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MP में तहसीलदार के बेडरूम में घुसा किसान: फिर अफसर ने उठाया ये कदम, देखें Video

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Farmer in Tehsildar Bedroom: बुधवार सुबह बैराड़ (शिवपुरी) में एक ऐसी घटना घटी जिसने हर किसी को हैरान कर दिया।

यहां खाद का टोकन न मिलने पर एक किसान इतना नाराज हुआ कि वह सीधे तहसीलदार के घर में घुस गया और उनके बेडरूम तक जा पहुंचा।

हालांकि, तहसीलदार ने इस तनावपूर्ण स्थिति में संयम दिखाया और मामले को शांतिपूर्वक सुलझा दिया।

क्या था पूरा मामला?

तहसीलदार बैराड़ द्वारा बुधवार सुबह 5 से 8 बजे तक किसानों को यूरिया खाद के टोकन वितरित किए गए।

इस दौरान करीब 1100 किसानों को दो-दो बोरी खाद के टोकन मिले।

वितरण का काम शांतिपूर्वक पूरा हो गया, लेकिन तभी ग्राम खटका के रहने वाले किसान ओमपाल बघेल अपने कुछ साथियों के साथ सुबह करीब 9:19 बजे तहसीलदार के आवास पर पहुंच गए।

ओमपाल बिना किसी अनुमति के सीधे घर के अंदर घुस गए और बेडरूम तक जा पहुंचे।

उस समय तहसीलदार कार्यालय जाने की तैयारी कर रहे थे और उनकी पत्नी रसोई में काम कर रही थीं।

अचानक बेडरूम में एक अजनबी को देखकर तहसीलदार हैरान रह गए, लेकिन उन्होंने अपना आपा नहीं खोया।

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तहसीलदार ने दिखाया संयम

तहसीलदार ने किसान को शांतिपूर्वक बाहर जाने के लिए कहा और उसकी समस्या सुनी।

ओमपाल ने बताया कि उन्हें खाद का टोकन नहीं मिला है।

तहसीलदार ने समझाया कि टोकन वितरण सुबह 8 बजे तक ही हो रहा था और ओमपाल को उसके बाद खाद वितरण केंद्र पर आना चाहिए था।

हालांकि, तहसीलदार ने संवेदनशीलता दिखाते हुए ओमपाल को खाद का टोकन उपलब्ध करा दिया।

किसान को हुआ गलती का एहसास

तहसीलदार के संयम और व्यवहार से ओमपाल को अपनी गलती का एहसास हुआ।

उन्होंने तहसीलदार से लिखित और मौखिक रूप से माफी मांगी।

दोनों पक्षों ने मिलकर थाना बैराड़ को इस घटना की सूचना दी और आगे कोई कार्रवाई न करने का अनुरोध किया।

नई ई-टोकन प्रणाली लागू

इस घटना ने किसानों की खाद संबंधी समस्याओं को फिर से उजागर कर दिया है।

इसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने एक अहम फैसला लिया है।

  • 10 नवंबर से पूरे जिले में ई-टोकन प्रणाली लागू की जा रही है।
  • इस नई व्यवस्था के तहत किसान 07492-181 नंबर पर कॉल करके सीधे पंजीकरण करा सकेंगे।
  • ई-टोकन प्रणाली से किसानों को लंबी कतारों में लगने की जरूरत नहीं होगी।
  • पंजीकरण के बाद उन्हें एसएमएस के जरिए खाद वितरण का समय और स्थान बताया जाएगा।
  • इससे खाद वितरण प्रक्रिया अधिक पारदर्शी, व्यवस्थित और सुगम हो जाएगी।

यह घटना एक तरफ जहां प्रशासनिक अधिकारियों के संयम और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल पेश करती है, वहीं दूसरी ओर किसानों की समस्याओं को भी उजागर करती है।

नई ई-टोकन प्रणाली से उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सकेगा और किसानों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।

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