Karauli Road Accident: राजस्थान के करौली में हुए सड़क हादसे में इंदौर के एक ही परिवार के 5 लोगों जान गई।
लेकिन, देशमुख परिवार के शवों का पोस्टमार्टम अब तक नहीं हो पाया है।
हादसे में शव इतनी बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए हैं कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया है।
इस बीच एक नया मोड़ तब आया जब नयन देशमुख की पहली पत्नी से हुई उनकी बेटी ने शव को ले जाने का दावा किया।
यह जानकारी सामने आने के बाद शवों के पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में देरी हो गई।
पहली पत्नी की बेटी के क्लेम से पोस्टमार्टम में देरी
करौली में हुए सड़क हादसे में मारे गए इंदौर के देशमुख परिवार के शवों का पोस्टमार्टम दो दिन बाद भी नहीं हो सका है।
इस हादसे में देशमुख परिवार के मुखिया नयन देशमुख (65), उनकी पत्नी अनीता (60), बेटी मनस्वी (25), बेटा खुश (24) और बहन प्रीति भट्ट की मौत हो गई थी।
इस घटना ने परिवार और स्थानीय समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है।
हादसे की जानकारी लगते ही इंदौर से नयन देशमुख के रिश्तेदार और पड़ोसी राजस्थान पहुंचे।
प्रीति भट्ट का पोस्टमार्टम हो चुका है और उनका बेटा शव लेकर गुजरात चला गया है।
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लेकिन, देशमुख परिवार के चार शवों का पोस्टमार्टम अब तक नहीं हो पाया है।
हादसे में शव इतनी बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए हैं कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया है।
नयन देशमुख और उनके बेटे के चेहरे पहचानने लायक भी नहीं बचे हैं।
इस बीच नयन देशमुख की पहली पत्नी से हुई उनकी बेटी ने शव को ले जाने का दावा किया।
यह जानकारी सामने आने के बाद शवों के पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में देरी हो गई।
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करौली गंगापुर में कार और बस की जोरदार टक्कर
राजस्थान के करौली जिले में 24 दिंसबर मंगलवार रात को एक बड़ा सड़क हादसा हो गया था।
निजी बस और कार के बीच जबरदस्त टक्कर में कार सवार 5 लोगों की मौत हो गई है।
हादसा गंगापुर करौली नेशनल हाईवे-23 पर हुआ।
टक्कर इतनी भीषण थी कि कार और बस के परखच्चे उड़ गए।
शवों को बाहर निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
वहीं बस में सवार 15 यात्री भी जख्मी हुए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मरने वाले सभी लोग एक ही परिवार के हैं, मृतक इंदौर में शिवशक्ति नगर में रहते थे।
यहां के रहवासियों का कहना है कि देशमुख परिवार बड़ा ही मिलनसार और धार्मिक प्रवृत्ति का था।
उन्होंने कालोनी के अंदर एक मंदिर भी बनवाया था।
इसके अलावा वे समय-समय पर घर में धार्मिक आयोजन भी करवाते थे।
परिवार के लोग अकसर धार्मिक यात्राओं पर जाया करते थे।
हादसे से तीन दिन पहले यह परिवार करौली के लिए रवाना हुआ था।
सभी कार में सवार होकर कैला देवी के दर्शन करने गए थे।
ये लोग देवी के दर्शन करके लौट रहे थे, इसी दौरान कार हादसे का शिकार हो गई और पूरा परिवार काल के गाल में समा गया।
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