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Sawan 2025: इन 5 फूलों से करें महादेव की पूजा, भूलकर भी न चढ़ाए ये वर्जित फूल वरना नहीं मिलेगा फल

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Sawan 2025: सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे पवित्र माना जाता है।

इस दौरान शिवलिंग पर जलाभिषेक, बेलपत्र, धतूरा और विशेष फूल चढ़ाने की परंपरा है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ फूल शिवजी को अत्यंत प्रिय हैं, तो कुछ उनकी पूजा में वर्जित माने गए हैं?

शास्त्रों के अनुसार, गलत फूल चढ़ाने से पूजा का फल नहीं मिलता।

आइए जानते हैं कि सावन 2025 में शिवलिंग पर कौन-से फूल चढ़ाने चाहिए और किनसे परहेज करना चाहिए।

शिवलिंग पर वर्जित 5 फूल (फूल जो नहीं चढ़ाने चाहिए)

  • केतकी का फूल – पुराणों के अनुसार, केतकी के फूल ने ब्रह्माजी के झूठ का समर्थन किया था, जिससे शिवजी नाराज हो गए और इसे अपनी पूजा में वर्जित कर दिया।

  • कमल का फूल यह फूल विष्णु जी को प्रिय होते हैं इसलिए शिव जी को नहीं चढ़ाए जाते
  • चंपा का फूल – चंपा की महक अच्छी होती है, लेकिन इसमें सूक्ष्म कीटाणु होते हैं, इसलिए यह शिव पूजा में निषेध है।

  • पलाश का फूल – पलाश अग्नि तत्व का प्रतीक है, जो शिव की शांत प्रकृति के विपरीत है।

  • नागकेसर का फूल – अन्य देवताओं को यह फूल प्रिय है, लेकिन शिवलिंग पर इसे चढ़ाना वर्जित है।तु

तुलसी के पत्ते – तुलसी भगवान विष्णु को प्रिय है, इसलिए शिवलिंग पर तुलसी चढ़ाना वर्जित है।

शिवजी को अत्यंत प्रिय 5 फूल (सावन में जरूर चढ़ाएं)

  1. धतूरा – यह विषैला फूल शिव के तांडव रूप का प्रतीक है और उन्हें अत्यंत प्रिय है।

  2. आक/मदार का फूल – इस फूल को चढ़ाने से जीवन के संकट दूर होते हैं।

  3. कनेर के फूल- इन फूलों को अर्पित करने से व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है और आर्थिक कष्ट भी दूर होते हैं।

  4. कुंद के फूल – इन्हें कस्तूरी मोगरा और सदा पुष्प भी कहा जाता है। यह पवित्र फूल शिवलिंग पर चढ़ाने से पूजा का फल बढ़ जाता है।

  5. नीलकमल या नीले फूल – शिवजी को नीले रंग के फूल विशेष प्रिय हैं। जैसे अपराजिता।

इनके अलावा शिवजी को बेलपत्र जरूर चढ़ाएं– त्रिदेवों का प्रतीक बेलपत्र शिव पूजा का सबसे महत्वपूर्ण अंग है।

सावन में शिवलिंग पर फूल चढ़ाने की सही विधि

  • फूल हमेशा ताजे और साफ होने चाहिए।
  • टूटे हुए या उल्टे फूल न चढ़ाएं।
  • बेलपत्र के साथ फूल अर्पित करना शुभ माना जाता है।
  • “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करते हुए फूल चढ़ाएं।

सावन के पवित्र महीने में शिवजी की पूजा करते समय फूलों का विशेष ध्यान रखें।

केवल शास्त्रों द्वारा बताए गए फूल ही चढ़ाएं, नहीं तो पूजा का पूरा फल नहीं मिलेगा।

धतूरा, बेलपत्र, आक और नीलकमल जैसे फूलों से शिवजी प्रसन्न होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।

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