छिंदवाड़ा। इन दिनो नशे से ज्यादा ऑनलाइन गेमिंग का नशा गांव और शहर में तेजी से फैल रहा है। वह चाहे क्रिकेट के मैच पर सट्टा लगाना हो या फिर रमी जैसे ऑनलाइन गेम हो। युवा वर्ग इन ऑनलाइन गेमिंग की जद में ज्यादा आ रहे हैं।
ताजा मामला छिंदवाड़ा जिले के चतुआ गांव में देखने को मिला जहां एक महिला ऑनलाइन गेम रमी में काफी पैसे हार गई जिसकी वजह से महिला ने अपने घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया।
छिंदवाडा की चतुआ गांव की सरला सलाम महिला बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर की पोस्ट पर थीं। सरला ने घर बनवाने के लिए लोन लिया था और उस लोन को जल्दी चुकाने के लिए उसने ऑनलाइन गेम का सहारा लिया।
सरला ऑनलाइन गेमिंग के नशे में इतनी चूर हो गई थी कि लगातार ऑनलाइन गेंम मे हारती चली गई। इतना ही नहीं, उसने अपने रिश्तेदारों से भी कर्जा ले लिया।
सरला पर घर के साथ-साथ बाहरी कर्ज भी हो गया जिसकी वजह से उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
बताया जा रहा है कि सरला महिला बाल विकास विभाग में और पति शिक्षा विभाग में पदस्थ है। दोनों का जीवन अच्छा चल रहा था, लेकिन महिला लुभावने झांसों में आकर गेमिंग में फंस गई।
यह पहला मामला नहीं है जब किसी ने ऑनलाइन गेम की वजह से फांसी लगाकर जीवन लीला को समाप्त कर लिया हो। आये दिन ऐसे मामले देखने को मिल रहे हैं।
बीते दिनों जबलपुर में भी एक युवक ऑनलाइन सट्टा खेलने के कारण एक करोड़ रुपये के कर्जे में आ गया था और उसने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
साइबर क्राइम के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मानें तो हर दिन ऑनलाइन गेमिंग को लेकर शिकायतें आती हैं।
साइबर फ्रॉड लगातार बढ़ रहे हैं और लोग ऑनलाइन गेमिंग के लुभावने झांसे में आ जाते हैं। पहले यह गेमिग के जरिये पैसे जिताते हैं, लेकिन बाद में सभी लोग पैसे हारने लगते हैं।