Bhopal Tourist Place: नए साल के मौके पर लोग हिल स्टेशन या पहाड़ों पर घूमने जाते हैं।
हालांकि, हर किसी को नए साल पर छुट्टी नहीं मिलती और न ही हर कोई बाहर जाना अफोर्ड कर सकता है।
लेकिन, जब आपका घर लेक सिटी भोपाल में हो तो आपको कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती।
ऐसा इसलिए क्योंकि यहां एक से बढ़कर एक खूबसूरत जगह हैं जहां आप कम खर्च में भी आराम से घूम सकते हैं।
वहीं इन जगहों पर घूमने के लिए आपको अलग से छुट्टी लेने की भी जरुरत नहीं है।
आइए जानते हैं इनके बारे में ……
1. बड़ा तालाब
भोपाल में ढेर सारी झीले है, इसलिए भोपाल को झीलों की नगरी भी कहा जाता है।
अपर लेक भोपाल की सबसे बड़ी और फेमस झील है।
अपर लेक का नाम राजा भोजताल के नाम पर रखा गया है। इसलिए इसे भोजताल के नाम से भी जाना जाता है।
अपर लेक देश की सबसे पुरानी झीलों में से एक है, जो भोपाल के पश्चिम में स्थित है।
स्थानीय निवासी अपर लेक को बड़ा तालाब भी कहते है। इस झील के एक कोने पर राजा भोज की एक प्रतिमा भी बनी है।
अपर लेक के ऊपर बने ब्रिज पर पर्यटकों के लिए सेल्फी पांइट भी बना हुआ है।
यहां रोजाना हजारों सैलानी आते हैं, लेकिन छुट्टी और नए साल के मौके पर यहां आने वाले की संख्या बढ़ जाती है।
2. वन विहार राष्ट्रीय उद्यान
अपर लेक के पास ही वन विहार भी स्थित है। जिसे वन विहार नेशनल पार्क नाम से जाना जाता है।
वन विहार 4.45 वर्ग किमी के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां जानवरों को दो भागो में बांटा गया है। मांसाहारी और शाकाहारी।
शाकाहारी जानवरों के क्षेत्र में लोगों को घूमने की अनुमति है। यहां आप तेंदुए, चीता, नीलगाय और पैंथर जैसे जानवरों को देख सकते हैं।
पर्यटक वन विहार नेशनल पार्क घूमने के लिए सफारी राइड भी ले सकते हैं।
3. इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय श्यामला हिल्स पर स्थित है। यह करीब 200 एकड़ में फैला हुआ है।
संग्रहालय में भारतीय आदिवासियों की सांस्कृतिक झलक देखने को मिलेगी।
इस जगह को आदिवासियों के कामकाज उपकरण, उपयोगी समान और उनके देवी-देवताओं की मूर्तियों से सजाया गया है।
4. ट्राइबल म्यूजियम (जनजातीय संग्रहालय)
ट्राइबल म्यूजियम (जनजातीय संग्रहालय) का उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 6 जून, 2013 किया था।
यह संग्रहालय आदिवासियों की खूबसूरत कलाकृतियों और कहानियों को दर्शाता है।
जो पर्यटक आदिवासियों के कला और कल्चर का इतिहास जानने में उत्साहित रहते है, उनके लिए जनजातीय संग्रहालय बहुत ही शानदार जगह है।
भोपाल शहर का जनजातीय संग्रहालय मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के जनजातियों लोगो के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालता है।
इसके अलावा यहां आए दिन कला क्षेत्र और भारतीय संस्कृति से संबंधित कार्यक्रम होते रहते है।
5. सैर सपाटा
सैर सपाटा बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी काफी पसंद है। यह 24.56 एकड़ में फैला हुआ है।
यहां मौजूद टॉय ट्रेन लोगों को काफी लुभाती है।
सैर सपाटा में जंगल की पैदल यात्रा, कार डैशिंग, जोरिंग जैसे एक्टिविटीज भी हैं।
6. 7 वंडर्स (पीपुल्स मॉल)
भोपाल में स्थित पीपुल्स मॉल सिर्फ एक शॉपिंग सेंटर नहीं है, बल्कि यहां कई मनोरंजन और वाटर पार्क भी हैं।
यहां दुनिया के सात अजूबों की रेप्लिका बनाई गई हैं।
यह बच्चों के लिए एक अच्छी और मजेदार जगह है।
अगर आप भोपाल में या फिर भोपाल के आस-पास रहते तो एक बार इस मॉल में विजिट जरुर करें।
फोटोग्राफी के शौकीन लोगों के लिए ये एक बेहतरीन जगह है।
7. गौहर महल
गौहर महल भोपाल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है।
इस महल का नाम भोपाल की पहली महिला शासक कुदिसिया बेगम के नाम पर रखा गया है।
जिन्हें गौहर बेगम के नाम से भी जाना जाता है।
गौहर महल में हर साल जनवरी-फरवरी में भोपाल महोत्सव का आयोजन किया जाता है। जो पर्यटकों और कला प्रेमियों के बीच आकर्षण का केन्द्र होता है।
इसके साथ ही इस महोत्सव में प्रदेशभर के कई कारीगरों, शिल्पकारों और लोक कलाकारों को अपनी कला और प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है।
8. शौकत महल
गौहर महल के पास ही शौकत महल भी स्थित है, जिसका इतिहास 180 साल पुराना है।
शौकत महल को 19वीं शताब्दी में गौहर बेगम की बेटी सिकंदर बेगम के शासनकाल में बनवाया गया था।
भोपाल शहर के शौकत महल की वास्तुकला में इंडो-इस्लामिक और यूरोपीय शैलियों का एक अनूठा मिश्रण दिखाई पड़ता है।
शौकत महल के हरे-भरे बाग-बगीचे इस सुंदर इमारत में चार चांद लगा देते है।
यहां शाम के समय होने वाले संगीत कार्यक्रम देश-विदेश के पर्यटकों को काफी पसंद हैं।
9. सदर मंजिल
सदर मंजिल, शौकत महल के पास स्थित श्यामला हिल्स पर 200 एकड़ की भूमि पर फैली हुई है।
इसका निर्माण साल 1898 ई. में तत्कालीन नवाब शाहजहां बेगम द्वारा कराया गया था।
माना जाता है कि भोपाल के शासकों द्वारा इसे सार्वजनिक हॉल के रूप में इस्तेमाल किया जाता था।
यह स्मारक खूबसूरत बगीचों के बीच स्थित है जो भोपाल की वास्तुकला और संस्कृति के इतिहास को गौरवान्वित करते हैं।
10. शौर्य स्मारक
शौर्य स्मारक श्यामला हिल्स पर स्थित है। ये करीब 12 एकड़ में फैला हुआ है।
इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 अगस्त 2014 में किया गया था।
शौर्य स्मारक पर्यटकों को अमर शहीदों की शौर्य गाथा से रूबरू करावाता है।
शौर्य स्मारक में ग्रेनाइट के पत्थर से बना 62 फुट ऊंचा स्तम्भ है। स्तम्भ की नींव के पास जलने वाली अनंत ज्योति सैनिकों के बलिदान की याद दिलाती है।
तीनों सेनाओं की यादों को चित्रों में संजोते हुए संग्रहालय में परमवीर चक्र, महावीर चक्र जैसे शौर्य पुरस्कारों को देखा जा सकता है।
शौर्य स्मारक में प्रवेश समय दोपहर 12: 00 से शाम 6: 00 तक है और बुधवार को अवकाश रहता है।
11. केरवा डैम, भदभदा और कोलार डैम
इनके अलावा भोपाल में कई खूबसूरत डैम हैं जो काफी पॉपुलर हैं। आप यहां फैमिली के साथ पिकनिक मनाने जा सकते हैं।
इनमें केरवा डैम, भदभदा डैम, कलियासोत और कोलार डैम प्रमुख हैं।