Stampede In Pandit Pradeep Mishra Katha: मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ के शताब्दी नगर में चल रही पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे भगदड़ मच गई।
इस भगदड़ की वजह से कई महिलाएं और बुजुर्ग गिरकर चोटिल हो गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोपहर 1 बजे से पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा शुरू हो चुकी थी जिसमें करीब 1 लाख लोग पहुंचे थे।
पंडित मिश्रा की कथा शुरू होने पर लोग जल्दबाजी में अंदर जा रहे थे।
सुरक्षा के लिए मौजूद बाउंसर्स ने अचानक भीड़ बढ़ने पर आनेवाले लोगों को थोड़ा रोक-रोक कर एंट्री करानी शुरू की।
इस दौरान ही वहां भगदड़ मच गई और महिलाएं-बुजुर्ग चोटिल हो गए।
भगदड़ में चोटिल महिलाओं और बुजुर्गों का कथास्थल पर बने हेल्थ कैंप में इलाज किया जा रहा है।
बता दें कि मेरठ के शताब्दी नगर में चल रही पंडित प्रदीप मिश्रा की इस कथा का शुक्रवार को छठा और शनिवार को आखिरी दिन है।
पं. मिश्रा की इस कथा में रोजाना ही तकरीबन डेढ़ लाख लोग आ रहे हैं और कई VVIP भी इसमें शामिल हो रहे हैं।
Stampede In Pandit Pradeep Mishra Katha: बाउंसर्स से झगड़ा के बाद मची भगदड़ –
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पं. मिश्रा की कथा में जिस रास्ते से भीड़ आ रही थी, उसी रास्ते से मुख्य यजमान भी जा रहे थे।
इसी दौरान एंट्री को बाउंसर्स और आम लोगों के बीच झगड़ा हो गया।
एंट्री गेट पर बाउंसर्स ने महिलाओं को अंदर जाने से रोक दिया।
वहां मौजूद भीड़ आगे बढ़ने के लिए पीछे से धक्का देती रही।
इसी धक्कामुक्की के बीच एंट्री गेट के पास 15-20 महिलाएं और कुछ बुजुर्ग एक-एक कर गिर गए।
बताया जा रहा है कि कथा के दौरान शुक्रवार को 2 बार भगदड़ की स्थिति बनी।
सबसे पहले सुबह 9.30 बजे भगदड़ की स्थिति बनी थी जब लोग VIP पास के लिए जुटे थे।
इसके बाद फिर दोपहर करीब 1 बजे एंट्री गेट पर बाउंसर्स के साथ झगड़ा होने के बाद 20-25 महिलाएं-बुजुर्ग गिए कर चोटिल हो गए।
Stampede In Pandit Pradeep Mishra Katha: पुलिस ने भगदड़ की बात से किया इनकार –
वहीं, पुलिस महकमे ने कथा स्थल पर भगदड़ की बात से इनकार किया है।
एसपी सिटी आयुष विक्रम ने मीडिया को बताया कि महिलाएं बैरिकेडिंग पर चढ़ रही थीं।
इनमें से ही कुछ महिलाएं गिर गईं और चोटिल हो गईं। भगदड़ जैसा कोई मामला नहीं है।
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