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नर्सिंग घोटालाः मंत्री विश्वास सारंग का जवाब- कमलनाथ के इस्तीफे के दिन तत्कालीन मंत्री ने दी 354 से ज्यादा मान्यता

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Prashant Sharma
Prashant Sharma
प्रशांत शर्मा, 15 सालों से पत्रकारिता में हैं। शुरुआत साधना न्यूज एमपी-सीजी से हुई। इसके बाद प्रदेश टुडे के फाउंडर मेंबर रहे। प्रदेश टुडे के बाद न्यूज एक्सप्रेस एमपी-सीजी चैनल की लॉन्चिंग टीम के साथ बतौर क्राइम रिपोटर जुड़े रहे। इसके बाद लंबी पारी नेशनल और रीजनल चैनल इंडिया न्यूज में रही। कुछ दिन न्यूज वर्ल्ड चैनल में दमदार रिपोर्टिंग करने के बाद मृदुभाषी अखबार में संपादक की भमिका में रहे। फिलहाल चौथा खंभा टीम के साथ मिलकर दमदारी से पत्रकारिता कर रहे हैं।

mp nursing scam: भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने नर्सिंग घोटाले को लेकर अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब दिया।

सारंग ने कहा कि सुबह से देख रहा हूं कि बार-बार मेरा नाम लिया जा रहा है। ऐसा लग रहा है जैसे विश्वास सारंग एक माफिया है।

मुझ पर सुबह से निजी अटैक किया जा रहा है। नर्सिंग काउंसिल ऑटोनोमस है और इसमें मंत्री का हस्तक्षेप नहीं होता।

सारंग ने यह भी कहा कि उन पर आरोप (mp nursing scam) लगाने से पहले थोड़ा पढ़ कर आ जाते तो बेहतर होता।

उन्होंने कहा कि कॉलेजों को मान्यता देने की जिम्मेदारी तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल की तत्कालीन रजिस्ट्रार सुनीता शिजू को दी थी जिन्होंने कॉलेज खोलने के लिए मान्यता दी।

इतना ही नहीं, विश्वास सारंग ने आरोप लगाया कि 20 मार्च को कमलनाथ सीएम पद से इस्तीफा देते हैं और उसी दिन तत्कालीन मंत्री ने 354 से ज्यादा मान्यता दी। एक तरफ कमलनाथ अपनी सरकार बचाने में लगे थे और उनकी मंत्री कॉलेजों के मान्यता दे रही थी।

विपक्ष को मान्यता ओर संबद्धता में अंतर समझ नहीं आ रहा है। मलय कॉलेज को कांग्रेस सरकार के दौरान मान्यता दी गई।

कांग्रेस ने 100 कॉलेज दो महीनों में ही खोल दिये थे जबकि हमने 415 कॉलेज का सत्यापन करवाया जिसमें 150 कॉलेज हमने बंद किये।

मंत्री सारंग ने कहा कि भाजपा सरकार में छात्रों ने गड़बड़ियों को लेकर ज्ञापन दिया जिस पर मैंने विभागीय मंत्री होने के नाते जो पत्र लिखे, उनमें पुनर्विचार करने और एडवाइजरी की बात कही गई थी।

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