Bhado Month Vrat-Tyohar 2024: 19 अगस्त को सावन पूर्णिमा के साथ सावन महीना समाप्त हो चुका है और 20 अगस्त से भादो या भाद्रपद महीने की शुरुआत हो चुकी है।
भादो या भाद्रपद का महीन हिंदू धर्म में बहुत शुभ माना जाता है, ये महीना भगवान श्री कृष्ण को समर्पित होता है।
भादो के महीने में जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी और हरितालिका तीज जैसे कई व्रत-त्यौहार मनाए जाएंगे।
आइए जानते हैं इनके बारे में…
22 अगस्त 2024 (गुरुवार) – संकष्टी चतुर्थी, कजरी तीज, बहुला चौथ (Sankashti Chaturthi, Kajari Teej 2024)
24 अगस्त 2024 (शनिवार) – बलराम जयंती (Balarama Jayanti 2024)
इस दिन श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम जी का जन्म हुआ था। इसे हलछठ या हलषष्टी भी कहते हैं।
25 अगस्त 2024 (रविवार) – शीतला सातम (Sheetla Satam)
26 अगस्त 2024 (सोमवार) – जन्माष्टमी (Janmashtami 2024)
इस दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है। कई लोग इस दिन भर व्रत करते हैं और रात को 12 बजे श्री कृष्ण की जन्म पूजा करके अपना व्रत तोड़ते हैं।
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27 अगस्त 2024 (मंगलवार) – दही हांडी (Dahi Handi)
29 अगस्त 2024 (गुरुवार) – अजा एकादशी (Aja Ekadashi)
31 अगस्त 2024 (शनिवार) – प्रदोष व्रत (कृष्ण), पर्यूषण पर्व शुरू (Paryushan Parv 2024)
1 सितंबर 2024 (रविवार) – मासिक शिवरात्रि (Masik Shivaratri)
2 सितंबर 2024 (सोमवार) – भाद्रपद अमावस्या, सोमवती अमावस्या (Bhadrapada Amavasya 2024, Somvati Amavasya)
सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। इस दिन पितरों के लिए पूजा करने से विशेष फल मिलता है।
6 सितंबर 2024 (शुक्रवार) – हरतालिका तीज, वराह जयंती (Hartalika Teej 2024, Varaha Jayanti)
इस दिन महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए तीज (Hartalika teej) का व्रत करती हैं और शिव-पार्वती की पूजा करती हैं।
ये व्रत काफी कठिन माना जाता है। क्योंकि इस जल भी ग्रहण नहीं किया जाता।
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7 सितंबर 2024 (शनिवार) – गणेश चतुर्थी, गणेश उत्सव शुरू (Ganesh Chaturthi 2024, Ganesh utsav 2024)
इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। लोग 10 दिनों के लिए गणपति जी की स्थापना करते हैं और पूरे विधि-विधान से उनकी पूजा करते हैं।
8 सितंबर 2024 (रविवार) – ऋषि पंचमी (Rishi Panchami 2024)
11 सितंबर 2024 (बुधवार) – राधा अष्टमी, महालक्ष्मी व्रत शुरू (Radha Ashtami 2024, Mahalakshmi Vrat 2024)
इस दिन राधा जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। कई लोग व्रत भी करते हैं।
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14 सितंबर 2024 (शनिवार) – परिवर्तिनी एकादशी (Parivartini Ekadashi)
15 सितंबर 2024 (रविवार) – प्रदोष व्रत (शुक्ल), ओणम/थिरुवोणम, वामन जयंती (Onam/Thiruvonam, Vamana Jayanti)
16 सितंबर 2024 (सोमवार) – कन्या संक्रांति, विश्वकर्मा जयंती (Virgo Sankranti, Vishwakarma Jayanti)
17 सितंबर 2024 (मंगलवार) – अनंत चतुर्दशी, गणेश विसर्जन (Anant chaturdashi, Ganesh Visarjan)
10 दिन के गणपति उत्सव के बाद इस दिन गणेश जी का जल में विसर्जन किया जाता है।
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18 सितंबर 2024 (बुधवार) – भाद्रपद पूर्णिमा व्रत, पितृ पक्ष शुरू, चंद्र ग्रहण (Bhadrapada Purnima Vrat 2024, Pitru Paksha 2024, lunar eclipse 2024)
इस दिन से पितृ पक्ष की शुरुआत होगी और जिसमें पितरों का तर्पण और पिंडदान किया जाता है। श्राद्ध पक्ष 15 दिन तक रहते हैं।