Ganesha’s Favorite Flower: गणपति बप्पा देवों में प्रथम पूज्य है और देवताओं के सेनापति भी हैं। ऐसे में उन्हें प्रसन्न करने के लिए आप कुछ विशेष उपाय कर सकते हैं।
माना जाता है कि भगवान श्री गणेश को मनचाहा भोग लगाकर आप उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं।
लेकिन अगर आप बप्पा को उनके पसंद के फूल चढ़ाएंगे तो वो इससे भी प्रसन्न होंगे और आपको लंबोदर का आशीवार्द मिलेगा।
आइए जानते हैं बप्पा के पसंदीदा फूलों के बारे में…
1. लाल गुड़हल
गणेश जी को लाल रंग अतिप्रिय है। ऐसे में उन्हें प्रसन्न करने के लिए आप लाल गुड़हल का फूल चढ़ा सकते है।
इस फूल को अर्पित करने से प्रभु प्रसन्न होकर साधक की सभी मुरादें पूरी करते हैं।
लाल गुड़हल एक बारहमासी पौधा है, यह किसी भी घर में आसानी से मिल जाता है।
गुड़हल को भगवान गणेश का सबसे पसंदीदा फूल माना जाता है।
इस फूल को आप किसी त्योहार विशेष के बिना भी नियमित रूप से गणपति को समर्पित कर सकती हैं।
गणेश जी की माता पार्वती जी को भी लाल गुड़हल का फूल विशेष प्रिय है।
2. गेंदा
गेंदे के फूल मुख्य रूप से गणपति को चढ़ाने से उनकी कृपा दृष्टि बनी रहती है।
माना जाता है कि अगर आप गणपति जी को गेंदा का फूल या माला चढ़ाती हैं तो पुरानी बीमारियों से छुटकारा मिलता है, साथ ही अच्छी सेहत का आशीवार्द भी मिलता है।
जब भी आप गणपति पूजन करें इस फूल का इस्तेमाल जरूर करें।
अगर आप लंबे समय से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए गणेश चतुर्थी की पूजा थाली में गेंदा के फूल शामिल करें।
इससे साधक को आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है और धन लाभ के योग बनते हैं।
3. कुमुदिनी
कुमुदिनी एक ऐसा फूल होता है जिसका इस्तेमाल सभी तरह के पूजा-पाठ में विशेष रूप से किया जाता है।
गणपति पूजन में इस फूल का इस्तेमाल करने से घर की सुख समृद्धि बनी रहती है।
इस फूल को पूजन के लिए बेहद शुभ माना जाता है और इससे आपकी मनोकामनाओं की पूर्ति हो सकती है।
4. कदंब
ये फूल छोटे पीले गुच्छों में पाए जाते हैं और मुख्य रूप से देवी पार्वती से जुड़े होते हैं।
चूंकि गणपति माता पार्वती के पुत्र हैं इसलिए अगर आप इन फूलों का गुच्छा गणपति जी को चढ़ाते हैं तो ये आपके लिए फलदायी हो सकता है।
मुख्य रूप से बुधवार के दिन इस फूल को गणपति पर जरूर चढ़ाएं और उनकी विशेष कृपा पाएं।
इस फूल को चढ़ाने से व्यक्ति बहुत ही प्रतिभाशाली और कुशल बनता है।
5. पारिजात या हरसिंगार
पारिजात के फूल को पूजा के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि ये फूल बहुत ही पवित्र होता है और इसे चढ़ाने से पूजा का विशेष फल प्राप्त होता है।
ये फूल जिस घर में खिलता है उस घर में समृद्धि आती है।
यह फूल भगवान् शिव और माता पार्वती का भी पसंदीदा फूल है।
इसलिए अगर हम ये फूल गणपति के पूजन में चढ़ाते हैं तो विशेष फलों की प्राप्ति होती है।
मान्यता के अनुसार, इस फूल को अर्पित करने से साधक को संतान से जुड़ी समस्या से मुक्ति मिलती है।
दूर्वा घास
इन फूलों के अलावा गणपति की पूजा में दूर्वा घास का भी विशेष महत्व है। दूर्वा घास गणेश पूजन की सबसे महत्वपूर्ण सामग्री है।
इसे चढ़ाए बिना गणपति की कोई भी पूजा या अनुष्ठान पूरा नहीं माना जाता है।
भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाने से भौतिक और आध्यात्मिक रूप से सभी चीजों का आशीर्वाद मिलता है।
न चढ़ाएं ये 4 चीजें
1. केतकी
पौराणिक मान्यता के अनुसार शंकर जी की पूजा में केतकी का फूल नहीं चढ़ाया जाता है
और क्योंकि गणपति जी भोलेनाथ के पुत्र है, इस कारण उनकी पूजा में भी केतकी का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए।
2. सफेद फूल
गणपति जी ने चंद्रदेव को श्राप दिया था, इसलिए उनकी पूजा में सफेद रंग का इस्तेमाल करने की मनाही है।
इसलिए सफेद रंग का कोई भी फूल गणपति की पूजा में नहीं शामिल करना चाहिए।
3. तुलसी दल
पद्म पुराण में वर्णन है कि ‘न तुलस्या गणाधिपम्’ अर्थात गणेश जी को तुलसी नहीं अर्पित करनी चाहिए।
इसके पीछे एक पौराणकि कथा है कि एक बार तुलसी जी ने गजमुख और लम्बोदर कह कर भगवान गणेश से विवाह करने से इंकार कर दिया था।
क्रोधित होकर गणेश जी ने तुलसी जी को श्राप दे दिया था, तभी से गणेश पूजन में तुलसी चढ़ान निषेध है।
4. सूखे और बासी फूल
भगवान गणेश को पूजन में भूलकर भी सूखे या बासी फूल नहीं चढ़ाने चाहिए।
गणेश जी के पूजन में में सूखे फूले चढ़ाना अशुभ माना जाता है, इससे घर में दरिद्रता का वास होता है।