DoT Advisory Telecom Companies: भारत सरकार ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर स्ट्राइक के बाद दूरसंचार कंपनियों को नेटवर्क सुरक्षा और कनेक्टिविटी बनाए रखने के सख्त निर्देश जारी किए हैं।
Jio, Airtel, Vi और BSNL को नेटवर्क कवरेज बढ़ाने, साइबर सुरक्षा मजबूत करने और आपातकालीन सेवाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
Dot ने Jio, Airtel, Vi और BSNL को क्या आदेश दिए?
रसंचार विभाग (Dot) ने सभी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों—Jio, Airtel, Vi और BSNL—को आपदा स्तर की तैयारियां करने और नेटवर्क सुरक्षा मजबूत करने के निर्देश दिए हैं।
इसका मुख्य कारण पाकिस्तान की ओर से संभावित साइबर हमलों का खतरा है।
Dot ने इन कंपनियों को सीमावर्ती इलाकों में नेटवर्क कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने, आपातकालीन संचालन केंद्रों को प्राथमिकता देने और इंट्रा-सर्किल रोमिंग सक्षम करने के निर्देश दिए हैं।
कनेक्टिविटी बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?
Dot के अनुसार, सीमा से 100 किलोमीटर के दायरे में BTS (बेस ट्रांसमिशन स्टेशन) को बिना रुकावट चालू रखना होगा। इसके अलावा:
-
राज्य और जिला स्तर के आपातकालीन संचालन केंद्रों (EOC) को प्राथमिकता दी जाएगी।
-
टेलिकॉम कंपनियों को आपस में समन्वय बढ़ाना होगा ताकि कनेक्टिविटी बाधित न हो।
-
संवेदनशील क्षेत्रों में नेटवर्क की मॉनिटरिंग बढ़ाई जाएगी।
इंट्रा-सर्किल रोमिंग क्या है और यह कैसे मदद करेगा?
इंट्रा-सर्किल रोमिंग (ICR) एक ऐसी सुविधा है जो आपातकाल में यूजर्स को किसी भी ऑपरेटर के नेटवर्क का उपयोग करने की अनुमति देती है। उदाहरण के लिए:
-
अगर Jio का नेटवर्क डाउन है, तो उसके यूजर्स Airtel या Vi के नेटवर्क पर कॉल कर सकेंगे।
-
पिछले साल उड़ीसा में चक्रवात के दौरान भी यह सुविधा सक्रिय की गई थी, जिससे लोगों को कनेक्टिविटी में दिक्कत नहीं हुई।
साइबर सुरक्षा पर जोर क्यों?
भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान से साइबर हमलों का खतरा बढ़ गया है।
इसलिए, Dot ने टेलिकॉम कंपनियों को नेटवर्क सुरक्षा उन्नत करने, हैकिंग और डेटा लीक से बचाव के उपाय करने को कहा है।