Indore Murder Case: इंदौर में मेकअप आर्टिस्ट भावना उर्फ तनु सिंह राजपूत मर्डर केस में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने स्वास्ति, आशु यादव और मुकुल को दतिया से पकड़ा है।
पुलिस को जानकारी मिली थी कि आरोपी भोपाल से थार जीप से भागे हैं।
महालक्ष्मी नगर में गुरुवार 21 मार्च को रात गोली लगने के बाद भावना सिंह की अस्पताल में मौत हो गई थी।
पुलिस ने रखा था 10 हजार का इनाम
पुलिस ने बुधवार को तीनों पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
आरोपित की आखिरी लोकेशन पुलिस को भोपाल मिली थी।
इसके बाद उनके ग्वालियर और दतिया में रहने की सूचना मिली थी।

हिमाचल भी गए थे आरोपी
सीसीटीवी फुटेज और सबूत के आधार पर सूचना मिली कि आरोपी हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के कंसोल में रुके हुए हैं।
पुलिस हिमाचल प्रदेश पहुंची तब तक आरोपी वहां से निकल चुके थे।
एक टीम ग्वालियर में ही जांच पड़ताल कर रही थी तभी बायपास पर सूचना के आधार पर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।

टीवी चैनल बदलने को लेकर हुआ विवाद
पुलिस पूछताछ में ये सामने आया है कि 21 मार्च को इंदौर के महालक्ष्मी नगर स्वास्तिक के कहने पर ही भावना सिंह फ्लैट पर पहुंची थी।
यहां चारों लोग पार्टी मना रहे थे। तभी टीवी पर चल रहे गाने को बदलने को लेकर भावना और मुकुल में कहा सुनी हो गई।
इसके बाद मुकुल ने अपनी पिस्तौल से भावना पर गोली चला दी। जो उसकी आंख में लगी।
इसके बाद सभी घायल भावना को लेकर तुरंत अस्पताल पहुंचे और उसकी गंभीर हालत देखते हुए सभी मौके से फरार हो गए। यहां इलाज के दौरान भावना की मौत हो गई थी।
फिर आरोपी किराए के वाहन को निपानिया में छोड़कर बस से और अपने साथियों की मदद से भोपाल पहुंचे।
वहां से ग्वालियर से हिमाचल प्रदेश पहुंचे थे।
आरोपियों ने कबूला सट्टा चलाते थे
आरोपियों ने पूछताछ में यह भी बताया कि वह ऑनलाइन सट्टा एप के माध्यम से पूरे भारत में ऑनलाइन सट्टा चलाते हैं।
फ्लैट पर तलाशी करते समय वहां से 20 अलग-अलग कंपनी के मोबाइल लैपटॉप व 30 से अधिक अलग-अलग बैंक खातों की पासबुक, 50 एटीएम कार्ड मिले।
जिनके आधार पर आरोपी आशु यादव, मुकुल यादव व इनके साथियों के विरुद्ध धारा-3/4 पब्लिक गेम्ब्लिंग एक्ट धारा 318(4) बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

फ्लैट में रहने वालों को भी पकड़ा
इससे पहले पुलिस ने मंगलवार को जिस कमरे में यह घटना हुई थी, उसे किराए पर लेने वाले पीयूष, कान्हा और विख्यात को भी पकड़ लिया था।
इंदौर के जिस मकान में घटना हुई उसका रेंट एग्रीमेंट इन तीनों के नाम पर है।
हत्या के बाद आशु, मुकुल और स्वास्तिका भोपाल में विख्यात के घर पर रुके थे।
फरारी में आरोपियों को संरक्षण देने के मामले में विख्यात को भी आरोपी बनाया गया है।

लुक आउट नोटिस हुआ था जारी
पुलिस को आशंका थी कि आरोपी विदेश भी भाग सकते हैं।
इसे देखते हुए उनके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया था।
इधर, भावना के मुंहबोले भाई पंकज ठाकुर ने ग्वालियर में कैंडल मार्च निकालकर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।