DGCA Air India Audit: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया की सुरक्षा जांच में बड़ी लापरवाहियां पकड़ी हैं
DGCA की ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, एयर इंडिया में 100 से ज्यादा सुरक्षा गड़बड़ियां मिली हैं, जिनमें से 7 गंभीर जोखिम वाली हैं।
इन खामियों को लेकर DGCA ने एयर इंडिया को 30 जुलाई तक जवाब देने का निर्देश दिया है।
क्या मिला ऑडिट में?
DGCA ने 1 से 4 जुलाई तक एयर इंडिया के गुरुग्राम स्थित मुख्यालय का ऑडिट किया।
इसमें फ्लाइट ऑपरेशन, पायलट ट्रेनिंग, केबिन क्रू ड्यूटी नियम और विमान उड़ान प्रक्रियाओं की जांच की गई।
ऑडिट में पाया गया कि:
- पायलट और केबिन क्रू की ट्रेनिंग में कमियां हैं।
- क्रू के आराम और ड्यूटी घंटे के नियमों का पालन नहीं हो रहा।
- उड़ान संचालन प्रक्रियाओं में गंभीर चूकें हैं।
- रिकॉर्ड में हेराफेरी के भी आरोप लगे हैं।

7 सबसे गंभीर खामियां
DGCA ने इन गड़बड़ियों को ‘लेवल-1’ (सबसे खतरनाक) श्रेणी में रखा है। इनमें शामिल हैं:
- इंजन मेंटेनेंस में लापरवाही
- फ्लाइट सेफ्टी प्रोटोकॉल का उल्लंघन
- पायलटों की अनियमित ट्रेनिंग
- झूठे रिकॉर्ड बनाने के मामले
एयर इंडिया ने क्या कहा?
एयर इंडिया ने DGCA की रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए कहा है:
“हम DGCA के निर्देशों का पालन करेंगे और सभी खामियों को जल्द से जल्द ठीक करेंगे।
हमारा लक्ष्य यात्री सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देना है।”

पहले भी आ चुका है नोटिस
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मार्च 2025 में DGCA ने एयर इंडिया एक्सप्रेस को फटकार लगाई थी, क्योंकि उसने एयरबस A320 के इंजन पार्ट्स समय पर नहीं बदले थे।
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23 जुलाई को DGCA ने एयर इंडिया को 4 कारण बताओ नोटिस भेजे थे।
क्या एयर इंडिया अब ‘उड़ता हुआ ताबूत’ बन गया है?
DGCA की रिपोर्ट के बाद एयर इंडिया की सुरक्षा प्रक्रियाओं पर सवाल उठ रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इन खामियों को जल्दी ठीक नहीं किया गया, तो यह यात्रियों के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।

आगे की कार्रवाई
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एयर इंडिया को 30 जुलाई तक 7 गंभीर मुद्दों का समाधान बताना होगा।
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बाकी 44 खामियों को 23 अगस्त तक ठीक करना होगा।
DGCA की सख्त ऑडिट ने एयर इंडिया की लापरवाही उजागर की है।
अब देखना है कि कंपनी कितनी जल्दी इन समस्याओं को दूर कर पाती है।


