Pithampur Crane Accident धार जिले के पीथमपुर इलाके में गुरुवार सुबह एक निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज से भारी क्रेन के गिरने का दर्दनाक हादसा हुआ है।
इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है जबकि चार अन्य घायल हुए हैं।
क्रेन के नीचे दबे दो पिक-अप वाहन चकनाचूर हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि क्रेन चलाते समय सुरक्षा नियमों की गंभीर लापरवाही इस हादसे का मुख्य कारण बताई जा रही है।
कैसे हुआ हादसा?
हादसा पीथमपुर के सेक्टर-3 स्थित सागौर रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण स्थल पर सुबह करीब साढ़े आठ से नौ बजे के बीच हुआ।
उस समय ब्रिज पर गार्डर (पुल का मुख्य ढांचा) चढ़ाने का काम चल रहा था।

इस काम के लिए दो क्रेनों का इस्तेमाल किया जा रहा था।
जानकारी के मुताबिक, सागौर की ओर लगी एक क्रेन एक भारी पिलर (खंभा) को उठाकर शिफ्ट कर रही थी।
तभी अचानक क्रेन का संतुलन बिगड़ा और वह पलटकर नीचे सड़क पर आ गिरी।
दुर्भाग्य से उसी समय रास्ते से एक लोडिंग वैन (टाटा मैजिक) और एक पिक-अप वाहन गुजर रहे थे।
भारी क्रेन के सीधे नीचे आने से दोनों वाहन बुरी तरह से कुचल गए और उनमें सवार लोग फंस गए।
#MadhyaPradesh | Two killed as crane collapses during bridge construction in Dhar’s Sagour village pic.twitter.com/xbrCK1EHvD
— Deccan Chronicle (@DeccanChronicle) October 30, 2025
लापरवाही की आशंका: क्रेन के नीचे नहीं लगी थी लोहे की प्लेट
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह हादसा सुरक्षा उपायों को नजरअंदाज करने की वजह से हुआ।
मौके पर मौजूद एक व्यक्ति आसिफ खान ने बताया, “क्रेन के नीचे लोहे की मोटी प्लेट (आधार) नहीं लगाई गई थी। जैसे ही क्रेन ने भारी पिलर उठाया, उसका एक हिस्सा नरम जमीन में धंसने लगा। इससे क्रेन का बैलेंस पूरी तरह बिगड़ गया और वह पलट गई।”
स्थानीय एडवोकेट राजेश चौधरी ने रेलवे विभाग और ठेकेदार पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि सर्विस रोड को ठीक से नहीं बनाया गया था, जिसकी वजह से ऐसा हादसा हुआ।
उन्होंने यह भी दावा किया कि पहले भी अधिकारियों को इस खतरे के बारे में आगाह किया गया था, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की।
#WATCH | Crane Collapses During Bridge Work In #Pithampur, Claims Two Lives #MPNews #MadhyaPradesh pic.twitter.com/yAI2edOuaB
— Free Press Madhya Pradesh (@FreePressMP) October 30, 2025
राहत और बचाव कार्य: दो क्रेनों से हटाई गई गिरी हुई क्रेन
हादसे की सूचना मिलते ही सागौर थाने की पुलिस, एसपी मयंक अवस्थी और एएसपी पारुल बेलापुरकर मौके पर पहुंच गईं।
घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई। बचाव कार्य शुरू किया गया।
गिरी हुई भारी क्रेन को हटाने के लिए दो अन्य क्रेनें और JCB मशीनें मंगवाई गईं।
कई घंटों की मशक्कत के बाद क्रेन को हटाकर फंसे लोगों को निकाला गया।

पीड़ितों की पहचान और हालात
इस हादसे में दो लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
पहले वाहन के ड्राइवर अभय पाटीदार की मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं, दूसरे वाहन के कंडक्टर कल्याण का इलाज के दौरान अस्पताल में निधन हो गया।
अभय पाटीदार पुराने टायरों का कारोबार करते थे।
इस हादसे में कुल चार लोग घायल हुए हैं, जिन्हें पीथमपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सीएमएचओ डॉ. आर के शिंदे ने दो मौत और चार लोगों के घायल होने की पुष्टि की है।

पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
हादसे के कारणों को लेकर अलग-अलग बातें सामने आ रही हैं।
एएसपी पारुल बेलापुरकर ने एक अलग पहलू की ओर इशारा करते हुए बताया कि घटना एक संकरी सड़क पर हुई, जहां पिक-अप वाहन ने क्रेन को ओवरटेक करने की कोशिश की और इसी दौरान क्रेन पलट गई।
हालांकि, इस बयान के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या वास्तव में एक स्थिर क्रेन को ओवरटेक करना संभव है।

पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और लापरवाही के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
यह पूछताछ की जा रही है कि क्या निर्माण कार्य शुरू करने से पहले सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था और क्या सड़क को पूरी तरह से बंद किया गया था।
यह हादसा एक बार फिर औद्योगिक और निर्माण स्थलों पर सुरक्षा नियमों की अनदेखी के गंभीर नतीजों की ओर इशारा करता है।
एक छोटी सी लापरवाही ने दो परिवारों को उजाड़ दिया और कई लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया।


