Cheating With ChatGPT: इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहलाने वाले इंदौर के होलकर साइंस कॉलेज में एक स्टूडेंट AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर की मदद से नकल करते पकड़ा गया है।
परीक्षा हॉल में परीक्षार्थी मोबाइल में चैट जीपीटी से जवाब सर्च कर रहा था और जल्दी-जल्दी कॉपी में लिखता जा रहा था। मध्य प्रदेश में हाईटेक नकल का यह संभवत: पहला मामला है।
होलकर साइंस कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुरेश टी. सिलावट ने बताया कि बीएससी और एमएससी चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं चल रही हैं।
उन्होंने बताया कि सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है और परीक्षा हॉल में मोबाइल लाना मना है, लेकिन गुरुवार को चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में एक परीक्षार्थी को मोबाइल से नकल (Cheating With ChatGPT) करते पकड़ा गया।
जब उसके मोबाइल की जांच की गई तो पता चला वह ChatGPT की मदद से नकल कर रहा था। वह परीक्षा हॉल में किसी तरह मोबाइल लेकर चला आया था इसलिए उसके खिलाफ केस बनाया गया है।
ChatGPT एक भाषा मॉडल है जिसे OpenAI ने बनाया है जो ट्रांसफॉर्मर आर्किटेक्चर पर आधारित है। यह एआई बड़े स्तर पर डाटा का संग्रह करता है।
चैट जीपीटी को बनाने के पीछे उद्देश्य यह था कि यह सवालों के जवाब आसानी से दे सके। इसका इस्तेमाल वर्तमान, ऐतिहासिक विवरणों, वैज्ञानिक स्पष्टीकरणों और सामान्य ज्ञान के जवाब में होता है।
चैट जीपीटी का फुल फॉर्म (Chat GPT full form) चैट जेनरेटिव प्रीट्रेंड ट्रांसफॉर्मर (Chat Generative Pretrained Transformer) है और इसे 30 नवंबर 2022 को लॉन्च किया गया था।
यह ओपन एआई (Open AI) के द्वारा डेवलप किया गया है। चैट जीपीटी एक तरह का चैट बॉट (Chat Bot) है, जो कोई सवाल पूछे जाने पर आपको असिसटेंट की तरह उसका आसान जवाब ढूंढ़ कर देता है।
यह एक तरह का एक्सपर्ट है जिसका कम्युनिकेशन स्किल शानदार होता है, लेकिन यह कोई इंसान नहीं होता, बल्कि यह कंप्यूटर प्रोग्राम होता है जो आपके सवालों का जवाब देने के लिए पहले से इकट्ठा किए गए डेटा और इनफॉर्मेशन का इस्तेमाल करता है।