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बिहार चुनाव में हार के बाद टूटा लालू परिवार: बेटी रोहिणी ने छोड़ी राजनीति, संजय यादव पर लगाया ये आरोप

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Lalu Yadav Rohini Acharya: बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को मिली करारी हार के बाद लालू प्रसाद यादव के परिवार में एक और बड़ी टूट हो गई है।

लालू यादव की दूसरी बेटी डॉ. रोहिणी आचार्य ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट के जरिए घोषणा की कि वह राजनीति छोड़ रही हैं और अपने परिवार से भी नाता तोड़ रही हैं।

उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर RJD सांसद और तेजस्वी यादव के करीबी सलाहकार संजय यादव को जिम्मेदार ठहराया।

रोहिणी ने तोड़ा परिवार से रिश्ता

रोहिणी आचार्य ने अपने पोस्ट में लिखा, “मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं। संजय यादव और रमीज ने मुझसे यही करने को कहा था और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं।”

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यह संदेश ऐसे समय में आया है जब RJD को चुनाव में सिर्फ 25 सीटें मिली हैं, जबकि 2020 में पार्टी के पास 75 सीटें थीं।

लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी इस चुनाव में करीब 50,000 वोटों से हार गए हैं, जबकि तेजस्वी यादव मुश्किल से अपनी सीट बचा पाए हैं।

संजय यादव हैं विवाद के केंद्र में

रोहिणी आचार्य का यह कदम अचानक नहीं है।

पार्टी की हार के बाद से ही RJD के भीतर और लालू परिवार में असंतोष की खबरें आ रही थीं।

रोहिणी ने इससे पहले ही सोशल मीडिया पर पार्टी और परिवार के सभी सदस्यों को ‘अनफॉलो’ कर दिया था।

माना जा रहा है कि तेजस्वी यादव पर संजय यादव के बढ़ते प्रभाव से परिवार के कई सदस्य नाराज चल रहे हैं।

तेज प्रताप यादव तो पहले से ही संजय यादव को ‘जयचंद’ कहकर निशाना बता रहे हैं।

उन्होंने पिछले महीने एक पोस्ट में सीधे कहा था कि “जयचंदों ने RJD को खोखला किया।”

2021 में भी तेज प्रताप ने शिकायत की थी कि संजय यादव ने ही उनकी तेजस्वी से मुलाकात नहीं होने दी।

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कौन हैं संजय यादव? (who is Sanjay Yadav)

  • संजय यादव हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के रहने वाले हैं।
  • वह कंप्यूटर साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट हैं और एक MNC कंपनी में नौकरी छोड़कर तेजस्वी यादव के साथ काम करने बिहार आए थे।
  • कहा जाता है कि दिल्ली के एक क्रिकेट ग्राउंड में 2012 के आसपास उनकी मुलाकात तेजस्वी से हुई थी।
  • 2013 में जब लालू यादव जेल गए, तब तेजस्वी ने उन्हें पटना बुला लिया।
  • तब से वह तेजस्वी के राजनीतिक सलाहकार बन गए और अब राज्यसभा सांसद हैं।
  • मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेजस्वी की रणनीति से लेकर उनके कार्यक्रम तक, सब कुछ संजय यादव ही तय करते हैं।

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रोहिणी आचार्य कौन हैं? (who is Rohini Acharya)

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी यादव की 9 संतानें हैं।

उनकी छोटी बेटी रोहिणी आचार्य को सभी बच्चों में सबसे होशियार बताया जाता है।

डॉ. रोहिणी आचार्य लालू यादव और राबड़ी देवी की दूसरी बेटी हैं।

उनका जन्म 1979 में पटना में हुआ था।

उन्होंने MBBS की डिग्री हासिल की है और वह अपने पति और तीन बच्चों के साथ सिंगापुर में रहती हैं।

इसी साल 2024 में उन्होंने पहली बार सारण से लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

किडनी देकर बचाई थी पिता की जान

रोहिणी अपने पिता के काफी करीब हैं और सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर अक्सर उनके साथ वाली फोटोज शेयर करती रहती हैं।

साल 2022 में रोहिणी ने अपने पिता को किडनी डोनेट की थी, जिसकी वजह से वो काफी सुखियों में रही थीं।

क्या होगा आगे?

रोहिणी आचार्य का यह फैसला लालू परिवार और RJD में गहरे संकट की ओर इशारा करता है।

चुनावी हार के बाद पार्टी के भीतर जिस तरह के सवाल उठ रहे हैं, उसमें रोहिणी का परिवार छोड़ना एक बड़ा झटका है।

अब देखना यह है कि लालू परिवार और RJD इस आंतरिक कलह से कैसे उबरते हैं और भविष्य की राजनीतिक रणनीति क्या होती है।

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