L&T Chairman Subrahmanyan Troll: “आप घर पर बैठकर क्या करते हैं?
आप अपनी पत्नी को कितनी देर तक निहार सकते हैं? आपकी पत्नी आपको कितनी देर तक निहार सकती है?
चलो, ऑफिस जाओ और काम शुरू करो।
मुझे इस बात का अफसोस है कि मैं रविवार को काम नहीं करवा पा रहा हूं।
ये कहना है लार्सन एंड टुब्रो (Larsen & Toubro) के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन का हैं जो अपने इन बयानों की वजह से सुर्खियों में हैं।
हफ्ते में 90 घंटे काम करो- सुब्रह्मण्यन
हाल ही में L&T चेयरमैन सुब्रह्मण्यन ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने कर्मचारियों को काम के घंटों को लेकर ये बाते कही थी।
उन्होंने कहा कि आपको हफ्ते में 90 घंटे काम (90 Hours Work Week) करना चाहिए।
घर में रहकर गर्लफ्रेंड-पत्नी (Girlfriend-Wife) को कितनी देर तक निहारोगे। घर से निकलो और काम करो।
रविवार को भी काम करो
सुब्रह्मण्यन ने आगे कहा कि मुझे इस बात का अफसोस है कि मैं आपसे रविवार को काम नहीं करवा पा रहा हूं।
अगर मैं ऐसा करवा सकता हूं, तो मुझे ज्यादा खुशी होगी, क्योंकि मैं खुद रविवार को काम करता हूं।
अगर संभव हुआ तो कंपनी आपसे रविवार को भी काम करवाएगी।
इस बात के सपोर्ट में सुब्रमण्यन ने एक चीन के व्यक्ति से हुई बातचीत भी शेयर की।
उन्होंने कहा, ‘उस व्यक्ति ने दावा किया कि चीन, अमेरिका से आगे निकल सकता है क्योंकि चीनी एम्प्लॉई हफ्ते में 90 घंटे काम करते हैं, जबकि, अमेरिका में 50 घंटे काम करते हैं।
🚨 L&T Chairman SN Subrahmanyan regrets not making employees work on Sundays 🙏 pic.twitter.com/RBbAhQYYRn
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) January 10, 2025
सोशल मीडिया पर हुए ट्रोल
सुब्रह्मण्यन का ये बयान देखते ही देखते वायरल हो गया और इसने एक नई बहस छेड़ दी।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर सुब्रह्मण्यन को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। लोग उन्हें टॉक्सिक कह रहे हैं।
दूसरी तरफ बिजनेसमैन हर्ष गोयनका और एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण जैसी कई बड़ी हस्तियों ने उनके इस बयान की निंदा की।
दीपिका ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर पत्रकार फैज डिसूजा का पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “ऊंचे पदों पर बैठे लोगों के मुंह से इस तरह का बयान सुनना चौंका देने वाला है। मेंटल हेल्थ मायने रखता है।
ट्रोल होने के बाद कंपनी ने दी सफाई
ये ट्रोलिंग इतनी ज्यादा बढ़ गई कि कंपनी को आनन-फानन में सफाई जारी करनी पड़ गई।
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए असाधारण प्रयास करने की जरूरत होती है।
हमारे चेयरमैन की टिप्पणी इस महत्वाकांक्षा को दर्शाती है कि असाधारण परिणामों के लिए असाधारण प्रयास की आवश्यकता होती है।
राष्ट्र निर्माण हमारे जनादेश का मूल है। बीते 8 दशक से अधिक समय से हम भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर, बिजनेस और तकनीकी क्षमताओं को आकार देने में लगे हैं।
हमारा मानना है कि यह भारत का दशक है, एक ऐसा समय जिसमें विकास को और आगे बढ़ाने व एक विकसित राष्ट्र बनने के हमारे साझा दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सामूहिक समर्पण और प्रयास की आवश्यकता है।
अडाणी बोले थे – 8 घंटे घर रहने पर भी बीबी भाग जाएगी
इससे पहले हाल ही में वर्क-लाइफ बैलेंस पर गौतम अडाणी ने कहा था कि ‘आपका वर्क-लाइफ बैलेंस मेरे ऊपर और मेरा आपके ऊपर थोपा नहीं जाना चाहिए।
मान लीजिए, कोई व्यक्ति अपने परिवार के साथ 4 घंटे बिताता है और उसमें आनंद पाता है, या कोई अन्य व्यक्ति 8 घंटे बिताता है और उसमें आनंद लेता है, तो यह उसका बैलेंस है।
इसके बावजूद यदि आप 8 घंटे बिताते हैं, तो बीवी भाग जाएगी।’
नारायण मूर्ति ने दी थी हफ्ते में 70 घंटे काम करने की सलाह
सबसे पहले इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति ने हफ्ते में 70 घंटे काम करने की सलाह दी थी।
उन्होंने कहा था कि ‘इंफोसिस में मैंने कहा था, हम दुनिया के टॉप कंपनियों के साथ अपनी तुलना करेंगे।
मैं तो आपको बता सकता हूं कि हम भारतीयों के पास करने के लिए बहुत कुछ है।
हमें अपने एस्पिरेशन ऊंची रखनी होंगी क्योंकि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिलता है।
इसका मतलब है कि 80 करोड़ भारतीय गरीबी में हैं।
अगर हम कड़ी मेहनत करना नहीं चाहते, तो कौन करेगा कड़ी मेहनत?’