MP Cabinet expansion List: मध्य प्रदेश में जल्द ही एक और मंत्रिमंडल विस्तार तय है।
अमरवाड़ा उपचुनाव में बीजेपी की जीत के बाद ये कभी भी हो सकता है।
ऐसे में अब सवाल उठता है कि वो कौन से खुशनसीब विधायक हैं, जिन्हें मोहन के कुनबे में शामिल होने का मौका मिलेगा।
बीजेपी में दावेदारों की फेहरिस्त लंबी है। मध्यप्रदेश में कुल विधायकों की संख्या 230 है।
ऐसे में अधितम 15 प्रतिशत के हिसाब से मुख्यमंत्री समेत 35 मंत्री हो सकते हैं।
अब देखते हैं मोहन मंत्रिमंडल का गणित और देखते हैं कितने पद हैं खाली
मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल का गणित –
मुख्यमंत्री
उप मुख्यमंत्री- 2
कैबिनेट मंत्री- 19
स्वतंत्र प्रभार -6
राज्य मंत्री – 4
कुल मंत्री – 32 यानी अधिकतम तीन मंत्री बनाए जा सकते हैं।
अब देखते हैं संभावित मंत्री (MP Cabinet expansion List) –
कमलेश शाह –
कमल नाथ के गढ़ में सेंध लगाने वाले कमलेश शाह का मंत्री बनना तय माना जा रहा है।
गोपाल भार्गव –
रहली से विधायक गोपाल भार्गव मौजूदा विधानसभा के सबसे वरिष्ठ विधायक हैं।
उन्होंने 2023 विधानसभा चुनाव में लगातार 9वां चुनाव जीता है।
भार्गव 1985 से रहली विधानसभा से चुनाव लड़ते और जीतते आ रहे हैं।
2003 में पहली बार उमा भारती मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बने थे।
2018 में कमल नाथ सरकार सत्ता में आई तो उन्हें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया गया।
2020 में जब शिवराज सरकार ने वापसी की तो उनके साथ शपथ लेने वाले 5 मंत्रियों में भार्गव शामिल नहीं थे, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें शामिल किया किया गया।
इस बार डॉ. मोहन सरकार के मंत्रिमंडल में उन्हें जगह नहीं मिली जिस पर भार्गव ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी, अब उनकी वापसी के संकेत मिल रहे हें।
भूपेंद्र सिंह –
भूपेंद्र सिंह गृह एवं परिवहन और नगरीय प्रशासन जैसे विभागों की जिम्मेदारी संभालते रहे हैं।
साल 2020 में कमल नाथ सरकार के सत्ता से बेदखल करने में उनकी मुख्य भूमिका थी।
ओबीसी वर्ग को 50% आरक्षण देने के मामले में शिवराज सरकार ने भूपेंद्र को ही आगे किया था।
अब कयास लगाए जा रहे हैं कि भूपेंद्र सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है।
बृजेंद्र प्रताप सिंह –
पन्ना से विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह शिवराज सरकार में खनिज मंत्री थे, लेकिन डॉ. मोहन मंत्रिमंडल में उन्हें जगह नहीं मिली।
उन्हें प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का करीबी माना जाता है। वे चार बार के विधायक हैं और क्षत्रिय समाज से आते हैं।
इस कारण जातिगत समीकरण भी उन्हें मंत्री पद देने के संकेत दे रहे हैं।
संजय पाठक –
विजयराघवगढ़ से लगातार विधायक संजय पाठक शिवराज मंत्रिमंडल में रह चुके हैं।
2013 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाले पाठक भी मंत्री बनने के दावेदार हैं।
रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री, डॉ. प्रभुराम चौधरी, अजय विश्नोई, सुरेंद्र पटवा, जैसे बड़े नाम भी मंत्री पद की आस लगा रहे हैं।
हालांकि, एक समीकरण यह भी है कि फिलहाल सिर्फ कमलेश शाह को मंत्री बनाकर दो पद खाली छोड़ दिए जाए, जिससे उम्मीद में वरिष्ठों को कुछ वक्त और गुजर जाए और विरोध की चिंगारी न भड़के।