Why Decorate Christmas Tree: क्रिसमस का त्यौहार पूरी दुनिया में धूमधाम से मनाया जाता है।
न सिर्फ ईसाई बल्कि हर समुदाय के लोग इस फेस्टिवल को मनाते हैं।
इस मौके पर घरों में रोशनी की जाती है और क्रिसमस ट्री सजाया जाता है। ये परंपरा सदियों से चली आ रही है।
मगर क्या आपको पता है कि आखिर क्रिसमस ट्री क्यों सजाया जाता है और इसकी शुरुआत कब से और कहां से हुई।
आइए जानते हैं क्रिसमस ट्री का इतिहास और इसका महत्व…
क्या है क्रिसमस ट्री
क्रिसमस ईव पर हर साल एक वृक्ष को सजाया जाता है जिसे क्रिसमस ट्री कहा जाता है।
इसे सदाबहार डगलस, बालसम या फर भी कहा जाता है।
इसे फूल, गिफ्ट, खिलौने, घंटिया और रंग-बिरंगी लाइट्स से सजाया जाता है।
क्रिसमस ट्री का महत्व (Importance of Christmas Tree)
क्रिश्चियन लोग क्रिसमस ट्री को प्रभु द्वारा दिए गए आशीर्वाद के रूप में देखते हैं।
कई लोगों का ऐसा मानना है कि क्रिसमय ट्री सजाने से बच्चों की आयु बढ़ती है।
इसे जीवन की निरंतरता का प्रतीक माना जाता है। इसलिए क्रिसमस के दिन क्रिसमस ट्री सजाया जाता है।
क्रिसमस ट्री का इतिहास (History of Christmas Tree)
क्रिसमस ट्री को लेकर कई कथाएं प्रचलित हैं. एक मान्यता के अनुसार, क्रिसमस ट्री की शुरुआत 16वीं सदी के ईसाई धर्म सुधारक मार्टिन लूथर ने की थी।
24 दिसंबर को मार्टिन लूथर शाम के समय एक बर्फीले जंगल से जा रहे थे तभी उन्हें सदाबहार पेड़ दिखाई दिया, जिसकी डालियां चंद्रमा की रोशनी से चमक रही थी।
इसके बाद मार्टिन लूथर ने घर पर इस पेड़ को लगाया और जीसस क्राइस्ट के जन्मदिन पर इस पेड़ को केंडल और लाइट्स से सजाया।
उस वक्त ये घटना काफी मशहूर हुई थी।
जर्मनी में क्रिसमस ट्री सजाने की शुरुआत
एक अन्य मान्यता के अनुसार क्रिसमस ट्री सजाने की परंपरा की शुरुआत दुनिया में सबसे पहले जर्मनी से हुई।
इसे सजाने और लोकप्रिय बनाने का श्रेय धर्म प्रचारक बोनिफल युटो को जाता है।
722 ईस्वी में जर्मनी के सेंट बोनिफेस को पता चला कि, कुछ लोग एक विशाल ओक पेड़ के नीचे किसी बच्चे की कुर्बानी देने वाले हैं।
इस बात का पता चलते ही सेंट बोनिफेस ने ओक पेड़ को ही काट डाला। जिसके बाद पेड़ की जड़ के पास एक फर ट्री उग आया और लोग इसे चमत्कारिक मानने लगे।
मान्यता है कि, इसके बाद से ही क्रिसमस पर इस पवित्र वृक्ष को सजाने की परंपरा की शुरुआत हुई।
बता दें कि क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगों का प्रमुख त्योहार है। दुनियाभर में इसे बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
लोग इस दिन एक-दूसरे को मैरी क्रिसमस कहकर बधाई देते हैं, केक काटते हैं और एक-दूसरे को गिफ्ट देते हैं।
क्रिश्चियन लोग क्रिसमस के दिन से ही नए साल की शुरुआत मानते हैं।