FIR on IAS Pooja Khedkar: नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग यानी UPSC ने विवादित ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
UPSC ने पूजा खेडकर के खिलाफ फर्जी पहचान बताकर सिविल सेवा परीक्षा में तय सीमा से ज्यादा बार शामिल होने के आरोप में यह एफआईआर दर्ज करवाई है।
इसके अलावा UPSC ने पूजा खेडकर को उनकी उम्मीदवारी रद्द करने और भविष्य की परीक्षाओं/चयनों से वंचित करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
UPSC ने मामले को लेकर कहा है कि पूजा खेडकर के खिलाफ गहन जांच की गई जिसमें पाया गया कि उन्होंने अपना नाम, माता-पिता का नाम, सिग्नेचर, फोटो, ईमेल ID, मोबाइल नंबर और पता बदलकर UPSC परीक्षा नियमों के तहत स्वीकार्य सीमा से अधिक प्रयास किए।
UPSC ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अपने संवैधानिक दायित्वों को पूरा करने में आयोग अपने संवैधानिक मूल्यों का कड़ाई से पालन (FIR on IAS Pooja Khedkar) करता है।
सभी परीक्षाओं सहित अपनी सभी प्रक्रियाओं को बिना किसी समझौते के यथासंभव उच्चतम स्तर के साथ संचालित करता है।
पूजा खेडकर पर लगे हैं ये आरोप –
बता दें कि पूजा खेडकर पर ट्रेनिंग के दौरान पद का गलत इस्तेमाल करने और खराब आचरण करने का आरोप लगा था।
पूजा के खिलाफ सबसे पहले पुणे के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर सुहास दिवासे ने शिकायत की थी, जिसके बाद उनका ट्रांसफर वाशिम कर दिया गया था।
इसके बाद पूजा खेडकर पर पहचान छिपाने और OBC और विकलांगता कोटे के दुरुपयोग करने का आरोप लगा जिसकी जांच केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय की कमेटी कर रही है।
रोकी गई ट्रेनिंग, बुलाया गया एकेडमी –
16 जुलाई को पूजा की ट्रेनिंग रोक दी गई और उन्हें मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी (LBSNAA) वापस बुला लिया गया।
हालांकि, वे अभी भी वाशिम में ही हैं।
ऐसे सामने आई पहचान छिपाने की बात (FIR on IAS Pooja Khedkar) –
सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) में पूजा की तरफ से लगाए गए 2020 और 2023 के दो आवेदनों में पूजा के अलग-अलग नाम थे।
पूजा ने 2020 के आवेदन में अपना नाम ‘खेडकर पूजा दिलीपराव’ और उम्र 30 साल बताई थी।
वहीं, 2023 में CAT के आवेदन में उन्होंने अपना नाम ‘पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर’ और उम्र 31 साल बताई।
सवाल उठाया जा रहा है कि तीन साल के अंतराल में उनकी उम्र एक ही साल कैसे बढ़ सकती है।
UPSC में सामान्य वर्ग के उम्मीदवार को 32 साल की उम्र तक 6 बार परीक्षा देने की अनुमति होती है।
OBC वर्ग से आने वाला उम्मीदवार 35 साल तक 9 बार परीक्षा दे सकता है।
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूजा खेडकर ने कुल 11 बार सिविल सर्विसेज की परीक्षा दी हैं।