Task Force For Doctors Security: नई दिल्ली। कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की 3 सदस्यीय खंडपीठ ने सुनवाई शुरू होते ही पश्चिम बंगाल सरकार के वकील कपिल सिब्बल के सामने सवालों की झड़ी लगा दी।
इतना ही नहीं, पीड़िता की पहचान उजागर होने से लेकर सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स की सुरक्षा की स्थिति और आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रिंसिपल की भूमिका पर भी सवाल उठाए।
CJI ने कहा – टास्क फोर्स बना रहे
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने साफ-साफ शब्दों में कहा कि डॉक्टर्स की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए टास्क फोर्स बना रहे हैं।
इस टास्क फोर्स में 9 डॉक्टर्स को शामिल किया गया है, जो मेडिकल प्रोफेशनल्स की सुरक्षा, वर्किंग कंडीशन और उनकी बेहतरी के उपायों की सिफारिश करेगा।
#WATCH | Delhi: On Supreme Court taking suo motu cognizance of the rape and murder of a doctor in RG Kar Hospital in Kolkata, Advocate Satyam Singh says, "First of all the Supreme Court has asked for the CBI report and meanwhile it has ordered to constitute a National Task Force… pic.twitter.com/kmN2fNOFaA
— ANI (@ANI) August 20, 2024
Task Force For Doctors Security: आरजी कर अस्पताल की सुरक्षा का जिम्मा CISF को
टास्क फोर्स में केंद्र सरकार के पांच अधिकारी भी शामिल किए गए हैं। आरजी कर अस्पताल की सुरक्षा का जिम्मा CISF को दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से 22 अगस्त तक स्टेटस रिपोर्ट और राज्य सरकार से घटना की रिपोर्ट मांगी है। केस की अगली सुनवाई 22 अगस्त को होगी।
इसके साथ ही डॉक्टरों से अपील की गई है कि वे हड़ताल खत्म कर काम पर लौट आएं।
#UPDATE | Kolkata's RG Kar Medical College and Hospital rape-murder case | Supreme Court clarifies that it has listed the matter on August 22.
— ANI (@ANI) August 20, 2024
पीड़ित डॉक्टर की पहचान उजागर होने पर भी जजों ने जताई आपत्ति
चीज जस्टिस ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है। इस दौरान दरिंदगी की शिकार डॉक्टर की पहचान उजागर होने पर भी जजों ने आपत्ति दर्ज करवाई।
इस बीच, फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा नेशनल टास्क फोर्स बनाने के फैसले का स्वागत किया है।
Task Force For Doctors Security: सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई की बड़ी बातें –
- सुनवाई के दौरान जजों ने तल्ख टिप्पणियां करते हुए कहा कि जो कुछ हो रहा है, उसे हम चुपचाप नहीं देख सकते। हम एक और रेप का इंतजार नहीं कर सकते हैं।
- जजों ने महिला डॉक्टर्स की सुरक्षा पर भी चिंता जताई। कहा कि अस्पतालों में काम के हालात में सुधार जरूरी है।
- सुनवाई के दौरान कहा गया कि कई लोग हथियार लेकर अस्पताल आ जाते हैं, लेकिन उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं होता है।
- सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम से भी रिपोर्ट मांगी है। सीबीआई की रिपोर्ट पर गुरुवार को फिर सुनवाई होगी।
- बता दें, इस मामले में दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) और फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ मेडिकल कंसल्टेंट ऑफ इंडिया (एफएएमसीआई) की याचिकाओं पर भी सुनवाई हो रही है।
- डीएमए की याचिका में मांग की गई है कि कोलकाता की लेडी डॉक्टर के मामले में जल्द से जल्द न्याय मिले। साथ ही अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
आरोपी संजय का पॉलीग्राफी टेस्ट –
इस बीच, सीबीआई को आरोपी संजय रॉय के पॉलीग्राफी टेस्ट की अनुमति मिल गई है। यह टेस्ट मंगलवार 20 अगस्त को होगा।
संजय रॉय से लगातार पूछताछ जारी है। एक अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस नई दिल्ली पहुंच गए हैं।
20 अगस्त, मंगलवार को ही वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात करेंगे। इस दौरान वे बंगाल के हालात पर अपनी रिपोर्ट सौंपेगे।
Task Force For Doctors Security: यह है मामला –
बता दें कि 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या की गई थी।
इस घटना के बाद देशभर के डॉक्टरों द्वारा इसके विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे हैं और देशभर के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं।
इसके साथ ही 14 अगस्त की देर रात आरजी कर अस्पताल में प्रदर्शन कर रही भीड़ ने अचानक घुसकर तोड़फोड़ भी की थी।
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