Raebareli Mob Lynching: रायबरेली में एक दलित युवक, हरिओम वाल्मीकि (38 वर्ष), की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
इस घटना ने एक बार फिर भीड़तंत्र और दलितों के प्रति बढ़ती हिंसा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस मामले में लापरवाही करने पर ऊंचाहार थाना अध्यक्ष संजय कुमार समेत 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना को ‘सिर्फ एक इंसान की नहीं, बल्कि इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या’ बताया है।
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और राहुल ने इस पर क्या कहा…
इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या- राहुल गांधी
कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस घटना की निंदा करते हुए एक्स पर लिखा,
“रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि की निर्मम हत्या केवल एक इंसान की नहीं, बल्कि इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या है।”
“देश में नफरत, हिंसा और भीड़तंत्र को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है। संविधान की जगह बुलडोजर ने ले ली है, इंसाफ की जगह डर ने। लेकिन यह देश संविधान से चलेगा, भीड़ की सनक से नहीं।”
उन्होंने परिवार के साथ खड़े होने और न्याय दिलाने का वादा किया है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक संयुक्त बयान जारी कर इस घटना की कड़ी निंदा की।
उन्होंने इसे “देश के संविधान के प्रति घोर अपराध” और “दलित समुदाय के प्रति अपराध” बताया।
उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से “मॉब लिंचिंग, बुलडोजर अन्याय और भीड़तंत्र” देश की भयावह पहचान बन चुके हैं।
क्या है पूरा मामला?
हरिओम वाल्मीकि, जो मानसिक रूप से कमजोर बताए जाते हैं, रायबरेली में अपनी पत्नी पिंकी से मिलने जा रहे थे।
रात करीब 1 बजे, ऊंचाहार-डलमऊ मार्ग पर ईश्वरदासपुर गांव के पास, उन्हें लगभग 24-25 ग्रामीणों ने घेर लिया।
भीड़ ने उन पर ‘ड्रोन चोर’ होने का शक जताया।
A Dalit youth, Hariom, was lynched in Raebareli over mere suspicion of theft.
This is the result of Yogi govt’s caste politics where Dalits & Muslims face mob justice instead of police protection.#DalitLivesMatter#JusticeForHariomValmiki pic.twitter.com/01Z6qVEejy
— Amar Singh Chouhan (@amar_4inc) October 5, 2025
डंडों और बेल्टों से बेरहमी से पिटाई
हरिओम ने खुद को बेगुनाह बताया और कहा कि वह पास के गांव का रहने वाला है, लेकिन भीड़ ने उनकी एक न सुनी।
उन्हें डंडों और बेल्टों से बेरहमी से पीटा गया। कथित तौर पर उन्हें अधनंगा कर दिया गया और उनकी ही शर्ट से हाथ बाँध दिए गए।
अधमरे हालत में उन्हें पहले एक खम्भे से बाँधकर पीटा गया और फिर रेलवे ट्रैक के किनारे फेंक दिया गया।
रेलवे ट्रैक के किनारे मिला शव
अगली सुबह रेलवे ट्रैक के किनारे हरिओम का शव मिला।
शव पर पिटाई के गहरे निशान, सिर पर गहरी चोट, छाती पर बेल्ट के निशान और पूरे शरीर पर नील-पन्न के दाग थे।
पुलिस की लापरवाही
एक वीडियो में देखा जा सकता है कि जब भीड़ ने हरिओम को घेर रखा था, तब पुलिस की एक पीआरवी वहां पहुंची।
हालांकि, जीप में बैठे एक पुलिसकर्मी ने सिर्फ “जाने दो, जहां जाना चाहता है” कहकर मामले को नजरअंदाज कर दिया और वहां से चले गए।
इसके बाद ही भीड़ और उग्र हो गई और उसने हरिओम की हत्या कर दी।
BJP ecosystem and Godi media intentionally hid the name of one accused in Raebareli’s Hariom murder who is from Yogi Adityanath’s caste.
Raebareli lynching is not just a story of mob violence but of power, caste dominance which is proudly displayed by CM itself. pic.twitter.com/YbwbzBCzlN
— Venisha G Kiba (@KibaVenisha) October 6, 2025
सामने आए विवादास्पद वीडियो
इस मामले में अब तक चार वीडियो सामने आए हैं, जो घटना की भयावहता को उजागर करते हैं:
- पहला वीडियो (3 अक्टूबर): सुबह साढ़े 6-7 बजे का, जिसमें रेलवे ट्रैक के किनारे हरिओम का खून से लथपथ शव दिख रहा है।
- दूसरा वीडियो (3 अक्टूबर): दोपहर 2 बजे का, जिसमें भीड़ लाठी-डंडे से हरिओम को ‘चोर-चोर’ चिल्लाते हुए पीट रही है।
- तीसरा वीडियो (4 अक्टूबर): यह सबसे चौंकाने वाला वीडियो है। इसमें भीड़ हरिओम से उसका नाम पूछ रही है। मार खाते और तड़पते हुए हरिओम चिल्लाते हैं – “राहुल गांधी”। इस पर भीड़ में से एक व्यक्ति जवाब देता है – “यहां सब ‘बाबा’ वाले हैं।” यह वीडियो राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का केंद्र बन गया है।
- चौथा वीडियो (6 अक्टूबर): यह वीडियो पुलिस की लापरवाही को दिखाता है, जिसमें पुलिसकर्मी युवक को भीड़ के हवाले छोड़कर चले जाते हैं।
कार्रवाई – क्या हुआ अब तक?
जनता के गुस्से और मीडिया की सुर्खियों के बाद, प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की है:
- पुलिस निलंबन: लापरवाही बरतने के आरोप में ऊंचाहार थाना अध्यक्ष संजय कुमार समेत 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
- गिरफ्तारियां: अब तक 10 संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है और मामले की गहन जांच जारी है।
Raebareli man, on way to in-laws’ place, beaten to death over theft suspicion
After a video of the incident went viral, police arrested five accused and suspended the area SHO and three other officers for negligence.Read more: https://t.co/s5RUK5vcRH pic.twitter.com/A2OQE2aih1
— IndiaToday (@IndiaToday) October 5, 2025
घटना पर उठे सवाल
यह घटना कई गंभीर सवाल छोड़ गई है:
- क्या पुलिस की तत्परता से हरिओम की जान बचाई जा सकती थी?
- क्यों दलितों और वंचित तबकों के खिलाफ ऐसी हिंसक घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं?
- क्या वाकई ‘भीड़तंत्र’ को संरक्षण मिल रहा है, जैसा कि विपक्ष दल आरोप लगा रहे हैं?
- डॉ. भीमराव अंबेडकर के सपनों का भारत, जो समानता और सामाजिक न्याय पर आधारित है, कब साकार होगा?
अब देखना है कि प्रशासन पीड़ित परिवार को कैसे न्याय देता है और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जाएंगे।