Indore Meghdoot Chaupati: इंदौर में मेघदूत उपवन के बाहर चाट-चौपाटी लगाने वाले दुकानदारों की रोजी-रोटी छीनने के मामले में विवाद बढ़ता जा रहा है।
नगर निगम के फैसले के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है।
नेता प्रतिपक्ष ने महापौर और निगमायुक्त पर 500 परिवारों की रोजी-रोटी छीनने का आरोप लगाया है।
धरने पर बैठे दुकानदारों को नेता प्रतिपक्ष का समर्थन
मेघदूत उपवन के गेट के बाहर अपनी दुकानें लगाने वाले दुकानदार पिछले 8 दिनों से धरने पर बैठे हैं।
दुकानदारों का कहना है कि निगम ने बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के उनकी दुकानें हटा दीं, जिससे उनका जीवनयापन मुश्किल हो गया है।
कांग्रेस नेता और नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने धरना स्थल पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की।
उन्होंने दुकानदारों के साथ संवाद करते हुए उनकी समस्याओं को सुना और आश्वासन दिया कि कांग्रेस उनकी लड़ाई नगर निगम में पूरी ताकत से लड़ेगी।
चौकसे ने कहा कि हम आपके पुनर्वास के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और आपको व्यवस्थित स्थान दिलाने तक संघर्ष जारी रहेगा।
महापौर और निगमायुक्त पर असंवेदनशीलता का आरोप
कांग्रेस ने चौपाटी दुकानदारों के आंदोलन का समर्थन करते हुए इसे अन्याय करार दिया।
नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष चिंटू ने कहा कि हमारी पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि दुकानदारों को पुनर्वास मिले और उनकी रोजी-रोटी बहाल हो।
चौकसे ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव और निगमायुक्त शिवम वर्मा पर असंवेदनशीलता का आरोप लगाते हुए कहा कि सर्विस रोड पर दुकानों को हटाना अनुचित है।
इस सर्विस रोड पर बड़ी होटलों ने कब्जा कर लिया है और इसे अपने ग्राहकों की पार्किंग के लिए उपयोग किया जा रहा है।
नगर निगम इन होटलों की पार्किंग संबंधी अनियमितताओं को रोकने में विफल रहा है, जबकि छोटे दुकानदारों को निशाना बनाया जा रहा है।
इस मुद्दे पर नगर निगम प्रशासन की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
लेकिन, चौपाटी विवाद से 500 परिवारों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।