Saffron Flag Removed: मध्यप्रदेश के राजगढ़ में भगवा झंडे पर राजनीतिक घमासान छिड़ा हुआ है।
भाजपा विधायक का भारत माता चौराहे पर भगवा झंडा फहराना पूर्व मुख्यमंत्री को नागवार गुजरा।
दिग्विजय सिंह ने तिरंगे की जगह भगवा झंडा फहराने का विरोध जताया और कलेक्टर को चेतावनी दे डाली।
दिग्विजय ने 24 दिसंबर तक भगवा ध्वज उतारने का अल्टीमेटम दिया था।
लेकिन, इससे पहले की प्रशासन हरकत में आ गया और भगवा ध्वज को उतारकर (Saffron Flag Removed) राष्ट्रीय ध्वज फहराया दिया गया।
BJP विधायक के भगवा झंडे पर दिग्विजय का विरोध
राजगढ़ जिला मुख्यालय के खिलचीपुर नाके पर भगवा झंडा लगाए जाने पर विवाद गहरा गया।
3 दिसंबर को भारत माता चौराहे पर भाजपा विधायक ने जहां पहले तिरंगा झंडा हुआ करता था, वहां भगवा झंडा फहरा दिया।
इस पूरे मसले पर राजगढ़ विधायक अमर सिंह यादव ने कहा था कि भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो इसकी पहल हमने राजगढ़ से भगवा झंडा लहराकर की है।
हालांकि, जब ये मामला कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह तक पहुंचा, तो उन्होंने इसका विरोध जताया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नाके पर 100 फीट ऊंचा तिरंगा झंडा लहराया गया था, जिसे हटाकर माननीय विधायक ने केसरिया झंडा लगा दिया।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर केसरिया झंडा लगाना है, तो मंदिर में लगाइए।
राघौगढ़ किले पर भी केसरिया झंडा लगा है, जाकर देख सकते हैं।
लेकिन, तिरंगे की जगह केसरिया झंडा लगाना गलत है।
मैंने खुद देखा है कि वहां एक छोटा तिरंगा झंडा लगा हुआ है।
सवाल यह है कि बड़े झंडे से तिरंगा क्यों हटाया गया?
दिग्विजय ने दिया अल्टीमेटम, प्रशासन ने हटाया भगवा
केसरिया रंग का झंडा फहराने का मामला जब दिग्विजय सिंह ने संज्ञान में आया, तो उन्होंने जिला प्रशासन और कलेक्टर को अल्टीमेटम दे दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिग्विजय सिंह ने कहा कि तिरंगे का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
24 दिसबंर तक भगवा झंडा हटाकर तिरंगा लगाया जाए।
अगर प्रशासन ने इसे नहीं बदला, तो कांग्रेस कार्यकर्ता भगवा झंडा हटाएंगे और तिरंगा फहराएंगे।
हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री के दिए गए अल्टीमेटम के पहली ही केसरिया रंग का झंडा उतार (Saffron Flag Removed) दिया गया।
सोमवार सुबह भारत माता चौराहे पर लगे 100 फीट ऊंचे भगवा ध्वज को प्रशासन ने हटाकर तिरंगा झंडा फहराया।
ध्वजारोहण के दौरान पुलिसकर्मियों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और मौके पर मौजूद लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए।
इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग मौजूद रहे।