Beef Tallow In Tirupati Laddu: देश में बीफ को लेकर बहस बहुत पुरानी है।
लेकिन, इस बार मामला विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के प्रसाद से जुड़ा है।
तिरुपति के लड्डू में पशु चर्बी के मिलावट की बात सामने आने के बाद पूरे देश में बवाल मचा हुआ है।
आईए जानते हैं तिरुपति मंदिर के प्रसाद की सैंपल रिपोर्ट में मिला बीफ टैलो क्या होता है?
तिरुपति लड्डू में एनिमल फैट, फिश ऑयल
आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी ने दावा किया है कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद लड्डू में जानवरों की चर्बी वाला घी और फिश ऑयल मिलाया गया था।
फिलहाल तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने मंदिर प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
हालांकि मंदिर ट्रस्ट ने घी की गुणवत्ता की निगरानी के लिए चार सदस्यीय विशेष समिति बना दी है।
दूसरी ओर YSR कांग्रेस ने इस विवाद पर हाईकोर्ट का रुख किया और नायडू सरकार के आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी बनाने की मांग की है।
25 सितंबर को हाईकोर्ट इस मामले की सुनवाई करेगा।
वहीं तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम की पवित्रता विवाद पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जांच कराने की बात कही है।
18 सितंबर को CM चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि पिछले 5 साल में जगन मोहन सरकार और YSRCP के नेताओं ने तिरुमाला की पवित्रता को धूमिल किया है।
वहीं नायडू सरकार ने जिस कंपनी से घी लिया जा रहा था, उससे करार खत्म कर ब्लैक लिस्ट कर दिया है।
तिरुपति मंदिर के प्रसाद की सैंपल रिपोर्ट
आंध्र प्रदेश की TDP सरकार ने ये आरोप एक लैब रिपोर्ट के हवाले से लगाया है।
लैब रिपोर्ट 17 जुलाई को मिली थी। तभी से ही यह रिपोर्ट पब्लिक डोमेन में है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। आईए जानतें हैं लैब रिपोर्ट में क्या – क्या मिला है?
क्या होता है बीफ टैलो?
बीफ़ टैलो मूलत बीफ़ फैट से बना होता है, इसमें रंप रोस्ट, पसलियों और स्टेक जैसे बीफ के टुकड़ों से निकली चर्बी होती है।
इसे मांस से निकाले गए शुद्ध फैट को पिघलाकर भी बनाया जा सकता है, जो ठंडा होने पर एक लचीले पदार्थ में बदल जाता है।
यह कमरे के तापमान पर देखने में नरम मक्खन जैसा ही लगता है।
वहीं लार्ड सुअर की चर्बी से बनाया जाता है, यह चिकना होता है जिससे आसानी से मिलावट कर सकते हैं।
एनिमल फैट या बीफ खाने से शरीर पर असर-
- ज्यादा बीफ खाने से कैंसर और दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा बढ़ता है।
- एनिमल फैट खाने से कब्ज और पेट से जुड़ी समस्या हो सकती है।
- बीफ खाने से पाचन की दिक्कत होती है और तेजी से वजन बढ़ने लगता है।
मंदिर में कहां से आता है घी?
अब जिन लड्डुओं में बीफ की चर्बी, जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिला है।
ये सब कुछ उस घी में मिला है, जिससे लड्डू तैयार किया जाता है।
50 साल से कर्नाटक कॉपरेटिव मिल्क फेडरेशन (KMF) रियायती दरों पर मंदिर कमेटी को शुद्ध देसी घी सप्लाई कर रहा था।
जुलाई 2023 में जब कंपनी ने कम रेट में घी सप्लाई देने से इनकार कर दिया तो तत्कालीन जगन मोहन रेड्डी सरकार ने 5 फर्म को घी सप्लाई की जिम्मेदारी दी थी।
वहीं इसी साल जुलाई में सैंपल में गड़बड़ी पाए जाने के बाद नायडू सरकार अलर्ट हुई और 29 अगस्त को फिर KMF को सप्लाई का काम सौंप दिया था।
300 साल पुराने किचन में रोज बनते हैं लाखों लड्डू
तिरुपति मंदिर दुनिया के सबसे लोकप्रिय और अमीर धर्मस्थलों में से एक है, यहां हर दिन करीब 70 हजार श्रद्धालु भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करते हैं।
मंदिर परिसर में बने 300 साल पुराने किचन ‘पोटू’ में शुद्ध देसी घी के रोज 3.50 लाख लड्डू बनते हैं।
यह मंदिर का मुख्य प्रसाद है, जिसे करीब 200 ब्राह्मण बनाते हैं।
लड्डू में शुद्ध बेसन, बूंदी, चीनी, काजू और शुद्ध घी होता है।
प्रसाद के तौर इन लड्डुओं को ना सिर्फ श्रद्धालुओं को बांटा जाता है, बल्कि भगवान को भी प्रसाद के तौर पर यही लड्डू चढ़ाया जाता है।
तिरुमाला ट्रस्ट हर साल प्रसादम से सालाना 500 करोड़ रुपए कमाता है।
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