Honey Singh Concert Controversy: मशहूर सिंगर और रैपर हनी सिंह का इंदौर कॉन्सर्ट भले ही खत्म हो गया हो लेकिन विवाद जारी है।
कॉन्सर्ट के पहले इंदौर नगर निगम ने आयोजकों को 50 लाख रुपये टैक्स भरने का आदेश दिया था।
लेकिन आयोजकों ने 7.75 लाख रुपए ही जमा कराया था, इस वजह से कॉन्सर्ट को बीच में रोक दिया गया।
1 करोड़ का साउंड सिस्टम लिया कब्जे में
कॉन्सर्ट के दौरान पहुंची नगर निगम की टीम ने पूरा साउंड सिस्टम अपने कब्जे में ले लिया, जिसकी कीमत एक करोड़ रुपए बताई जा रही है।
इंदौर के मेयर इन काउंसिल के मेंबर निरंजन सिंह चौहान गुड्डू ने बताया कि एंटरटेनमेंट टैक्स का भुगतान न करने के कारण कॉन्सर्ट का सामान जब्त किया गया।
उन्होंने बताया कि कॉन्सर्ट के लिए 3 करोड़ 28 लाख रुपए की टिकट बिकी थी। उसके हिसाब से 10% एंटरटेनमेंट टैक्स और एम्यूजमेंट टैक्स जमा करना था।

आयोजक कंपनी ने दिया ये बयान
कॉन्सर्ट की आयोजक कंपनी मेसर्स टीवी टुडे नेटवर्क लिमिटेड, इंडिया टुडे मीडिया प्लेक्स का कहना है कि सिर्फ 80 लाख रुपए के टिकट बिके थे, जिसमें से कई टिकट कंप्लीमेंट्री पास के रूप में बांटे गए। जिससे उनका कोई भी फायदा नहीं हुआ।
हालांकि इंदौर महापौर ने कहा है कि नगर निगम की टीम ने टिकट बिक्री की राशि पता करने के बाद ही मनोरंजन कर का नोटिस दिया था, टैक्स जमा नहीं हुआ तो सामान जब्त किया गया।
पुलिस ने आयोजकों से मांगे दस्तावेज
अब पुलिस ने सभी दस्तावेज आयोजकों से मांगा है और उसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
लेकिन कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट की तरह अब हनी सिंह का कॉन्सर्ट भी विवादों में घिर गया है।
कॉन्सर्ट बीच में ही रोक देने से दर्शक जिन्होंने टिकट खरीदी थी वह बेहद नाराज नजर आ रहे हैं।
अब सवाल ये है कि आयोजकों ने जब टिकट बेचे हैं तो मनोरंजन कर की चोरी क्यों?