Balaghat Tiger Attack: टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में इन दिनों बाघ हिंसक होते जा रहे हैं।
हाल ही में बांधवगढ़ से टाइगर के हमले की कई खबरे सामने आई थी।
अब मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक बाघ ने किसान पर हमला कर उसे मार डाला।
ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग ने बाघ के बारे में पहले से चेतावनी मिलने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की।
किसान को मारकर खा गया बाघ
वन परिक्षेत्र कटंगी के गोरेघाट सर्किल के एक गांव में किसान प्रकाश पाने (58) अपने खेत में रातभर जंगली सूअरों को भगाने के लिए पटाखे फोड़ रहे थे।
इसी दौरान शनिवार की अलसुबह साढ़े चार से पांच बजे के बीच बाघ ने किसान को अपना शिकार बना लिया।
सुबह जब वह घर नहीं लौटे, तो उनके बेटे ने खेत की ओर जाकर देखा कि एक बाघ उनके पिता को खा रहा है।

ग्रामीणों ने बाघ को भगाने की कोशिश की, लेकिन तब तक किसान के शरीर का निचला हिस्सा खा चुका था।
वन विभाग को सूचना मिलने के बाद भी टीम देरी से पहुंची, जिससे ग्रामीणों में गुस्सा फैल गया।
ग्रामीणों का कहना है कि यह बाघ पिछले 15 दिनों से इलाके में घूम रहा था और पहले भी कई मवेशियों को मार चुका था।
ग्रामीणों का आरोप – वन विभाग ने नहीं सुनी चेतावनी
गांव वालों का कहना है कि उन्होंने पहले ही वन विभाग को बाघ के बारे में सूचित किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इस लापरवाही के कारण एक निर्दोष किसान की जान चली गई।
इस घटना से पूरे गांव में बाघ की दहशत फैल गई है और ग्रामीणों के दिल में डर बैठ गया है।
ग्रामीणों ने बाघ को गांव से दूर ले जाने की मांग की है।

वन चौकी पहुंचीं पुलिस
कटंगी थाना प्रभारी कौशल सूर्या ने बताया कि ग्रामीणों को समझाइश दी जा रही है।
मृतक का शव बरामद कर लिया गया है।
घटनास्थल पर पुलिस बल के साथ ही एसडीएम, वन विभाग के अधिकारी मौजूद हैं।
रेंजर बाबूलाल ने बताया कि तिरोड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम कुड़वा निवासी प्रकाश पाने के शरीर पर कई जगह गहरे निशान हैं
जांघ के पास का हिस्सा बाघ खा गया है।

बांधवगढ़ में भी बाघ के 4 हमले, 3 लोगों की मौत
इससे पहले उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में भी बाघ ने एक महीने में 4 लोगों पर हमला किया था, जिसमें एक बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गई थी।
- 27 अप्रैल को उमरिया निवासी रीता बैगा (38) पिपरिया के पास जंगल में महुआ बीनने गई थी। झाड़ियों में छिपे बाघ ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसके सिर के पिछले हिस्से में गहरा जख्म हो गया था गया।
- 12 अप्रैल को 12 साल के बच्चे पर हमला हुआ, जिसे बाघ ने झाड़ियों में घसीट लिया। बच्चे का शव एक नाले से बरामद किया गया था। मृतक विजय कोल पिपरिया का रहने वाला था।
- 2 अप्रैल को महिला पर किया था हमला 2 अप्रैल को भी पनपथा कोर परिक्षेत्र के चंसूरा बीट में रानी सिंह (27) पर बाघ ने हमला किया था। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
- 23 मार्च को चरवाहे को बनाया शिकार मवेशी चरा रहे 50 वर्षीय चरवाहे पर बाघिन ने हमला किया था। इससे उसकी मौत हो गई थी।

वन विभाग की प्रतिक्रिया
वन अधिकारी बाबूलाल चढ़ार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की गई है। हालांकि, ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग ने समय पर कार्रवाई नहीं की।
क्या हो सकता है समाधान?
- वन विभाग को बाघ की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए।
- ग्रामीणों को जंगल में अकेले जाने से बचना चाहिए।
- मुआवजे की व्यवस्था तेजी से की जानी चाहिए।