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Ashadha 2024:आषाढ़ के महीने में भूलकर भी न करें ये काम, हो सकता है नुकसान

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Ashadha Month 2024: हिंदू धर्म में आषाढ़ का महीना इच्छाओं की पूर्ति करने वाला माना जाता है लेकिन हर महीने की तरह इस माह के भी कुछ खास नियम है, जिनका पालन करना बेहद जरूरी है वरना व्यक्ति को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

13 दिन का आषाढ़ शुक्ल पक्ष
इस बार आषाढ़ का महीना 23 जून से शुरू होकर 21 जुलाई तक रहेगा। 2 तिथियों का क्षय होने की वजह से आषाढ़ कृष्ण पक्ष सिर्फ 13 दिन का होगा, जिसे लेकर पहले ही लोगों के मन में काफी डर है। क्योकि जब भी 13 दिन का आषाढ़ कृष्ण पक्ष होता है, देश में कोई न कोई विपदा जरूर आती है।

बहरहाल हम आपको बताने जा रहे हैं कि आषाढ़ के इस पवित्र महीने में कौन से कार्य नहीं करने चाहिए, जिससे आपका स्वास्थय भी ठीक रहें और आपको कोई हानि भी न हो।

1. चतुर्मास शुरू, न करें शुभ काम
इस महीने देवशयनी एकादशी से चतुर्मास शुरू हो जाते है। जिसमें भगवान विष्णु चार महीनों के लिए शयन करते हैं। इस दौरान मांगलिक कार्य जैसे विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, जनेऊ संस्कार आदि करने की मनाही होती है। क्योंकि इस दौरान कोई भी शुभ काम करने से वो सही से पूरा नहीं होता और जीवन मुश्किलों से घिर जाता है।

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2. देर तक न सोए
आषाढ़ के महीने में देर तक सोने की मनाही है। कहते हैं ऐसा करने से देवी लक्ष्मी रूठ जाती हैं और साधक को आर्थिक मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।

3. बासी खाना न खाए
आषाढ़ के महीने से बारिश की शुरुआत हो जाती है, ऐसे में पानी में शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले जल-जीव पनपने लगते हैं। इसलिए खाने-पीन का खास ख्याल रखना चाहिए।
इस महीने बासी और तला भोजन नहीं करना चाहिए, वरना पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

4. शराब का सेवन न करें
आषाढ़ में हरी पत्तेदार सब्जियां, बेल, मांस, मछली, शराब, बैंगन, मसूर की दाल और लहसुन-प्याज न खाएं। शरीर को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ इससे व्रत और जप का फल भी नहीं मिलता है।

5. मन पर रखें संयम
क्योंकि आषाढ़ महीने में देव सो जाते हैं, ऐसे में बुरी शक्तियों का जोर रहता है, जो हमारे विचारों पर गहरा असर डालता है, इसलिए इस महीने वाणी पर संयम रखना चाहिए और ज्यादातर समय पूजा-पाठ में लगाना चाहिए, इससे बुरी शक्तियां आप पर हावी नहीं हो पाएंगी।

इस महीने भगवान विष्णु का पूजन करने का विधान है। अगर आप सच्चे मन से भगवान की पूजा करेंगे तो सारी विपत्तियां दूर हो जाएंगी।

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