Mahakal Mandir Sawan 2025: उज्जैन स्थित ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर में सावन मास के पावन पर्व की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
11 जुलाई (गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात) से 9 अगस्त तक मंदिर में विशेष दर्शन व्यवस्था रहेगी।
इस दौरान रात 3 बजे मंदिर के कपाट खुलेंगे और भस्म आरती का आयोजन किया जाएगा।
सावन मास में लाखों श्रद्धालु महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचेंगे।
भस्म आरती का समय बदला
- सामान्य दिनों में मंदिर के कपाट सुबह 4 बजे खुलते हैं, लेकिन सावन मास में यह समय बदलकर रात 3 बजे कर दिया गया है।
- हर सोमवार को कपाट रात 2:30 बजे खुलेंगे।
- भस्म आरती सुबह 3 से 5 बजे तक होगी, जबकि सोमवार को 2:30 से 4:30 बजे तक आरती संपन्न होगी।

दर्शन व्यवस्था: कैसे करें महाकाल के दर्शन?
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अलग-अलग दर्शन प्रवेश द्वार बनाए हैं:
1. सामान्य दर्शन (निःशुल्क)
- प्रवेश: नंदी द्वार से होगा।
- मार्ग: महालोक → मानसरोवर भवन → फैसिलिटी सेंटर → कार्तिकेय मंडपम → गणेश मंडपम से दर्शन।
2. शीघ्र दर्शन (₹250 टिकट)
- प्रवेश: गेट नंबर 1 और 4 से होगा।
- मार्ग: विश्रामधाम → रैंप → सभा मंडपम → गणेश मंडपम से दर्शन।
3. कावड़ यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था
- मंगलवार से शुक्रवार तक: गेट नंबर 4 से VIP प्रवेश मिलेगा।
- शनिवार, रविवार, सोमवार को: सामान्य दर्शनार्थियों के साथ प्रवेश।

मंदिर की सजावट और तैयारियां
- मंदिर परिसर को रंग-रोगन और विद्युत रोशनी से सजाया गया है।
- गर्भगृह की दीवारों और चांदी के द्वार की सफाई की गई है।
- जल अर्पण के लिए अतिरिक्त पात्र लगाए गए हैं, ताकि अधिक श्रद्धालु जल चढ़ा सकें।
विशेष सुझाव
- भीड़ को देखते हुए सुबह जल्दी पहुंचें।
- मोबाइल और कीमती सामान साथ न ले जाएं।
- मंदिर प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन्स का पालन करें।

सावन मास में महाकाल मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है।
इस बार रात 3 बजे कपाट खुलने और भस्म आरती के दर्शन का विशेष आयोजन है।
अगर आप भी महाकाल के दर्शन करने जा रहे हैं, तो पहले से दर्शन व्यवस्था और समय की जानकारी जरूर ले लें।


