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गणपति बप्पा की कृपा पाने के लिए चढ़ाएं ये 5 फूल लेकिन कभी न करें अर्पित ये 4 चीजें

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Ganesh Favourite Flower: गणेश चतुर्थी का पावन पर्व सुख, समृद्धि और बुद्धि के देवता, भगवान गणेश की आराधना का विशेष अवसर है।

मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन और सही सामग्री से पूजा करने पर गणपति बप्पा अपने भक्तों पर अतिशीघ्र प्रसन्न होते हैं और उनकी हर मनोकामना पूरी करते हैं।

उन्हें प्रसन्न करने के लिए उनका प्रिय भोग लगाना तो लाभदायक है ही, लेकिन अगर आप उन्हें उनके पसंदीदा फूल अर्पित करेंगे तो यह और भी ज्यादा फलदायी साबित होगा।

आइए जानते हैं वे 5 विशेष फूल कौन-से हैं जिन्हें चढ़ाने से बप्पा की विशेष कृपा बरसती है…

  1. लाल गुड़हल (Red Hibiscus): गणेश जी को लाल रंग अत्यंत प्रिय है। लाल गुड़हल का फूल उनका सबसे प्रिय फूल माना जाता है। इस फूल को अर्पित करने से प्रभु प्रसन्न होकर साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। यह फूल माता पार्वती को भी विशेष प्रिय है, इसलिए इसे चढ़ाने से दोगुना पुण्य मिलता है।

  2. गेंदा (Marigold): गेंदे के फूलों की माला या फूल चढ़ाने से गणपति जी की कृपा दृष्टि बनी रहती है। यह फूल सेहत में सुधार लाता है और पुरानी बीमारियों से छुटकारा दिलाने में मददगार माना जाता है। साथ ही, आर्थिक तंगी से मुक्ति पाने के लिए भी गणेश पूजा में गेंदे के फूल जरूर शामिल करने चाहिए।

  3. कुमुदिनी (White Lotus): कुमुदिनी यानी सफेद कमल का फूल सभी पूजा-अर्चना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। गणपति पूजन में इसका इस्तेमाल करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और मनोकामनाओं की शीघ्र पूर्ति होती है।

  4. कदंब (Kadamba): छोटे पीले गुच्छों वाला कदंब का फूल मुख्य रूप से माता पार्वती से जुड़ा है। चूंकि गणपति जी उनके पुत्र हैं, इसलिए उन्हें यह फूल भी अति प्रिय है। इसे चढ़ाने से व्यक्ति प्रतिभाशाली और कुशल बनता है। बुधवार के दिन इस फूल को अर्पित करना विशेष फलदायी माना जाता है।

  5. पारिजात या हरसिंगार: पारिजात के फूल को पूजा के लिए बेहद पवित्र और शुभ माना जाता है। इसे चढ़ाने से पूजा का विशेष फल प्राप्त होता है और घर में समृद्धि आती है। मान्यता है कि इस फूल को अर्पित करने से संतान से जुड़ी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।

दूर्वा घास का विशेष महत्व:

इन फूलों के अलावा, गणपति की पूजा में दूर्वा घास (दूब) सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। बिना दूर्वा चढ़ाए गणपति की पूजा अधूरी मानी जाती है।

दूर्वा चढ़ाने से भक्त को भौतिक और आध्यात्मिक दोनों तरह का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

गलती से भी न चढ़ाएं ये 4 चीजें, हो सकता है नुकसान

जिस तरह कुछ चीजें गणपति जी को अत्यंत प्रिय हैं, उसी तरह कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिन्हें उन्हें अर्पित करना वर्जित माना गया है।

ऐसा करने से पूजा का फल नहीं मिलता और अशुभ परिणाम हो सकते हैं।

  1. केतकी का फूल (Kewda Flower): पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव की पूजा में केतकी का फूल नहीं चढ़ाया जाता। चूंकि गणेश जी उनके पुत्र हैं, इसलिए उनकी पूजा में भी केतकी के फूल को चढ़ाना वर्जित है।

  2. सफेद फूल (White Flowers): कहा जाता है कि गणपति जी ने चंद्रदेव को श्राप दिया था, इसीलिए उनकी पूजा में सफेद रंग का प्रयोग निषेध है। इसलिए किसी भी प्रकार के सफेद फूल (जैसे सफेद गुलाब, सफेद कमल आदि) को गणेश जी को नहीं चढ़ाना चाहिए।

  3. तुलसी दल (Tulsi Leaves): पद्म पुराण में स्पष्ट उल्लेख है कि गणेश जी को तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए। इसके पीछे एक कथा है कि तुलसी जी ने गणेश जी के गजमुख और लम्बोदर रूप का मजाक उड़ाकर उनसे विवाह करने से इनकार कर दिया था, जिससे क्रोधित होकर गणेश जी ने उन्हें श्राप दे दिया था। तभी से यह निषेध है।

  4. सूखे या बासी फूल (Dry or Stale Flowers): किसी भी देवता की पूजा में सूखे, मुरझाए हुए या बासी फूल चढ़ाना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास होता है। सदैव ताजे और स्वच्छ फूल ही भगवान को अर्पित करने चाहिए।

सरल पूजा विधि: इस तरह पाएं बप्पा की कृपा

गणेश चतुर्थी के दौरान रोजाना सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनकर गणपति की पूजा करें।

उन्हें स्नान कराएं, फिर नए वस्त्र पहनाएं। इसके बाद रोली, चंदन, सिंदूर और अक्षत से टीका लगाएं।

उनके 5 प्रिय फूलों और दूर्वा घास को अर्पित करें। साथ ही उनका प्रिय मोदक या कोई अन्य मीठा भोग लगाएं।

धूप-दीप जलाकर गणेश चालीसा या मंत्रों का जाप करें। अंत में आरती करके प्रसाद बांटे।

इन छोटी-छोटी लेकिन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखकर आप गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर गणपति बप्पा का असीम आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन को सुख, शांति और समृद्धि से भर सकते हैं।

गणपति बप्पा मोरया!

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