यादा हो रहे हैं।
भारत में ब्रेस्ट, मुंह, गर्भाशय और फेफड़ों के कैंसर के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) का आकलन है कि 5 साल में देश में 12% की दर से कैंसर मरीज बढ़ेंगे, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती कम उम्र में कैंसर का शिकार होने की है।
नेचर जर्नल में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, कम उम्र में कैंसर की सबसे बड़ी वजहों में हमारी लाइफस्टाइल है