Umang Singhar RSS Controversy: कुत्ते ज्ञापन सौंपने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के नेता उमंग सिंघार ने एक विवादित बयान देकर सबको चौंका दिया।
गुरुवार को धार जिले में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे सिंघार ने छिंदवाड़ा के कलेक्टर शीलेंद्र सिंह पर भड़काऊ और विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कहा है कि,
“छिंदवाड़ा कलेक्टर इतना डरपोक है कि भाजपा का गुलाम है। अगर गुलाम है तो भाजपा, आरएसएस की चड्डी पहन ले।”
मंच से उन्होंने छिंदवाड़ा कलेक्टर पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह “जनता का नौकरशाह” न होकर “भाजपा का नौकर” बन गया है।
छिंदवाड़ा के कलेक्टर भारतीय जनता पार्टी के इशारों पर काम कर रहे हैं।
भाजपा के शासन में अधिकारी डर के साए में काम कर रहे हैं।
चुनाव में धांधली पर क्या बोले सिंघार
जब मैंने चुनाव आयोग से सवाल किए तो चुनाव आयोग के जवाब देने बजाय उसकी जगह भारतीय जनता पार्टी प्रेस कॉन्फ़्रेंस करके जवाब देती है।
भारतीय जनता पार्टी को चुनाव आयोग का सहारा लेने की ज़रूरत क्यों पड़ रही है?
क्योंकि आपका वोट, आपका जनादेश भारतीय जनता पार्टी ने चुराया है।
📍धार… pic.twitter.com/2RyHVRvKct— Umang Singhar (@UmangSinghar) August 22, 2025
ऐसे शुरू हुआ विवाद
यह पूरा विवाद 20 अगस्त को छिंदवाड़ा में हुए एक प्रदर्शन की देन है।
उस दिन पूर्व सांसद नकुल नाथ, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और उमंग सिंघार समेत कई कांग्रेस नेता खाद संकट और किसानों की समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।
उनका इरादा कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपने का था। हालांकि, प्रशासन ने नेताओं को कलेक्ट्रेट के अंदर जाने से रोक दिया।
नेताओं ने कलेक्टर को बाहर बुलाने की गुहार लगाई, लेकिन कलेक्टर नहीं आए।

भड़के कांग्रेस नेता, कुत्ते को सौंपा ज्ञापन
इससे नाराज कांग्रेस नेताओं ने एक अजीबोगरीब तरीका अपनाया।
उन्होंने वहां मौजूद एक कुत्ते को बुलाया और उसके गले में ज्ञापन बांध दिया।
उमंग सिंघार ने उस कुत्ते को हाथों में उठाकर यह संदेश देने की कोशिश की कि प्रशासन उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है।
“हमारी सरकार आएगी, तब याद रखेंगे”
अपने बयान में सिंघार ने अधिकारियों को चेतावनी भी दी।
उन्होंने कहा, “आप क्यों डर रहे हो, क्या हमारी सरकार नहीं आएगी? जरूर आएगी और जो दादागिरी करेगा उसके साथ कांग्रेस पार्टी क्या करेगी, हम बताएंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं सभी आईएएस की बात नहीं कर रहा, लेकिन जो कलेक्टर और आईएएस पार्टीबाजी करेगा, तो फिर हम भी बताएंगे कि राम नाम सत्य भी होता है।”

कलेक्टर ने टाला सवाल, कहा- “मैं राजनीतिक व्यक्ति नहीं हूं”
इस पूरे मामले पर छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं राजनीतिक व्यक्ति नहीं हूं। इस मामले पर मैं कुछ नहीं कहूंगा।”

फिलहाल, इस घटना ने एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है, जिस पर सियासी प्रतिक्रियाएं आनी जारी हैं।


