Santa Claus Undress In Indore: मध्य प्रदेश के इंदौर का एक वीडियो इस वक्त तेजी से वायरल हो रहा है।
इसमें एक हिंदू संगठन ने क्रिसमस पर सांता क्लॉज बने एक युवक की ड्रेस उतरवा दी।
बताया जा रहा है कि अर्जुन नाम का ये युवक जोमैटो के लिए फूड डिलीवरी का काम करता है और कंपनी के आदेश पर ही वो क्रिसमस पर सेंटा की ड्रेस पहनकर निकला था।
हिंदू संगठन ने जताई आपत्ति
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि एक होटल के पास, जब डिलीवरी बॉय सेंटा क्लॉज (Santa Claus) की पोशाक पहनकर खड़ा हुआ था, तब हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता डिलीवरी बॉय के पास पहुंचे।
वे उससे पूछते हैं, ‘क्या ये कपड़े क्रिसमस की वजह से पहने हुए हैं?’
तब डिलीवरी बॉय जवाब देता है कि हां, उसने यह पोशाक जोमैटो ने ही पहनकर डिलीवरी करने को कहा है।
हिंदू त्योहार पर भगवा पहनकर क्यों नहीं जाते…
इतने में हिंदू जागरण मंच का कार्यकर्ता डिलीवरी बॉय से कहता है कि डिलीवरी लेने वाले अधिकतर हिंदू होंगे।
तो क्या ऐसे ही हिंदू त्योहारों में दूसरे धर्म के लोगों के पास भगवा कपड़ा या भगवान राम की पोशाक पहनकर डिलीवरी करने जाते हो?’
Zomato से सबसे ज्यादा डिलीवरी हिंदू ही करवाते हैं, उन्हें क्या संदेश देना चाहते हो।
हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता ने आगे कहा कि हिंदुओं के त्योहार पर संदेश देने का काम नहीं करते हो, मुस्लिम और ईसाई त्योहार पर ही सारे संदेश क्यों याद आते हैं।
इसके बाद कार्यकर्ताओं ने डिलीवरी बॉय से कहा कि वह अपनी यह पोशाक उतार दे और जोमैटो कंपनी के कपड़ों में ही डिलीवरी करे।
इसके बाद डिलीवरी बॉय ने डरकर सेंटा क्लॉज की कॉस्ट्यूम उतार दी।
पोशाक न पहनने की वजह से कटते हैं पैसे
डिलीवरी बॉय ने कार्यकर्ताओं से पोशाक उतारते हुए बताया कि जोमैटो कंपनी उनसे सेल्फी या तस्वीर मांगती है कि उन्होंने पोशाक पहनी है कि नहीं।
अगर उन्होंने पोशाक नहीं पहनी होती है, तो उनके पैसे काट लिए जाते हैं और उनकी आईडी भी वापस ले ली जाती है।
इस पर कार्यकर्ता कहते हैं कि, ‘जब सेल्फी भेजनी होगी, तब पहनकर भेज देना।’
इसके बाद वे डिलीवरी बॉय से कपड़े उतरवाकर रख लेते हैं और ‘जय श्री राम’ कहकर रवाना कर देते हैं।
हिंदू संगठन ने ही बनाया है वीडियो
यह वीडियो इंदौर के सपना-संगीता इलाके का बताया जा रहा है।
वीडियो वायरल होने के बावजूद अब तक इस पर किसी तरह का एक्शन नहीं लिया गया है।
यह भी बताया जा रहा है कि वीडियो हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने खुद बनाया, ताकि वे संदेश दे सकें कि जितने भी फूड डिलीवरी बॉय सेंटा क्लॉज बनकर खाना डिलीवर कर रहे हैं, वे ऐसा न करें।