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शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, CM ने दिया अर्थी को कंधा

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Inspector Ashish Sharma Martyr: नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए हॉक फोर्स इंस्पेक्टर आशीष शर्मा को गुरुवार, 20 नवंबर को उनके गृह जिले नरसिंहपुर के गांव बोहानी में अंतिम विदाई दी गई।

इस दुखद घटना में पूरा प्रदेश शोक में डूब गया है।

शहीद इंस्पेक्टर के अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित कई बड़े नेताओं और हजारों लोगों ने शिरकत कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

कैसे हुआ हमला

बुधवार को छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के सीमावर्ती इलाके में बोर तालाब के पास नक्सलियों के छिपे होने की खबर मिली थी।

इसके बाद तीनों राज्यों (मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़) की पुलिस की एक संयुक्त टीम ने ऑपरेशन चलाया।

ऑपरेशन के दौरान जंगल में सर्चिंग अभियान चल रहा था कि अचानक नक्सलियों ने घात लगाकर हमला कर दिया।

इस मुठभेड़ में टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर आशीष शर्मा को गोली लग गई।

उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन जान बचाने के सभी प्रयास विफल रहे और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

बालाघाट से शुरू हुआ अंतिम सफर

गुरुवार सुबह सबसे पहले बालाघाट में शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा की श्रद्धांजलि यात्रा निकाली गई।

इस दौरान हर किसी की आंखें नम थीं। शहीद के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।

आखिरी सलामी देने के लिए भारी संख्या में लोग जुटे।

इसके बाद उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बोहानी, नरसिंहपुर ले जाया गया।

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

नरसिंहपुर स्थित बोहानी गांव के मुक्तिधाम पर शहीद इंस्पेक्टर को राजकीय सम्मान दिया गया।

उनके पार्थिव शरीर को फूलों से सजे वाहन पर रखा गया और राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा गया।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और कैबिनेट मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल स्वयं शहीद की अर्थी को कंधा देकर चिता तक ले गए।

इस मौके पर मप्र कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार समेत कई लोग मौजूद रहे।

शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए लगभग 5000 से अधिक लोग जुटे।

सीएम ने दी श्रद्धांजलि और की घोषणा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी बहादुरी और साहस हमेशा याद रखा जाएगा।

सीएम ने यह घोषणा भी की कि शहीद आशीष शर्मा के छोटे भाई को सरकारी नौकरी दी जाएगी।

साथ ही, परिवार को नियमानुसार हर संभव आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी।

कौन थे शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा?

  • इंस्पेक्टर आशीष शर्मा का जन्म 14 फरवरी 1994 को हुआ था।
  • उन्होंने वर्ष 2016 में सब-इंस्पेक्टर के पद से अपनी पुलिस सेवा शुरू की थी।
  • नक्सल विरोधी अभियानों में उनकी भूमिका अहम रही है।
  • अपनी बहादुरी और उत्कृष्ट सेवा के लिए उन्हें आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिला था।
  • उन्हें दो बार वीरता पदक (Gallantry Medal) से भी सम्मानित किया जा चुका था।
  • फरवरी 2018 हॉक फोर्स बालाघाट में पदस्थापना
  • 18 दिसंबर 2022 हर्राटोला मुठभेड़: 14 लाख के इनामी नक्सली गोडी को मार गिराने में सफलता
  • 22 अप्रैल 2023 कवला मुठभेड़: 28 लाख की
  • इनामी नक्सली एसीएम सुनीता और सरिता को मार गिराने में वीरतापूर्ण योगदान
  • 21 फरवरी 2023 उपनिरीक्षक से निरीक्षक पद पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन
  • 19 फरवरी 2025 रौंदा टोला मुठभेड़: 62 लाख की कुल इनामी नक्सली कमांडर आशा, एसीएम रंजीता, सरिता और लख्खे को मार गिराने में सफलता
  • 19 नवंबर 2025 अंतिम अभियानः मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ पुलिस की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़, शहीद हुए।
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