भोपाल। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने मध्यप्रदेश की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के तारीख का ऐलान कर दिया है, जहां 10 जुलाई को वोटिंग और 13 जुलाई को काउंटिंग होगी।
चुनाव आयोग ने सोमवार को देशभर की कुल 13 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव के तारीखों का ऐलान किया जिसमें मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा विधानसभा सीट भी शामिल हैं।
चुनाव आयोग द्वारा तारीख का ऐलान होने के साथ ही चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। हालांकि, चुनाव आचार संहिता केवल अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में ही लागू रहेगी और अन्य विधानसभा क्षेत्रों में आचार संहिता का असर नहीं होगा।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस विधायक कमलेश शाह के इस्तीफे के बाद अमरवाड़ा सीट खाली हुई थी।
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले कमलेश शाह ने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने 29 मार्च को कमेश शाह का इस्तीफा मंजूर कर लिया था जिसके बाद यह सीट खाली हो गई थी।
खबरों की मानें तो भाजपा अमरवाड़ा सीट से कमलेश शाह पर ही दांव खेल सकती है जबकि कांग्रेस नए चेहरे को मैदान में उतार सकती है।
कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा की नैया पर सवार होने वाले और विधायकी छोड़ने वाले कमलेश प्रताप शाह कभी कांग्रेस के दिग्गज नेता और सूबे के सीएम रहे कमलनाथ के खासमखास रहे हैं।
कमलनाथ के खास रहे कमलेश प्रताप शाह छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट से तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं।
शिवराज सिंह चौहान बुधनी और ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा से देंगे इस्तीफा –
मोदी कैबिनेट में केंद्रीय मंत्री बनने के बाद एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया 18 जून तक अपने-अपने वर्तमान पदों से इस्तीफा देंगे।
शिवराज सिंह चौहान बुधनी से विधायक हैं जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा सदस्य हैं। नियमानुसार कोई नेता सांसद या विधायक एक ही पद पर रह सकता है।
चुनाव नतीजों के घोषित होने के 14 दिन के अंदर उन्हें किसी एक पद से इस्तीफा देना होता है। हालांकि, इन सीटों पर चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव की घोषणा बाद में किए जाने की संभावना है।
दो अन्य विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की संभावना –
इसके साथ ही विजयपुर से कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत और बीना से कांग्रेस विधायक निम्रला सप्रे भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं, लेकिन इन्होंने फिलहाल अपनी विधायकी से इस्तीफा नहीं दिया है।
इन दोनों विधानसभा सीटों पर भी इनके इस्तीफे के बाद चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव की घोषणा किए जाने की संभावना है।