Mahakumbh Snan Video Viral: महाकुंभ में स्नान कर रही महिलाओं के वीडियो बनाकर ऑनलाइन बेचे जा रहे थे।
इस मामले में अहमदाबाद की क्राइम ब्रांच ने एक्शन लेते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ये आरोपी महंगे रेट पर वीडियो बेचने का धंधा चला रहे थे।
आरोपियों पर देश के 60-70 अस्पतालों के CCTV हैक करने का भी शक है।
महिलाओं के नहाने का वीडियो बेचने वाला गैंग गिरफ्तार
पहले तो प्रयागराज महाकुंभ में स्नान कर रही महिलाओं के चोरी-छिपे वीडियो बनाए गए।
इसके बाद इन फोटो-वीडियो को सोशल मीडिया और डार्क वेब पर बेचा गया।
गुजरात पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने इस मामले की जांच की, तो मामले का खुलासा हुआ।
टेलीग्राम पर महाकुंभ में नहाने वाली लड़कियों और महिलाओं के फोटो-वीडियो शेयर किए जा रहे थे।
इसे देखने के लिए 1999 से लेकर 3000 रुपये तक शुल्क वसूला जा रहा था।
फिलहाल, पुलिस इस मामले में 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
वीडियो बनाकर टेलीग्राम और यूट्यूब पर बेचने का आरोप
गुजरात पुलिस ने प्रयागराज के यूट्यूबर चंद्रप्रकाश फूलचंद को गिरफ्तार किया है।
आरोपी ने स्नान कर रही महिलाओं के वीडियो बनाकर अपने यूट्यूब चैनल और टेलीग्राम पर अपलोड करता था।
इसके चैनल पर महाकुंभ से जुड़े 55 से 60 वीडियो पाए गए।
इसके अलावा, महाराष्ट्र के लातूर से प्रज्वल अशोक तेली और सांगली से प्रज राजेंद्र पाटिल को भी गिरफ्तार किया गया है।
अहमदाबाद साइबर क्राइम डीसीपी लवीना सिन्हा ने बताया कि तीनों आरोपी महिलाओं के वीडियो को महंगे दामों पर दूसरे चैनलों और डार्क वेब पर बेच रहे थे।
आरोपियों के टेलीग्राम चैनल पर 100 से ज्यादा सब्सक्राइबर्स थे, जहां ये कंटेंट बेचा जा रहा था।
अस्पतालों के CCTV हैक करने की आशंका
जांच में सामने आया है कि ये आरोपी केवल कुंभ में महिलाओं के वीडियो ही नहीं बनाते थे।
यह लोगों अस्पतालों के CCTV फुटेज भी हैक करके बेच रहे थे।
गुजरात पुलिस को संदेह है कि देशभर के 60-70 अस्पतालों के CCTV हैक कर लिए गए थे।
राजकोट के पायल अस्पताल का CCTV फरवरी-मार्च 2024 में हैक हुआ था।
जिसमें महिलाओं के चेकअप के वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर बेचे गए थे।
इस मामले में भी इन्हीं आरोपियों की संलिप्तता मानी जा रही है।
पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि मुख्य आरोपी प्रज्वल अशोक तेली के रोमानिया और अटलांटा के हैकरों से संपर्क थे।
इसी नेटवर्क के जरिए अस्पतालों के IP एड्रेस हैक किए गए।
शुरुआती जांच में सामने आया है कि इन आपत्तिजनक वीडियो को 800 से 4000 रुपये तक में बेचा गया।
तीनों आरोपियों ने इसी जरिए 8 माह में लाखों रुपए कमाए है।
महिलाओं की प्राइवेसी से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई
यूपी पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि महाकुंभ में स्नान कर रही महिलाओं के वीडियो अपलोड करने के मामले में अब तक तीन FIR दर्ज की गई हैं।
ऐसे अपराधियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा, महाकुंभ को लेकर भ्रामक सूचना फैलाने के मामलों में भी 55 से 60 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।
पुलिस और साइबर क्राइम टीम लगातार इस नेटवर्क की जांच में जुटी है।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि कोई भी व्यक्ति इस तरह के वीडियो सोशल मीडिया पर देखता है या शेयर करता है, तो इसकी तुरंत रिपोर्ट करें।
महिलाओं की गोपनीयता भंग करने वाले इस प्रकार के साइबर अपराधों को रोकने के लिए सभी को सतर्क रहना होगा।