Rewa Hospital Negligence: रीवा में एक गंभीर मामला सामने आया है।
जिसने पूरे अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को हिलाकर रख दिया है।
यहां डिलीवरी के बाद 5 महिलाओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई।
यह मामला सामने आने के बाद परिजनों में हड़कंप मच गया।
वहीं अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए गए हैं।
महिलाएं बेसुध, हाथ-पैर तक नहीं हिला पा रही
रीवा के गांधी मेमोरियल अस्पताल में शुक्रवार को अस्पताल में 7 से 8 महिलाओं की डिलीवरी ऑपरेशन के जरिए कराई गई थी।
इसके बाद शनिवार सुबह इनमें से 5 महिलाओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई।
परिजनों ने बताया कि सभी महिलाएं बेसुध हो गई हैं और हाथ-पैर तक नहीं हिला पा रही हैं।
कुछ महिलाएं तो बिल्कुल शून्य अवस्था में हैं। वह न कुछ बोल पा रही हैं और न ही किसी चीज़ पर प्रतिक्रिया दे रही हैं।
परिजनों का कहना है कि डिलीवरी के बाद सब कुछ सामान्य था।
लेकिन ऑपरेशन के कुछ घंटे बाद अचानक यह स्थिति बनी।
फिलहाल, सभी महिलाओं की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
दो महिलाओं की हालत गंभीर है और उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
अस्पताल की लापरवाही, दवा में गड़बड़ी की आशंका
इस घटना के सामने आते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया।
डॉक्टरों की एक टीम ने तुरंत जांच शुरू की।
शुरुआती आशंका जताई गई कि ऑपरेशन के दौरान या उसके बाद दी गई किसी दवा में गड़बड़ी हो सकती है।
अस्पताल अधीक्षक राहुल मिश्रा ने बताया कि यह दवा का साइड इफेक्ट भी हो सकता है।
लेकिन जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब क कुछ भी साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता है।
दूसरी ओर परिजनों ने इस घटना पर आक्रोश जताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
अन्य मरीजों के परिजन भी डरे हुए हैं और अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
अस्पताल प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि सभी महिलाओं को ऑपरेशन के दौरान सामान्य प्रक्रिया के तहत दी जाने वाली बॉटल्स और इंजेक्शन ही लगाए गए थे।
अब यह जांच का विषय है कि कौन-सी दवा घातक साबित हुई या लापरवाही कहां हुई।
जानकारी के मुताबिक 24 से 48 घंटे में जांच रिपोर्ट सामने आएगी, जिससे स्तिथि स्पष्ट हो सकेगी।