Gang war in Indore: शहर के आजाद नगर थाना क्षेत्र में रविवार को पुरानी रंजिश को लेकर एक बदमाश को गोली मारने की घटना सामने आई।
बाइक पर आए दो बदमाशों ने पुराने हिस्ट्रीशिटर जितेंद्र यादव उर्फ जेडी को पीठ पर गोली मारी थी और मौके से फरार हो गए।
घटना के बाद रहवासियों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी, इसके बाद घायल को उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
सोशल मीडिया पर आया वीडियो
घायल का सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी सामने आया जिसमें उसने शाकिर काले व मोनू नाम के दो बदमाशों का नाम बताया हैं।
घायल ने हेमू ठाकुर और चिंटू ठाकुर द्वारा यह घटना करवाना बताई गई।
पुलिस जितेंद्र के बयान के आधार पर व पुरानी रंजिश की जानकारी निकाल आगे की कार्यवाही में लगी हैं।

फिल्मी स्टाइल में मारी गोली
थाना प्रभारी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि नुरी नगर इलाके में बाइक पर आ रहे बदमाश जितेंद्र यादव उर्फ जेडी को किसी ने पीछे से गोली मार दी हैं।
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। घायल को पहले एमवाई अस्पताल ले जया गया था। लेकिन बाद में परिजन उसे बॉम्बे अस्पताल ले गए।
जिसके बाद घटना स्थल के कुछ रहवासियों से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि घटना नेत्र राम के बगीचे के समीप दोपहर 3 बजे के लगभग हुई।
अचानक पटाखे जैसे आवाज सुनाई दी, जब पास जाकर देखा तो एक व्यक्ति अचानक नीचे गिर पड़ा, रहवासियों ने सोचा कि शराब या गर्मी के कारण कोई गिरा होगा।
तभी जमीन पर गिरे युवक के पीछे बाइक सवार पिस्तौल से उस पर हमला करते दिखाई दिए।
रहवासियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया।
जेडी की हालत अभी स्थिर बनी हुई हैं। उसके पीठ में छर्रे लगे हैं। पुलिस ने घायल के बयान के आधार पर बदमाशों को राउंडअप कर लिया हैं।
क्या थी पुरानी रंजिश
जेडी ने नवंबर 2013 में अपने 6 साथियों के साथ पिंटू ठाकुर की गोली मारकर हत्या की थी।
पिंटू रेस्टोरेंट संचालित करता था और जेडी का उसके एक नौकर से विवाद हो गया था।
इस विवाद में पिंटू ने जेडी को चांटा मारा था जिसके बाद जेडी ने गुस्से में पिंटू को गोली मार दी थी।
इसी का बदला लेने के लिए जेडी को मारने के लिए पिंटू के भाई हेमू और चिंटू (ठाकुर बंधु) में से ही किसी ने हमला करवाया था।
11 साल पहले भी की थी मारने की कोशिश
ऐसा नहीं है कि हेमू और चिंटू ने पहली बार जेडी को मारने की कोशिश की।
इससे पहले जुलाई 2014 को एमवाय हॉस्पिटल में दोनों ने डॉक्टर के हुलिए में जेडी को मारने की कोशिश की थी लेकिन कामयाब नहीं हो पाए थे।
दरअसल, घटना एमवाय के तीसरी मंजिल के वार्ड नंबर 17 में सुबह करीब साढ़े चार बजे हुई थी। जिसमें बेड नंबर 17 पर 30 वर्षीय कैदी रामदयाल सोया था।
बदमाश ने जेडी समझ उसकी कनपटी पर कट्टे से फायर कर उसे मार दिया था।
लेकिन पलंग बदलने की वजह से तब जेडी बच गया था।